DNA: माधबी पुरी बुच का बचना मुश्किल है! आखिर सेबी चीफ का पूरा मामला क्या है?
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DNA: माधबी पुरी बुच का बचना मुश्किल है! आखिर सेबी चीफ का पूरा मामला क्या है?

PAC अध्यक्ष को ये अधिकार है कि वो चाहे तो किसी रेगुलेटरी संस्थान से किसी व्यक्ति को भी बुला सकते हैं. और इस मामले में सेबी प्रमुख माधबी पुरी बुच को बुलाया गया है. वैसे सेबी प्रमुख माधबी पुरी बुच पर कई गंभीर आरोप लगे हैं.

DNA: माधबी पुरी बुच का बचना मुश्किल है! आखिर सेबी चीफ का पूरा मामला क्या है?

Madhabi Puri Buch: भ्रष्टाचर के गंभीर आरोपों से घिरी सेबी प्रमुख माधबी पुरी बुच को आज PAC के सामने पेश होना था...लेकिन व्यक्तिगत कारणों से वो पेश नहीं हो पाए...PAC की आज की बैठक स्थगित हो गई है....हालांकि सेबी प्रमुख को आगे बुलाया जा सकता है....वैसे आज PAC की बैठक में काफी हंगामा भी हुआ. असल में माधबी पुरी बुच को आज संसदीय लोक लेखा समिति यानि PAC के सामने पेश होना था...लेकिन माधबी पुरी बुच PAC के सामने पेश नहीं हुई. PAC अध्यक्ष के सी वेणुगोपाल ने इस बात की जानकारी दी. 

ये जानिए कि सेबी प्रमुख माधबी पुरी आज PAC के सामने क्यों नहीं पेश हुई. आज सुबह 11 बजे सेबी प्रमुख माधबी पुरी बुच को PAC के सामने पेश होना था, लेकिन पेशी से महज डेढ़ घंटे पहले यानी साढ़े नौ बजे माधबी पुरी बुच ने PAC के सामने पेश होने में असमर्थता जताई. PAC के अध्यक्ष के सी वेणुगोपाल को माधबी पुरी बुच ने जानकारी दी कि व्यक्तिगत कारणों से जिसे टाला नहीं जा सकता है, आज मैं और मेरे प्रतिनिधि PAC की बैठक में पेश नहीं हो पाएंगे.

केसी वेणुगोपाल ने कहा कि आज सुबह, SEBI अध्यक्ष माधबी पुरी बुच ने सूचित किया कि वह दिल्ली आने में सक्षम नहीं है. एक महिला की गुजारिश को देखते हुए, हमने सोचा कि आज की बैठक को किसी और दिन के लिए स्थगित करना बेहतर होगा. हालांकि जब आज PAC की बैठक स्थगित कर दी गई तो इस मामले को लेकर PAC में सत्ता पक्ष के सदस्यों ने काफी हंगामा किया और सेबी प्रमुख को भेजे गए नोटिस को लेकर सवाल खड़े किए. हालांकि इससे पहले PAC की हुई बैठक में ये सर्वसम्मति से तय किया गया था कि सेबी सहित तमाम रेगुलेटरी संस्थानों के कामकाज की समीक्षा की जाएगी.

समिति की पहली बैठक में ही हमने अपने नियामक निकायों की समीक्षा के लिए स्वप्रेरित विषय पर चर्चा करने का निर्णय लिया. इसलिए हमने SEBI को बुलाया. आज सुबह SEBI की समीक्षा के लिए उन्हें बुलाया गया था.समिति शाखा ने संबंधित लोगों को नोटिस भेजा. सबसे पहले, उन्होंने उपस्थित होने से छूट मांगी, जिसे हमने अस्वीकार कर दिया. इसके बाद उन्होंने पुष्टि की कि वह और उनकी टीम समिति के सामने उपस्थित होंगे.

