Ghulam Nabi Azad Altaf Bukhari Alliance: गुलाम नबी आजाद (Ghulam Nabi Azad) और अल्ताफ बुखारी (Altaf Bukhari) के संभावित गठबंधन पर उमर अब्दुल्ला (Omar Abdullah) ने निशाना साधा है और पार्टी की तैयारियों को पुख्ता बताया है.
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Kashmir Lok Sabha Chunav: लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Chunav) की घोषणा के बाद से ही कश्मीर में यह खबर गर्म है कि अल्ताफ बुखारी (Altaf Bukhari) और गुलाम नबी आजाद (Ghulam Nabi Azad) के बीच चुनाव से पहले गठबंधन होगा ताकि उमर अब्दुल्ला (Omar Abdullah) की पार्टी नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC) को हराया जा सके. इन खबरों पर उमर अब्दुल्ला ने तंज कसते हुए कहा कि ये ए टीम और बी टीम कुछ भी कर सकती हैं. नेशनल कॉन्फ्रेंस चुनाव के लिए पूरी तरह से तैयार है. दरअसल, कश्मीर यह खबर आज कल चर्चा में है कि जम्मू-कश्मीर में एक नया गठबंधन बनने जा रहा है, ऐसा कहा जा रहा है कि पूर्व कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद और पूर्व मंत्री अल्ताफ बुखारी के नेतृत्व वाली पार्टियां आपस में हाथ मिलाएंगी. इसपर नेशनल कॉन्फ्रेंस के वीसी उमर अब्दुल्ला ने कहा कि हम किसी भी संभावित विपक्षी गठबंधन के खिलाफ किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए तैयार हैं. चाहे वह बी टीम, सी-टीम या डी-टीम हो.
उमर अब्दुल्ला का विरोधियों को जवाब
उमर अब्दुल्ला ने कहा कि यह पहली बार नहीं है कि जम्मू-कश्मीर में नेशनल कॉन्फ्रेंस को हराने के लिए कोई एक साथ आया हो. चाहे वह बी-टीम, सी-टीम या डी-टीम हो, वो मिल जाएं. लेकिन हम इस चुनाव के लिए तैयार हैं. उमर अब्दुल्ला ने कहा कि 1977 में जब जम्मू-कश्मीर के सभी राजनीतिक दल नेशनल कॉन्फ्रेंस के संस्थापक शेख अब्दुल्ला के खिलाफ एकजुट हुए थे, लेकिन जीत तब भी हमारी हुई थी. और जीत अब भी हमारी होगी. हमने आतंकवाद, बहिष्कार और वर्तमान में केंद्र में मौजूद सरकार से लड़ाई लड़ी है. केंद्र हमें हराने के लिए हर कोशिश कर रहा है, लेकिन हम इस चुनौती से भी गुजरेंगे.
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केंद्र पर उमर अब्दुल्ला का निशाना
उमर अब्दुल्ला का दावा है कि लोकसभा चुनाव में नेशनल कॉन्फ्रेंस को हराने के लिए नई दिल्ली अपनी पूरी ताकत लगा रही है. कोई भी चुनाव आसान नहीं होता. यह परिस्थितियों पर निर्भर करता है. इस बार नई दिल्ली हम पर काबू पाने के लिए हर हथकंडा अपना रही है. पिछले चुनावों में नेशनल कॉन्फ्रेंस के खिलाफ बंदूक का इस्तेमाल किया गया था और आतंकवादियों ने हमारे नेताओं और कार्यकर्ताओं को चुन-चुनकर निशाना बनाया था, लेकिन हमारी पार्टी ने विपरीत परिस्थितियों में भी चुनाव लड़ा.
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क्या होगा आजाद और बुखारी का गठबंधन?
दूसरी तरफ, अल्ताफ बुखारी की पार्टी अपनी पार्टी ने भी मान लिया है कि गठबंधन के लिए समान विचारधारा वाले दलों से गठबंधन की बातचीत चल रही है. अपनी पार्टी के वरिष्ठ नेता रफी मीर ने कहा कि संसदीय चुनावों के लिए चुनाव से पहले गठबंधन के लिए बातचीत चल रही है और कुछ दिनों में गठबंधन की घोषणा की जाएगी. रफी मीर ने कहा कि हम भाजपा के साथ गठबंधन नहीं कर रहे क्योंकि हमारी विचारधारा में मतभेद हैं. हां लेकिन भविष्य में हम इस तरह से सोच सकते हैं. उससे पहले हम खुद को मजबूत बनाएं.