ज्वाइंट डायरेक्टर लेवल का अधिकारी निकला दहेज लोभी, की गई बहू की जान लेने की कोशिश
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ज्वाइंट डायरेक्टर लेवल का अधिकारी निकला दहेज लोभी, की गई बहू की जान लेने की कोशिश

शिवानी की इस दर्द भरी कहानी का हासिल यह है कि तीन माह पहले जिंदगी भर साथ देने के लिए खाई गई कसम और अग्नि के सामने लिए गए सात फेरों के बंधन पर दहेज का दानव भारी पड़ गया

अभी घर की दीवारों से शादी के अवशेष भी नहीं मिटे थे की दहेज के लालचियों ने शिवानी की जिंदगी को नर्क से बत्तर बना डाला

सतना: सतना शहर में दहेज प्रताड़ना का एक हाई प्रोफाइल परिवार का मामला सामने आया है. बताया जा रहा है कि नवविवाहिता बहू को दहेज के 10 लाख रुपये न दे पाने के कारण पहले जान से मारने की कोशिश हुई फिर भी दहेज की मांग पूरी न होने पर नाराज पति ने वाहन से कुचल कर मौत के घाट उतारने का असफल प्रयास तक किया. दहेज की खातिर किया जाने वाला यह घृणित कार्य किसी सामान्य परिवार में नहीं बल्कि पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग के ज्वाइंट डायरेक्टर पद पर पदस्थ अधिकारी के घर में हुआ है. सतना में पदस्थ ज्वाइंट डायरेक्टर नागेन्द्रमणि मिश्रा उनके बेटे पीयूष और पत्नी आशा पर उनकी नवविवाहिता बहू शिवानी ने गंभीर आरोप लगाए हैं. जान बचने के बाद शिवानी ने घायल अवस्था में अपनी कहानी बयां की.

  1. पूरा मामला सतना के सिविल लाइन एरिया में रहने वाले एक अधिकारी के परिवार का है
  2. नवविवाहिता बहू को दहेज के 10 लाख रुपये न दे पाने के कारण हुई जान से मारने की कोशिश
  3. पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग के ज्वाइंट डायरेक्टर नागेन्द्रमणि मिश्रा ने दिसंबर में की थी अपने बेटे की शादी

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दहेज के लालच में जल्लाद बने ससुराल वाले
जानकारी के मुताबिक पूरा मामला सतना के सिविल लाइन एरिया में रहने वाले एक अधिकारी के परिवार का है. शासकीय आवास नंबर 53 में रहने वाले पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग के ज्वाइंट डायरेक्टर नागेन्द्रमणि मिश्रा ने दिसंबर माह में अपने बेटे पीयूष की शादी शहर से लगे गांव लोहरौरा निवासी शिवानी से की थी. शिवानी के पिता नहीं हैं. उसके बाद भी उसकी विधवा मां ने अपनी फूल सी एकलौती बच्ची की शादी में पांच लाख नगद और स्कारपियो गाड़ी भी दी. मगर, शादी के बाद ससुराल पक्ष और लालची हो गया और जल्लाद बन बैठा.

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दहेज में मिली गाड़ी से की गई कुचलने की कोशिश
अभी घर की दीवारों से शादी के अवशेष भी नहीं मिटे थे की दहेज के लालचियों ने शिवानी की जिंदगी को नर्क से बत्तर बना डाला. सरकारी विभाग में ज्वाइंट डायरेक्टर जैसे ओहदे पर बैठे लालची ससुर नागेन्द्रमणि और पति पीयूष और सास आशा ने सिवानी पर दस लाख बतौर दहेज मां और भाई से मांगने का लगातार दवाव बनाया. शिवानी के पिता लक्ष्मी कांत का साया शिवानी के सर से पहले ही उठ चुका था ऐसे में इतनी बड़ी रकम पीड़ित परिवार नहीं दे पाया. फिर क्या था दहेज के लालची इस परिवार ने शिवानी को प्रताड़ित करना शुरू कर दिया. प्रताड़ना ऐसी की शायद आप भी सुन कर चौंक जाएं. नाजायज मांग पूरी न होने पर आखिकार ससुराल पक्ष ने गहरी साजिश रच डाली और दहेज में मिली स्कारपियो वाहन से कुचल कर शिवानी को जान से मारने की कोशिश की गई और हत्या को हादसे का रूप देना चाहा. हालांकि शिवानी की जान तो बच गई मगर उसको गहरी चोट आईं और एक हाथ बुरी तरह से टूट गया.

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पुलिस ने दर्ज किया दहेज उत्पीड़न का केस
जानकारी के मुताबिक मामले की रिपोर्ट सिविल लाइन थाने में दर्ज कराई गई है. पुलिस ने पहले दोनों पक्षों का परिवार परामर्श क्रेंद में समझौता करने का प्रयास किया लेकिन बात नहीं बनी. ऐसे में पुलिस अब ससुर नागेन्द्रमणि, पति पीयूष और सास आशा पर शिवानी को दहेज के लिए प्रताड़ित करने और जान से मारने की कोशिश करने का मामला दर्ज कर लिया है. आरोपी पति और सास को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है मगर ज्वाइंट डायरेक्टर ससुर नागेन्द्रमणि फरार हो गया है.

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टूट गई है शिवानी
बहरहाल शिवानी की इस दर्द भरी कहानी का हासिल यह है कि तीन माह पहले जिंदगी भर साथ देने के लिए खाई गई कसम और अग्नि के सामने लिए गए सात फेरों के बंधन पर दहेज का दानव भारी पड़ गया. और लालची ससुराल पक्ष के लोग जेल पहुंच गए लेकिन पीड़िता का जीवन बर्बाद हो गया. किस्मत की धनी पीड़िता जिंदा तो है लेकिन बुरी तरह टूट चुकी है और अंदर ही अंदर घुट रही है. दहेज ने उसे ऐसा जख्म दिया है कि वह शायद ही कभी उसे भूल पाए.

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