PAC अध्यक्ष को ये अधिकार है कि वो चाहे तो किसी रेगुलेटरी संस्थान से किसी व्यक्ति को भी बुला सकते हैं. और इस मामले में सेबी प्रमुख माधबी पुरी बुच को बुलाया गया है....वैसे सेबी प्रमुख माधबी पुरी बुच पर कई गंभीर आरोप लगे हैं....सेबी प्रमुख आज की बैठक में पेश नहीं हुए है तो इस मामले में सेबी प्रमुख माधबी पुरी बुच को फिर से नोटिस देकर अगली तारीख पर बुलाया जा सकता है.

PAC की बैठक में नहीं आने की वजह से इसे अवमानना मानते हुए इस मामले को विशेषाधिकार कमेटी को भी भेजा सकता है.....क्योंकि सेबी प्रमुख के नहीं आने को PAC में पेशी से बचने के प्रयास के रूप में देखा जा सकता है, और कमेटी इसपर भी विचार कर रही है. आज की बैठक में काफी हंगामा हुआ और ये हंगामा सत्ता और विपक्ष के सदस्यों के बीच हुआ....बीजेपी ने कांग्रेस नेता और PAC अध्यक्ष के सी वेणुगोपाल पर सेबी प्रमुख को बुलाने के लेकर सवाल खड़े किए.....ऐसे सेबी प्रमुख पर पहले से ही कई भ्रष्टाचार से कई गंभीर आरोप लगे हैं और बीजेपी सरकार कई बार कह चुकी है कि भ्रष्टाचार के मुद्दे पर कोई नरमी नहीं बरती जाएगी

अमेरिकी रिसर्च फर्म हिंडनबर्ग से लेकर कांग्रेस तक ने सेबी प्रमुख पर इनसाइडर ट्रेडिंग से लेकर अपने पद से दुरुपयोग तक के कई गंभीर आरोप लगाए हैं....ऐसे में सेबी प्रमुख माधबी पुरी बुच सवालों के घेरे में जरूर ही है सेबी प्रमुख पर कुछ बड़े आरोपों की बात करे तो,

  • SEBI के सेक्शन-54 का उल्लंघन करना
  • सेबी प्रमुख रहते हुए पद का दुरुपयोग करना
  • सरकारी वेतन के अलावा दूसरी कंपनियों से पैसे लेना
  • सेबी में रहते हुए ICICI से 16.80 करोड़ रु लेना
  • सेबी से सैलरी के साथ ICICI बैंक से पैसे लेना
  • ICICI बैंक और उसके सहयोगी कंपनियों की शिकायतों को निपटाना
  • टैक्स चोरी और इनसाइडर ट्रेडिंग करना
  • 'अगोरा एडवायजरी प्राइवेट' के जरिए पैसे कमाना
  • एडवाजरी के नाम पर 6 कंपनियों से पैसे लेना
  • सेबी में रहते हुए एडवायजरी के रूप में पैसे लेना
  • एडवायजरी के रूप जिन कंपनियों से पैसे लिए उनको फायदा पहुंचाना
  • सेबी चीफ रहते हुए लिस्टेड शेयरों में ट्रेडिंग करना
  • 36.9 करोड़ रु से ज्यादा की शेयर ट्रेडिंग करना
  • सेबी के अधिकारियों के साथ बदतमीजी करना
  • सेबी में दमनकारी माहौल बनाने का आरोप
  • कई लिस्टेड कंपनियों से अलग-अलग तरीके से पैसे लेना शामिल है.

यह बात सही है कि सेबी के इतिहास में शायद ही कभी सेबी प्रमुख इस तरह के गंभीर आरोप लगे हैं. सेबी प्रमुख माधबी पुरी बुच के अलावा उनके पति धवच बुच भी कई आरोप लगे हैं. सेबी प्रमुख ने इन सभी आरोपों को हमेशा गलत बताया और खारिज किया है. सूत्रों के मुताबिक PAC माधबी पुरी बुच को फिर से बुलाने पर पूरी तरह से विचार कर रही है, क्योंकि आज सुबह जिस तरीके से PAC अध्यक्ष के सी वेणुगोपाल को नहीं आने की सूचना दी गई उससे वो नाखुश हैं. मतलब साफ है कि गंभीर आरोपों से घिरी माधबी पुरी बुच की मुश्किलें आने वाले दिनों और बढ़ सकती है.
अशोक राज के साथ ब्यूरो रिपोर्ट, जी मीडिया

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