2024 Lok Sabha Chunav: बीएसपी (BSP) नेता मायावती (Mayawato) के लोकसभा चुनाव अकेले लड़ने के फैसले पर यूपी की सियासत में अपना रसूख रखने वाले इस नेता ने कहा कि मायावती के अकेले चुनाव लड़ने से NDA को फायदा होगा और विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A कमजोर होगा. बसपा को छोड़कर विपक्ष ने जो गलती की है उसकी सजा उन्हें जरूर मिलेगी.
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Lok Sabha Election: सुभासपा (SBSP) के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर (Om Prakash Rajnhar) ने जी न्यूज़ से खास बातचीत में 2024 के लोकसभा चुनावों (Lok Sabha Elections) को लेकर स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) द्वारा दिए गए मंदिरों को लेकर बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि मौर्य जब सत्ता में रहते हैं तब उन्हें मंदिर-मस्जिद याद नहीं आता है लेकिन विपक्ष में आते ही वो अपनी हताशा और निराशा की वजह से ऐसे बयान देते रहते हैं.
सपा को गर्त में ले जा रहे मौर्या: राजभर
स्वामी प्रसाद मौर्य बयान दिए जाने पर सुभासपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्य का लक्ष्य समाजवादी पार्टी को खत्म करना है. पूरा देश आस्था से जुड़ा हुआ है. वहीं उनके बयान आस्था के खिलाफ जा रहे हैं इसलिए समाजवादी पार्टी तिलमिला उठी है. सपा का हाल सांप छछूंदर का हो गया है. सपा को यह समझ में नहीं आ रहा है कि स्वामी प्रसाद मौर्य को रखें या निकाले.
स्वामी प्रसाद मौर्य सपा को गर्त की तरफ लेकर जा रहे हैं. जब तक वो गर्त में लेकर नही जाएंगे तब तक सपा नेता की आंख नहीं खुलेगी. स्वामी प्रसाद के इस तरीके के बयान पार्टी और नेता के लिए खतरा है. वही कहा कि चौपाई मामले में भी सपा में दो गोल हो गए थे. आधे लोग जब स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ जंग खोल दिये तो अखिलेश यादव को आकर मोर्चा संभालना पड़ा था.
मायावती के इस दांव से चित होगा विपक्ष!
बसपा (BSP) प्रमुख मायावती (Mayawati) द्वारा 2024 लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Chunav) अकेले लड़ने के फैसले पर ओमप्रकाश राजभर ने कहा, 'मायावती के अकेले चुनाव लड़ने से एनडीए (NDA) को फायदा होगा और विपक्ष कमजोर होगा. मायावती को छोड़कर विपक्ष ने जो भी गलती की है उसकी सजा भी उन्हें ही मिलेगी. इसका पूरा फायदा एनडीए को मिलेगा.'
वहीं विपक्ष के I.N.D.I.A को ईस्ट इंडिया कंपनी बताते हुए कहा की विपक्ष की एकता खुद को बचाए रखने की कवायद भर है. विपक्ष के इंडिया वाले नाम पर तंज कसते हुए कहा कि इसका असली नाम ईस्ट इंडिया कंपनी है.
'विपक्ष का खेल खत्म'
ओम प्रकाश राजभर ने आगे कहा, 'पटना में बैठक हुई तो पहले पीडीए नाम रखा और जब बेंगलुरु में बैठक हुई तो नाम ईस्ट इंडिया कंपनी रखा. जो पार्टी देश में सत्ता में रही हो और आज भी देश के कई प्रदेशों में उसकी सरकार हो. उस पार्टी का बयान आया कि हमारी तरफ से प्रधानमंत्री का कोई चेहरा नहीं होगा. उन्हें लगा होगा कि अंगूर खट्टे हैं यानी विपक्ष के इस मोर्चे में प्रधानमंत्री की कुर्सी तो मिलेगी नहीं. ऐसे में वो लोग लोग मान चुके हैं विपक्ष किसी तरह जिंदा रहे. वो बस इसी बात के लिए लड़ रहे हैं. विपक्षी एकजुटता में कोई दम नहीं है. विपक्ष अपनी जमानत बचाने में लगा है. क्योंकि यहां नीतीश, ममता और केसीआर आकर वोट नहीं दिला सकते. खेल खत्म हो गया है.'