दक्षिण-पूर्वी बंगाल की खाड़ी और बंगाल और इससे सटे दक्षिण अंडमान सागर के ऊपर बना हवा का कम दबाव का क्षेत्र आज शाम तक एक अवदाब में तब्दील हो सकता है और इसके बाद 10 मई को दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी और बंगाल की पूर्व-मध्य खाड़ी व अंडमान सागर के आस-पास के क्षेत्रों में चक्रवाती तूफान का रूप धारण कर सकता है.
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बंगाल की खाड़ी के ऊपर बनने वाले दबाव क्षेत्र की वजह से तटीय इलाकों में हलचल बढ़ गई है. चक्रवाती तूफान के आने की संभावना के बीच लोगों को अलर्ट कर दिया गया है. इस बीच मौसम विभाग ने चेताया है कि दबाव क्षेत्र चक्रवाती तूफान का रूप ले सकता है. दरअसल, बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना दबाव का क्षेत्र गहरे दबाव क्षेत्र में बदल गया. हालांकि बुधवार को ये अपनी जगह पर ही बना रहा. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने बताया कि 5 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दबाव का क्षेत्र पश्चिम-उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ा.
विभाग ने बताया कि दबाव क्षेत्र पोर्ट ब्लेयर से करीब 540 किलोमीटर पश्चिम-दक्षिण पश्चिम में केंद्रित हो गया. विभाग ने कहा, ‘इसके कुछ समय के लिए उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ने और फिर उत्तर-उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ने की पूरी संभावना है. जिसके बाद यह धीरे-धीरे आज शाम तक इसी क्षेत्र में चक्रवाती तूफान का रूप ले सकता है.’
मौसम विभाग द्वारा जारी बुलेटिन के मुताबिक, यह परिसंचरण तंत्र उत्तर-उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ रहा है और 11 मई की को बड़े चक्रवाती तूफान में बदल सकता है. इसके बाद 12 मई को दक्षिण पूर्व एवं मध्य बंगाल की खाड़ी में ये विकराल चक्रवाती तूफान में तबदील हो सकता है और तबाही मचा सकता है. इसके बाद 13 मई तक ये कमजोर होने लगेगा और धीरे धीरे शांत हो जाएगा.
विभाग की तरफ से मछुआरों और छोटे जहाजों, नौकाओं व मछली पकड़ने वाली नौकाओं के संचालकों को अलर्ट कर दिया गया है. साथ ही उन्हें दक्षिण-पूर्वी बंगाल की खाड़ी और उससे सटे मध्य बंगाल की खाड़ी से दूर रहने को कहा है. मौसम कार्यालय ने पूर्व-मध्य खाड़ी और उत्तर अंडमान सागर में मौजूद लोगों से भी दिन में ही समुद्र से लौट आने को कहा है.
मौसम विभाग ने बुलेटिन जारी कर कहा, ‘दक्षिण-पूर्वी बंगाल की खाड़ी और बंगाल और इससे सटे दक्षिण अंडमान सागर के ऊपर बना हवा का कम दबाव का क्षेत्र आज शाम तक एक अवदाब में तब्दील हो सकता है और इसके बाद 10 मई को दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी और बंगाल की पूर्व-मध्य खाड़ी व अंडमान सागर के आस-पास के क्षेत्रों में चक्रवाती तूफान का रूप धारण कर सकता है.’