Bangladesh Protest: जब राम का नाम लेकर ढाका की सड़कों पर उतरे हिंदू, सुनाई दी हरे कृष्ण-हरे राम की गूंज
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Bangladesh Protest: जब राम का नाम लेकर ढाका की सड़कों पर उतरे हिंदू, सुनाई दी हरे कृष्ण-हरे राम की गूंज

Dhaka Hindu protest: बांग्लादेश एक तरफ हिंदुओं की टारगेट किया जा रहा है. दूसरी ओर हिंदू समुदाय के लोग अपनी जान बचाने के लिए एकजुट हुए हैं.

Bangladesh Protest: जब राम का नाम लेकर ढाका की सड़कों पर उतरे हिंदू, सुनाई दी हरे कृष्ण-हरे राम की गूंज

Dhaka Hindu Protest: ढाका में सड़कों पर जय श्रीराम के नारे लगने की तस्वीरें आईं, तो पहले किसी को यकीन ही नहीं हुआ. लेकिन ये सच है, क्योंकि बात जब जान पर बन आए तो एकजुट होकर खड़े होने के अलावा कोई दूसरा चारा भी तो नहीं होता. बांग्लादेश एक तरफ हिंदुओं की टारगेट किया जा रहा है, वहीं दूसरी ओर बांग्लादेश में हिंदू संगठनों ने प्रदर्शन किया है. प्रदर्शन के दौरान हजारों हिंदुओं ने जय श्री राम और हरे कृष्ण-हरे राम के जयकारे लगाए. बांग्लादेश में तख्तापलट के बाद भड़की हिंसा और नई सरकार बनने के बाद यहां पहली बार हिंदुओं की आवाज़ सुनाई दी. 

जिसके राम सहाय, उसे कौन डराए...

बताया जा रहा है कि अपनी जान पर बन आने के कुछ दिन बाद हिंदू समाज ने एकजुटता दिखाई और अपनी कौम को बचाए रखने का हौसला दिखाते हुए जय श्री राम का जयकारा बुलंद किया. हिंदू भगवानों की मूर्तियों को तोड़ने, मंदिरों पर हमले और हिंदू बस्तियों में आगजनी की तस्वीरों को देखकर जो कट्टरपंथी और चरमपंथी जमाती खुश हो रहे होंगे, उन्हें तो इस तरह हिंदुओं का एकजुट होकर सड़कों पर उतरना रास नहीं आया होगा. खालिदा जिया की बीएनपी पार्टी वालों को भी हिंदुओं के इस फैसले से गुस्सा आया होगा. इसी प्रदर्शन में शामिल एक शख्स ने बताया कि अगर ठान लिया तो ठान लिया. जब मन बना लिया तो पीछे हटने का सवाल नहीं उठता. इसलिए सड़कों पर हैं. 

इस व्यापक और विराट प्रदर्शन को देखकर समझा जा सकता है कि लगातार 96 घंटों तक अत्याचार सहने के बाद हिंदू समुदाय खड़ा हुआ. संगठन में शक्ति और एकता में बल होता है, इस बात को अपने दिमाग में बिठाकर हजारों लोगों ने अपनी आवाज उठाते हुए प्रदर्शन किया.

बांग्लादेश में हुआ था तख्तापलट

बांग्लादेश में हालात अस्थिर हैं. उथल-पुथल मची हुई है. लंबे समय तक बांग्लादेश की कमान संभालने वाली शेख हसीना बिगड़े हालातों के बीच बहन के साथ देश छोड़कर भारत आ गई थीं. बांग्लादेशी अवाम पीएम आवास और संसद में घुस गई थी और वहां से मानवता को शर्मसार करने वाली तस्वीरें आई थीं. प्रदर्शनकारियों ने प्रधानमंत्री आवास में रखे महिलाओं के अंडरगार्मेट लहराकर अपनी बेहूदगी, गंदी और घटिया सोच और विकृत मानसिकता का परिचय दिया था.

बॉर्डर पर बांग्लादेशियों की भारी भीड़ भारत में घुसने के लिए उतारू है. प्रदर्शनकारी वहां हिंदुओं को भी टारगेट कर रहे हैं. ऐसे में बांग्लादेश में रहने वाले हिंदू भारत-बांग्लादेश सीमा पर कूचबिहार जिले के कंटीले तारों के दूसरी तरफ एकत्र हो गए हैं. हालात को देखते हुए इलाके में BSF की 157 बटालियन के जवानों को तैनात किया गया है.

BSF की तरफ से बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश से संपर्क किया गया है. भारत सरकार ने उच्च स्तरीय कमेटी बनाई जो सभी पहलुओं पर नजर रखेगी ये कमेटी बांग्लादेश मे रह रहे भारतीयों हिन्दुओं और अन्य अल्पसंख्यक समुदायों के साथ संवाद स्थापित रखेगी और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करेगी.

बता दें कि बांग्लादेश में रहने वाले हिंदू कंटीले तारों से करीब 400 मीटर दूर गैबंडा जिले के गेंडुगुरी और दैखवा गांव पहुंचे हैं. शुक्रवार सुबह से ही ये लोग खड़े है. कूचबिहार में कंटीले तारों के पास शीतलकुची के पठानटुली गांव में पर्याप्त संख्या में बीएसएफ के जवान तैनात हैं और लगातार गश्त हो रही है. बीएसएफ के जवान कड़ी निगरानी रख रहे हैं.

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