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Himachal Pradesh Election 2022 Opinion Poll: हिमाचल प्रदेश की सभी 68 विधानसभा सीटों पर 12 नवंबर को मतदान होगा. 12 नवंबर की शाम तक सभी उम्मीदवारों की किस्मत मत पेटिका में बंद हो जाएगी. 8 दिसंबर को तस्वीर साफ हो जाएगी कि देवभूमि में किसकी सरकार बनेगी. मतदान और नतीजों से पहले हम आपको हिमाचल प्रदेश में जनता के मूड पर आधारित सटीक ओपिनियन पोल बताएंगे. जिससे एक हद तक ये साफ हो जाएगा कि चुनाव प्रचार की धमक के बीच जनता ने किनके वादों और दावों पर भरोसा किया. आइये आपको बताते हैं ओपीनियन पोल के मुताबिक हिमाचल में किन सीटों पर कांटे की टक्कर है.
BJP की सत्ता में वापसी का अनुमान
हिमाचल चुनाव पर दर्पण के ओपिनियन पोल में BJP की सत्ता में वापसी होने का अनुमान है. राज्य में भाजपा को 34 से 44 सीटों पर जीत हासिल हो सकती है. वहीं, राज्य में भाजपा को कांग्रेस से कड़ी टक्कर मिलती दिख रही है. ओपिनियन पोल के मुताबिक कांग्रेस को 24 से 28 सीट मिलने की संभावना है. अन्य के खाते में 0-2 सीट जा सकती हैं. चौंकाने वाली बात यह है कि राज्य में दम भर रही आम आदमी पर्टी को एक भी सीट मिलती नहीं दिखाई दे रही.
21 सीटों पर कांटे की टक्कर
ओपिनियन पोल में चौंकाने वाले आंकड़े सामने आए हैं. हिमाचल प्रदेश में 68 में से 21 सीटों पर कांटे की टक्कर देखने को मिल सकती है. इन 21 में चार सीटों पर BJP आगे दिख रही है. जबकि 17 सीटों पर ओपिनियन पोल के नतीजे कांग्रेस के पक्ष में आते दिख रहे हैं. लेकिन इनमें ज्यादातर सीटों पर जीत का अंतर एक प्रतिशत से पांच प्रतिशत का ही है. यानी इन सीटों पर बेहद कम मार्जिन पर हार-जीत का फैसला हो सकता है. माना जा रहा है कि इन 21 सीटों पर अंतिम समय में मतदाताओं का थोड़ा भी मन बदला, तो कुछ भी हो सकता है.
इन सीटों पर कांटे की टक्कर!
सीट बीजेपी कांग्रेस
चुराह 48% 43%
डलहौजी 47% 45%
भटियात 44% 40%
ज्वालामुखी 44% 45%
नगरोटा 42% 49%
धर्मशाला 41% 45%
पालमपुर 44% 48%
बैजनाथ 43% 45%
मनाली 42% 47%
बल्ह 44% 47%
सुजानपुर 44% 42%
चिंतपूर्णी 44% 47%
गगरेट 44% 49%
कुटलेहड़ 43% 46%
श्री नैना देवी जी 44% 46%
नालागढ़ 40% 46%
दून 45% 48%
कसौली 41% 44%
शिलाई 44% 50%
कुसुम्पटी 44% 47%
शिमला ग्रामीण 44% 47%
हिमाचल प्रदेश का सटीक ओपिनियन पता करने के लिए हमने उन सवालों का सहारा लिया, जिससे जनता का मूड भांपा जा सके. इसके लिए वोटरों के अलग-अलग वर्गों के बीच हम गए. ये ओपिनियन पोल 10 अगस्त से 7 नवंबर तक हुए. इन्हें दो चरणों में अंजाम दिया गया. पहली बार तब हम जनता के बीच गए जब उम्मीदवारों के नामों का ऐलान नहीं हुआ था.
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