पिता ने की मां की हत्या तो 4 साल की मासूम को स्कूल से निकाला, कहा- 'तुमसे स्कूल को खतरा है'
ऐसे में इस मासूम का जब उसके नाना ने अपने ही घर के पास की एक स्कूल में दाखिला कराया तो अब उसे बीच सत्र में ही यह कहकर निकाल दिया गया क्योंकि उसके पिता ने ही उसकी मां का कत्ल किया गया है.
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नई दिल्लीः कहते हैं घर के बड़ों के कर्मों का भुगतान हमेशा घर के बच्चों को करना पड़ता है, फिर चाहे कर्म अच्छे हों या बुरे. ऐसा ही एक मामला मध्य प्रदेश के सतना से भी सामने आया है, जहां एक पति के अपनी पत्नी की हत्या करने पर अब उसकी बेटी को उसके गुनाहों की सजा मिल रही है. दरअसल, सतना के राजेंद्र नगर इलाके में रहने वाले अतुल सिंह ने 2 माह पहले अपनी पत्नी का कत्ल कर दिया था, जिसके चलते युवक को हत्या के जुर्म में जेल भेज दिया गया. जिसके बाद अब 4 साल की मासूम को बिना मां-बाप के अपने नाना के यहां रहना पड़ रहा है. ऐसे में इस मासूम का जब उसके नाना ने अपने ही घर के पास की एक स्कूल में दाखिला कराया तो अब उसे बीच सत्र में ही यह कहकर निकाल दिया गया क्योंकि उसके पिता ने ही उसकी मां का कत्ल किया गया है.
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स्कूल से बच्ची को महज यह कहकर निकाल दिया गया कि उसके पिता ने हत्या की है और हमारे स्कूल को भी उससे खतरा हो सकता है. शायद यह बात किसी के भी गले से ना उतरे, लेकिन यह सच है. सतना के राजेंद्र नगर इलाके में स्थित किडजी इंटरनेशनल स्कूल से बच्ची को निकालने के कारण पर स्कूल प्रबंधन का कहना है कि बच्ची का पिता हत्यारा है और वह स्कूल में किसी हत्यारे के बच्चे को नहीं पढ़ने देना चाहता क्योंकि यह स्कूल के लिए भविष्य में खतरा साबित हो सकता है. इसलिए हम बच्ची को स्कूल में नहीं रहने दे सकते हैं. वहीं बच्ची के नाना का कहना है कि इस तरह से बच्ची को स्कूल से निकालना बेहद गलत है और यह शिक्षा के अधिकार के विरुद्ध है.
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बता दें जब इस पूरे मामले पर स्कूल प्रबंधन से बात करने की कोशिश की गई तो स्कूल प्रबंधन ने कुछ भी कहने से मना कर दिया और स्कूल के गेट पर ताला जड़ दिया गया. वहीं जिला शिक्षा अधिकारी की मानें तो स्कूल प्रबंधन इस तरह से बच्ची को स्कूल से निकालकर उसे शिक्षा से वंचित नहीं कर सकता है. अगर स्कूल बच्ची की पढ़ाई में अड़ंगा लगाता है और उसे दोबारा एडमिशन नहीं देता है तो स्कूल पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी. साथ ही ऐसे लोगों पर अलग से कार्रवाई की जाएगी जिनका इस मामले में प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से हाथ है.
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