यात्रा मार्ग पर आईटीबीपी ने एक से दो बेड वाले मेडिकल इंस्पेक्शन सेंटर बनाए हैं. जहां पर आवश्यकता अनुसार, दवाएं, मेडिकल किट सहित अन्य सहूलियतें उपलब्ध कराई गई हैं.
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नई दिल्ली: बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए पहुंचे श्रद्धालुओं की सुरक्षा के मद्देनजर आईटीबीपी ने अपने 5000 से अधिक जवानों को अमरनाथ यात्रा मार्ग पर तैनात किया है. इस बार, श्रद्धालुओं तक मेडिकल हेल्प पहुंचाने के लिए आईटीबीपी के सभी जवानों को बेसिक पैरा मेडिकल ट्रेनिंग दी गई है. इसके अलावा, अमरनाथ यात्रा मार्ग पर तैनात सभी जवानों को मेडिकट किट के साथ एक ऑक्सीजन सिलेंडर भी उपलब्ध कराया गया है. जिससे पर्वतीय क्षेत्र के अधिक ऊंचाई वाले इलाकों में ऑक्सीजन की कमी होने पर श्रद्धालुओं को तत्काल मेडिकल हेल्प पहुंचाई जा सके.
आईटीबीपी के वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, आईटीबीपी के जवानों को मुख्यत: पर्वतीय क्षेत्र के अधिक ऊंचाई वाले स्थानों में तैनात किया गया है. उनकी तैनाती बालटाल बेस कैंप से लेकर पवित्र बाबा बर्फानी की गुफा तक की गई है. उन्होंने बताया कि यात्रा मार्ग पर तैनात आईटीबीपी के जवानों को मुख्यत: तीन जिम्मेदारियां दी गई हैं. जिसमें पहली जिम्मेदारी यात्रा मार्ग को सुरक्षित करना है. इस जिम्मेदारी के तहत, आईटीबीपी की रोड ओपनिंग पार्टी (आरओपी) को यात्रा मार्ग पर तैनात किया गया है. ये आरओपी श्रद्धालुओं के पहुंचने से पहले यात्रा मार्ग की तलाशी लेते हैं. इस तलाशी अभियान के दौरान सड़क के इर्द गिर्द स्थित पहाड़ी स्थानों के साल नदी-नालों पर बने पुल की जांच की जा रही है.
उन्होंने बताया कि आईटीबीपी को दूसरी बड़ी जिम्मेदारी, श्रद्धालुओं को मेडिकल हेल्प पहुंचाना है. जिसके तहत, यात्रा मार्ग पर आईटीबीपी ने एक से दो बेड वाले मेडिकल इंस्पेक्शन सेंटर बनाए हैं. जहां पर आवश्यकता अनुसार, दवाएं, मेडिकल किट सहित अन्य सहूलियतें उपलब्ध कराई गई हैं. इसके अलावा, गंभीर रूप से बीमार होने वाले या हार्ट अटैक से पीडि़त श्रद्धालुओं को हेलीपैड तक पहुंचाने या निकटतम स्वास्थ्य केंद्र तक पहुंचाने की जिम्मेदारी आईटीबीपी के जवान निभा रहे हैं. उन्होंने बताया कि इस बार आईटीबीपी के जवानों को विशेषतौर पर प्राथमिक चिकित्सा के लिए ट्रेंड किया गया है. इन जवानों को प्लस साइन वाली ड्रेस के साथ अमरनाथ यात्रा मार्ग में तैनात किया गया है.
आईटीबीपी के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि बल सदस्यों को तीसरी जिम्मेदारी किसी भी प्रकार की प्राकृतिक आपदा से निपटते हुए श्रद्धालुओं को सुरक्षित स्थान तक पहुंचाना है. उन्होंने बताया कि आईटीबीपी के लगभग सभी जवान पर्वतीय क्षेत्र में उत्पन्न होने वाली परिस्थितियों के जानकार है, बल्कि उन्हें यह भी पता है कि इन परिस्थितियों से कैसे निपटना है. लिहाजा, आईटीबीपी की डिजास्टर मैनेजमेंट टीम को किसी भी आपात परिस्थिति से निपटने के लिए यात्रा मार्ग पर तैनात किया गया है.