Kishor Kumar Birthday 2022: आज किशोर कुमार का 93वां जन्मदिन है. किशोर कुमार ने अपने जीवन में तकरीबन 16 हजार फ़िल्मी गाने गाए थे.इसके अलावा उनको 8 बार फ़िल्म फेयर का अवार्ड भी मिला है..
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Kishor Kumar Birthday 2022: हिंदी सिनेमा जगत में कभी सुरीली आवाज़ की बात होती है, तो सबसे पहला नाम जुंबा पर किशोर कुमार और लता मंगेशकर का ही आता है. दोनों ही महान सिंगर मध्यप्रदेश की जमीं से निकले हैं. आज कई दशकों से अपने अलग अंदाज और अलग गायन शैली की वजह से पहचाने जाने वाले किशोर कुमार का 93वां जन्मदिन हैं. हिंदी सिनेमा में कई गायक आए और गए लेकिन किशोर कुमार की आवाज का जादू आज भी बरकरार है. लेकिन बहुत कम लोग जानते हैं कि एक वक्त ऐसा आया जब लता मंगेशकर ने किशोर कुमार संग गाना गाने से मना कर दिया था.
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दरअसल इसकी वजह किशोर कुमार का मज़ाक करना था. लता दीदी किशोर कुमार की मजाक करने की आदत से काफी परेशान हो गई थी. तो चलिए जानते हैं आखिर क्या था ये किस्सा.....
किशोर कुमार के मजाक से तंग आई दीदी
दरअसल कुछ समय पहले मशहूर गीतकार समीर अंजान कॉमडी सीरियल 'द कपिल शर्मा शो' आए थे. जहां उन्होंने लता मंगेशकर और किशोर दा से जुड़ा ये मजेदार किस्सा सुनाया गया था. मीर ने बताया कि एक वक्त ऐसा कि लता दीदी ने किशोर कुमार संग गाना बंद कर दिया था. इसकी वजह किशोर कुमार के चुटकुले थे. क्योंकि किशोर कुमार बात करते करते जोक सुनाने लगते थे. उनके जोक सुनकर लता मंगेशक खूब हंसती थी. जिसकी वजह से उनकी आवाज थक जाती थी, और किशोर गाना गाकर चले जाते थे. ये देख लता मंगेशकर इतनी नाराज़ हुई कि उन्होंने कहा कि 'इसे गा लेने दो मैं इनके साथ नहीं गाउंगी'
कैसा रहा फिल्मी सफर
किशोर कुमार ने 16 हजार फ़िल्मी गाने गाए. उनको 8 बार फ़िल्म फेयर अवार्ड मिला. किशोर कुमार के फिल्मी करियर की शुरुआत एक अभिनेता के रूप में वर्ष 1946 में फिल्म 'शिकारी' से हुई थी. किशोर कुमार 1970 से 1987 के बीच सबसे महंगे गायक थे. किशोर कुमार ने अमिताभ बच्चन, राजेश खन्ना, जीतेन्द्र जैसे बड़े-बड़े दिग्गज कलाकारों के लिए आवाज दी थी.
लता मंगेशकर के किशोर दा के पसंदीदा गाना
लता मंगेशकर ने किशोर कुमार के साथ पहली बार साल 1948 में कौन आया रे (जिद्दी) गाना गाया था. वहीं लता मंगेशकर ने किशोर दा के अपने पसंदीदा गानों की चर्चा करते हुए बताया था कि उनके पसंदीदा गीतो में कुछ तो लोग कहेंगे, लोगों का काम है कहना और चिंगारी कोई भड़के (अमर प्रेम), मेरे सामने वाली खिड़की में (पड़ोसन), तुम बिन जाऊं कहां (प्यार का मौसम), रात कली एक ख्वाब में आई (बुड्ढा मिल गया), ये दिल न होता बेचारा (ज्वेल थीफ), कोई लौटा दे मेरे बीते हुए दिन (दूर गगन की छांव में) है.
दोनों सितारे मध्यप्रदेश के
बता दें कि 28 सितंबर, 1929 को इंदौर के सिख मोहल्ले में लता मंगेशकर का जन्म हुआ था. पांच साल की उम्र में ही लता ने अपने पिता से गाना सीखना और एक्टिंग करना शुरू कर दिया था. जन्म के बाद से लताजी का ज्यादातर जीवन मुंबई में बीता, लेकिन इंदौर को वे कभी नहीं भूलीं. वहीं 4 अगस्त 1929 को किशोर कुमार का जन्म मध्यप्रदेश के खंडवा जिले में हुआ था. किशोर कुमार जब तक जिंदा थे अक्सर खंडवा के इस पैतृक मकान में आते रहते थे. 1989 में उनकी मृत्यु हो गई. उनकी दिली इच्छा थी कि वह जीवन के अंतिम समय में खंडवा में ही आकर रहे. इसलिए उनकी मृत्यु के बाद पार्थिव शरीर को मुंबई से खंडवा लाया गया और खंडवा में ही उनका अंतिम संस्कार किया गया.