होली पर अपनों को गुलाल लगाने से पहले जानिए इन 5 रंगों का महत्व, बिना बोले आप अपनी फीलिंग कर देंगे शेयर
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होली पर अपनों को गुलाल लगाने से पहले जानिए इन 5 रंगों का महत्व, बिना बोले आप अपनी फीलिंग कर देंगे शेयर

Holi 2023 color: रंगों का हमारे जीवन में विशेष स्थान है. इन रंगों का इस्तेमाल होली के अवसर पर मौज-मस्ती के लिए करते हैं. जानिए इस होली रंगो का महत्व

होली पर अपनों को गुलाल लगाने से पहले जानिए इन 5 रंगों का महत्व, बिना बोले आप अपनी फीलिंग कर देंगे शेयर

Holi 2023: रंग हमारे जीवन का हिस्सा होते हैं और इन रंगों (Holi Colors) से हमारा गहरा लगाव होता है. इन रंगों का इस्तेमाल कपड़ों, वस्तुओं व होली में किया जाता हैं. इन रंगों का अपना एक विशेष महत्व है. बता दें होली पर इन रंगों का इस्तेमाल सिर्फ होली खेलने के लिए नहीं किया जाता, बल्कि इन रंगों का मानसिक, धार्मिक, वैज्ञानिक और सेहत की दृष्टि से भी विशेष महत्व है. आइए जानते हैं इन रंगों का महत्व...

लाल रंग- लाल रंग का इस्तेमाल शुभ अवसरों पर किया जाता है. ये रंग ऊर्जा, साहस, क्रोध,उत्साह, जोश और शुद्धता का प्रतीक है. वहीं लाल रंग अग्नि का सूचक भी है. जो ऊर्जा, गर्मी और जोश प्रदान करता है. इसलिए इस रंग का उपयोग होली के अवसर पर मौज-मस्ती के लिए किया जाता है.

हरा रंग- हरा रंग हरियाली, प्रसन्नता और प्रकृति की सुंदरता को प्रदर्शित करता है. इस रंग को सौभाग्य व समृद्धि का प्रतीक भी कहा जाता है. इस  रंग का इस्तेमाल लोग होली के अवसर पर होली खेलने के लिए करते हैं. साथ ही यह रंग मन की चंचलता को दूर करता है.

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पीला रंग- पीले रंग को यश, शांति, सुकून और योग्यता का प्रतीक माना जाता है. साथ ही यह रंग युवास्था को भी दर्शाता है. जिसका मस्तिष्क पर सीधा प्रभाव पड़ता है. इस रंग को देखने से मन में प्रकाश और ज्ञान का आभाष होता है. इस रंग का इस्तेमाल धार्मिक अनुष्ठान में भी किया जाता है. 

नीला रंग- नीला रंग मानसिक शांति, आकाश, जल, वायु का प्रतीक है. इस रंग का धार्मिक व ज्योतिष की दृष्टि से भी विशेष महत्व है. यह रंग प्राण व प्रकृति से भी संबंधित होता है. 

बैंगनी रंग- बैंगनी रंग कल्पनाओं और जादू के समान होता है. इस रंग का इस्तेमाल प्राचीनकाल में धैर्य और बलिदान के लिए किया जाता था. साथ ही इस रंग को प्रायश्चित व तप का प्रतीक भी माना जाता है.

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