Haryana News: दुनिया में जब भी मदद करने की बारी आती है, भारत सबसे पहले मददगार के रूप में सामने आता है. अब इजरायल में विकास गति बढ़ाने के लिए राज्य सरकार ने हरियाणा के 'छोरों' से नौकरी का आवेदन मांगा है.
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Haryana News: दुनिया में जब भी मदद करने की बारी आती है, भारत सबसे पहले मददगार के रूप में सामने आता है. अब इजरायल में विकास गति बढ़ाने के लिए राज्य सरकार ने हरियाणा के 'छोरों' से नौकरी का आवेदन मांगा है. इजरायल चाहता है कि भारत के कर्मवीर इजरायल में भी विकास की गाड़ी को दौड़ाएं.
जंग के बीच इजरायल जाएंगे
विकासित भारत बनने की दिशा में निकले भारत ने अपने दोस्त इजरायल को नए साल होने से पहले खुश खबरी दी है. इजरायल की विकास यात्रा के लिए भारत के युवाओं को इजरायल में रोज़गार का मौका मिलेगा. हरियाणा सरकार ने इजरायल के लिए 10,000 कामगारों की भर्तियां निकाली हैं. हरियाणा कौशल रोजगार निगम यानी HKRN के तहत ये नौकरियां निकली हैं. भारतीय करेंसी के मुताबिक वेतन 1, 34, 000 रुपये होगा.
..जबरदस्ती नहीं भेजा जा रहा
दरअसल भारत हमेशा मददगार बन कर जरूरत पड़ने पर दुनियाभर के देशों को मदद भेजता है. लेकिन विपक्ष हरियाणा सरकार पर इन नौकरियों को लेकर निशाना साध रहा है. हरियाणा सरकार पहले ही साफ कर चुकी है किसी को जबरदस्ती नहीं भेजा जा रहा है. साथ ही अफगानिस्तान और इरान में भी इसी तरह की नौकरियों को पहले भेजा जा चुका है. सीएम खट्टर के मीडिया एडवाइजर राजीव जेटली ने कहा कि जहां तक बात कांग्रेस के आरोपों की है तो मनमोहन सिंह की सरकार में भारत से लोगों को अफगानिस्तान भेजा गया था. इसके अलावा इरान के वक्त यही हुआ था.
क्यों मिल रहा हरियाणा के युवाओं को ये मौका?
खास बात ये है कि इजरायल में कंस्ट्रक्शन सेक्टर में 25% फिलिस्तीनी नागरिक काम करते थे. लेकिन जंग के बाद करीब एक लाख फिलिस्तीनियों को देश से बाहर निकालने के लिए इजरायल को मजबूर होना पड़ा है. ऐसे में वहां विकास की रफ्तार को बढ़ान के लिए इजरायल अपने भारत जैसे भरोसेमंद दोस्त से आस लगाए हुए था. वैसे भी इजरायल में किसी भी तरह का जंग का साइड इफेक्ट नहीं है. दुनिया जल्द ही जंग खत्म करने की उम्मीद कर रही है.
खट्टर सरकार पर बिफरा विपक्ष
विपक्ष ने आरोप लगाए हैं कि हरियाणा सरकार एक युद्धग्रस्त देश में प्रदेश के युवाओं को क्यों भेज रही है. इस पर मुख्यमंत्री के मीडिया एडवाइजर राजीव जेटली ने कहा कि सरकार की इस योजना दो पहलू है. पहले यह है कि दुनिया में जब भी किसी देश को जरूरत होती है तो भारत सबसे आगे खड़ा होता है और उनकी मदद करता है. इससे पहले भी भारत ने संकट के समय कई देशों की मदद की है. दूसरा पहलू यह है कि हरियाणा सरकार किसी भी युवा को जबरदस्ती नौकरी पर नहीं भेज रही. जो युवा खुद जाना चाहते हैं और वहां नौकरी करना चाहते हैं वे लोग आवेदन कर सकते हैं और हरियाणा सरकार उन्हें वहां भेजेगी.