India-China Standoff: भारत की एक इंच जमीन पर भी कोई कब्जा नहीं कर सकता, बोले रक्षा मंत्री Rajnath Singh
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India-China Standoff: भारत की एक इंच जमीन पर भी कोई कब्जा नहीं कर सकता, बोले रक्षा मंत्री Rajnath Singh

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने अर्थव्यस्था में सुधार आने का जिक्र करते हुए कहा कि विदेशी निवेश लगातार बढ़ रहा है और स्टॉक मार्केट में भी उछाल आ रहा है. उन्होंने कहा, शेयर बाजार न सिर्फ छलांग लगा रहा है, बल्कि ‘जल्लीकट्टू’ (तमिलनाडु में सांडों का खेल) भी कर रहा है. 

(File Photo)

सलेम: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) तमिलनाडु (Tamilnadu) दौरे के बीच रविवार को कहा कि भारत और चीन के बीच नौ दौर की राजनयिक एवं सैन्य स्तर की वार्ता के बाद पूर्वी लद्दाख में दोनों देशों द्वारा सैनिकों को पीछे हटाने की प्रक्रिया ‘पूरी हो गई’ है. उन्होंने भारतीय सैनिकों की बहादुरी पर ‘संदेह’ जताने को लेकर कांग्रेस पर भी हमला किया. रक्षा मंत्री ने भारत-फ्रांस (India-France) राफेल लड़ाकू विमान सौदे पर विवाद पैदा करने को लेकर कांग्रेस और उसके सहयोगी दल द्रमुक की भी आलोचना की. उन्होंने कहा, ' नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (CAG) और अन्य ने इस सौदे को ‘क्लिन चिट’ दी थी. उन्होंने कहा इस वाकये ने (क्लीन चिट ने) विपक्ष के आरोप चौकीदार चोर है’, के नारे और दावे को झूठा साबित कर दिया है.'

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भाजपा-अन्नाद्रमुक गठबंधन के लिए प्रचार

राजनाथ सिंह ने भारतीय जनता पार्टी ने अन्नाद्रमुक गठबंधन के लिए प्रचार किया. रक्षा मंत्री ने तमिलनाडु विधानसभा चुनाव से पहले यहां भारतीय जनता युवा मोर्चा (BJYM) के प्रदेश सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि 'कमल (BJP) और दो पत्ती (AIADMK) ही राज्य में समृद्धि ला सकती है.'

चीन से सीमा विवाद का अपडेट

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पूर्वी लद्दाख में परस्पर सहमति से दोनों देशों के सैनिकों के पीछे हटने की प्रक्रिया का जिक्र करते हुए कहा, ' हमने भारत और चीन के बीच नौ दौर की सैन्य एवं राजनयिक वार्ता के बाद एक समाधान निकला था. इसके बाद पैंगोंग झील के उत्तरी और दक्षिणी किनारों से सैनिक एवं हथियार हटाए गये हैं. 9 दौर की सैन्य और राजनयिक स्तर की वार्ता के बाद सैनिकों को पीछे हटने की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है. दुर्भाग्य से कांग्रेस, सेना की बहादुरी पर संदेह कर रही है. क्या यह उन सैनिकों का अपमान नहीं है, जो देश के लिए अपना सर्वोच्च बलिदान देते हैं.’ गौरतलब है कि गलवान में पिछले वर्ष चीन के सैनिकों के साथ झड़प में 20 भारतीय सैनिक शहीद हो गये थे.

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‘एकतरफा कार्रवाई की इजाजत नहीं'

राजनाथ सिंह ने जोर देते हुए कहा, ' भारत अपनी सीमा पर किसी भी तरह की ‘एकतरफा कार्रवाई’ की अनुमति नहीं देगा और इस तरह के प्रयासों को किसी भी कीमत पर विफल करेगा. उन्होंने कहा, लेकिन कांग्रेस ने दावा किया है कि भारत ने पूर्वी पड़ोसी देश (चीन) को भू-भाग सौंप दिया है और ये कहते हुए हमें बदनाम करने की कोशिश की गई. इस शरीर में जब तक खून और जान है, भारत की एक इंच जमीन भी कोई हड़प नहीं सकता. आज आधुनिक विमानों को वायुसेना के बेड़े में शामिल किये जाने से देश की ताकत बढ़ी है और अब एयरफोर्स किसी भी देश का सामना कर सकती है.'

'मजबूत हुई देश की अर्थव्यवस्था' 

रक्षा मंत्री ने अर्थव्यस्था में सुधार आने का जिक्र करते हुए कहा कि विदेशी निवेश लगातार बढ़ रहा है और स्टॉक मार्केट में भी उछाल आ रहा है. उन्होंने कहा कि शेयर बाजार न सिर्फ छलांग लगा रहा है, बल्कि ‘जल्लीकट्टू’ (तमिलनाडु में सांडों का खेल) भी कर रहा है. उन्होंने भ्रष्टाचार के एक हद तक खत्म होने का जिक्र करते हुए कहा, ‘पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने कहा था कि जब दिल्ली से 100 पैसा चलता है, तो 86 पैसा बीच में गायब हो जाता है. आज प्रधानमंत्री (नरेंद्र) मोदीजी ने ऐसी व्यवस्था की है कि दिल्ली से 100 पैसा चलता है तो पूरे का पूरा 100 पैसा सलेम में गरीब के खाते में पहुंचता है.’

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रक्षा मंत्री ने श्रीलंका के साथ सबंधों का जिक्र करते हुए कहा, ‘जब 2015 में प्रधानमंत्री बनने के बाद मोदी जी श्रीलंका यात्रा पर गए तो उन्होंने जाफना का भी दौरा किया और ऐसा करने वाले वे भारत के पहले प्रधानमंत्री थे. करीब 27000 तमिल आबादी को भारत द्वारा निर्मित नये आवास सौंपे गये. ये लोग वहां गृह युद्ध के चलते बेघर हो गए थे. ’

कांग्रेस और डीएमके पर निशाना

उन्होंने कांग्रेस और द्रमुक को आड़े हाथ लेते हुए कहा, ‘कांग्रेस और द्रमुक मॉडल भ्रष्टाचार और तुष्टिकरण पर आधारित है. ’ भाजयुमो प्रमुख एवं लोकसभा सदस्य तेजस्वी सूर्या ने भी द्रमुक की आलोचना करते हुए उसे ‘तमिल विरोधी’ करार दिया.

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