शहर के सिविल लाइन थाने में गुरुवार की दोपहर हुई गोली बारी की घटना में घायल TI अब खतरे से बाहर है. लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि जिस पुलिस वाले के खिलाफ 69 शिकायतें पहले से दर्ज हो, उसे एमपी विधानसभा अध्यक्ष की सुरक्षा की जिम्मेदारी भी मिल चुकी हैं.
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अजय मिश्रा/रीवा: शहर के सिविल लाइन थाने में गुरुवार की दोपहर हुई गोली बारी की घटना में घायल TI अब खतरे से बाहर है. घटना के 6 घंटे बाद देर रात भोपाल और जबलपुर से रीवा के मिनर्वा अस्पताल पहुंचीं स्पेशल डाक्टरों की टीम ने सफल ऑपरेशन कर TI हितेंद्र नाथ शर्मा के कांधे में धंसी गोली को बाहर निकाल लिया. ऑपरेशन के बाद शुक्रवार की सुबह अन्य थाना प्रभारी TI से मिलने अस्पताल पहुंचे, जिसके बाद घायल TI अपने अन्य साथियों को Thumbs-Up करते हुऐ दिखाई दिए.
बता दें कि 5 दिन पूर्व लाइन अटैच हुए SI बीआर सिंह गुरुवार की दोपहर सिविल लाइन थाने के अंदर प्रवेश कर TI हितेंद्र नाथ शर्मा पर अपनी सर्विस रिवॉल्वर से फायरिंग कर दी थी. गोली सीधा सीने के ठीक ऊपर जा लगी. घटना के बाद 7 घंटे तक आरोपी SI, ने खुद को TI के कक्ष में कैद रखा था. बताया जा रहा है कि लाइन अटैच हुए SI काफी नाराज थे. शायद उन्हे आशंका थी कि लाइन हाजिर कराने में कही न कहीं TI हितेंद्र नाथ शर्मा का हाथ है.
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विवादों से पुराना नाता
आरोपी SI बीआर सिंह एक तेज तर्रार पुलिस अफसर है और विवादों से उनका गहरा नाता भी रहा है. चर्चा है कि पुलिस विभाग के पास आरोपी हितेंद्र नाथ शर्मा की कुल 69 शिकायतें थी. जिसके चलते वह कई बार लाइन हाजिर किए गए.
विधानसभा अध्यक्ष की सुरक्षा का जिम्मा
बताया यह भी जा रहा है कि डेढ़ वर्षों तक आरोपी SI बीआर सिंह मध्यप्रदेश विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम की सुरक्षा में भी तैनात रहे हैं. अब यह बड़ा सवाल है की इस तरह के सनकी अफसर की तैनाती मध्यप्रदेश विधानसभा अध्यक्ष की सुरक्षा में तैनात क्यों किया गया था? जिसके खिलाफ विभाग को 69 शिकायतें पहले से ही प्राप्त थी. TI को गोली मारकर उन्हें घायल करने वाले आरोपी SI बीआर सिंह पर 307 का मुकदमा कायम कर उन्हे न्यायालय में पेश किया गया जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया.