भारतीय सेना (Indian Army) के जवान बॉर्डर पर तो देश की रक्षा करते ही हैं लेकिन मौका आने पर आम लोगों के लिए भी वो देवदूत बनकर सामने आते हैं.
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पिथौरागढ़: भारतीय सेना (Indian Army) के जवान बॉर्डर पर तो देश की रक्षा करते ही हैं लेकिन मौका आने पर आम लोगों के लिए भी वो संकटमोचक बनकर सामने आते हैं. ऐसी ही एक खबर उत्तराखंड के पिथौरागढ़ से आई है. यहां इंडो तिब्बत बॉर्डर पुलिस (ITBP) के जवानों ने एक घायल महिला को कंधे पर उठाकर 40 किमी का रास्ता पैदल तय किया और उसे अस्पताल पहुंचाया.
आईटीबीपी के जवानों ने महिला को अस्पताल पहुंचाने के लिए पिथौरागढ़ के लपसा गांव से मुनस्यारी तक करीब 15 घंटे की पैदल यात्रा की. इस दौरान उन्होंने बाढ़ वाले नालों और भूस्खलन से प्रभावित क्षेत्रों को पार किया.
बता दें कि गुरुवार को ये महिला एक पहाड़ी गिरकर घायल हो गई थी. इस दुर्घटना में उसका पैर टूट गया था. 14वीं बटालियन आईटीबीपी के जवानों ने सभी कठिनाइयों का सामना करते हुए उसे इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाया.
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गौरतलब है कि लपसा गांव पिथौरागढ़ के दूरदराज इलाके में स्थित है. बारिश और बाढ़ के कारण यहां लैंड स्लाइड भी हुआ है. जिसकी वजह से रास्ता टूट गया है. लगातार दो दिनों तक आईटीबीपी ने हेलीकॉप्टर को इलाके में लैंड करने की कोशिश की लेकिन कामयाबी नहीं मिली. इसके बाद घायल महिला को पैदल ही अस्पताल पहुंचाने का फैसला किया गया. आईटीबीपी के 25 जवानों ने स्ट्रेचर पर घायल महिला को रखा और 40 किमी दूर अस्पताल में इलाज के लिए ले गए.
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