MP News: तेज आवाज में गाने बजाने पर पहली FIR, पुलिस ने जब्त किया म्यूजिक सिस्टम
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MP News: तेज आवाज में गाने बजाने पर पहली FIR, पुलिस ने जब्त किया म्यूजिक सिस्टम

 मध्यप्रदेश के नए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने लाउडस्पीकरों को लेकर आदेश जारी किया है. जिसके मुताबिक धार्मिक स्थलों पर तेज आवाज में बजने वाले लाउडस्पीकर समेत शादी-ब्याह में बजने वाले DJ पर रोक लगाने का ऐलान किया हैं.

MP News: तेज आवाज में गाने बजाने पर पहली FIR, पुलिस ने जब्त किया म्यूजिक सिस्टम

MP Police loudspeakers Action: मध्यप्रदेश के नए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने लाउडस्पीकरों को लेकर आदेश जारी किया है. जिसके मुताबिक धार्मिक स्थलों पर तेज आवाज में बजने वाले लाउडस्पीकर समेत शादी-ब्याह में बजने वाले DJ पर रोक लगाने का ऐलान किया हैं. इसका उल्लघंन करने पर कार्रवाई की चेतावनी भी दी गई है, इसी कड़ी में भोपाल के ऐशबाग में स्थित मराठी मोहल्ले में पुलिस की पहली कार्रवाई देखने को देखने को मिली है. 

दरअसल तेज आवाज़ में म्यूजिक बजाने पर पुलिस ने FIR दर्ज की है. सीएम यादव के आदेश के बाद राजधानी में ये पहली कार्रवाई बताई जा रही है.

आखिर क्या था मामला
जानकारी के मुताबकि मराठी मोहल्ला में दीपक अपने परिवार के साथ रहता है. उसके परिवार में कार्यक्रम था तो उसने अपने घर के बाहर दो बड़े स्पीकर लगा रखे थे, और एम्प्लीफायर की मदद से तेज आवाज में फिल्मी गाने बजाए जा रहे थे. कई लोग तो गाने पर डांस भी कर रहे थे. बाद में मोहल्ले के लोगों ने इसकी शिकायत कर दी. फिर क्या था ऐशबाग थाने से एक एएसआई और दो पुलिस वाले मौके पर पहुंच गए. पुलिस ने आरोपी के खिलाफ कोलाहल एक्ट के तहत मामला  दर्ज कर लिया.

आरोपी हुआ फरार 
वहीं पुलिस के मामला दर्ज करने के बाद आरोपी मौके से फरार हो गया और एम्प्लीफायर मशीन, एक मोबाइल और म्यूजिक सिस्टम जब्त कर लिया है. 

एमपी में लाउडस्पीकर बैन!
बता दें कि सीएम पद का चार्ज संभालते हुए ही 13 दिसंबर 2023 के आदेश में कहा गया है कि मंदिरों और मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाने का प्रयास किया जाएगा. नियमों का पालन नहीं करने वाले धार्मिक स्थलों की सूची तैयार की जाएगी. इसके अलावा  आदेश में आगे कहा गया है कि लाउडस्पीकर के अनावश्यक उपयोग से ध्वनि प्रदूषण होता है, जिससे काम पर ध्यान केंद्रित करने की मानवीय क्षमता कम हो जाती है और देर रात के दौरान इसके उपयोग से लोगों की नींद में खलल पड़ता है. इसलिए यह सुनिश्चित करने का प्रयास किया जा रहा है कि लाउडस्पीकर या डीजे का दुरुपयोग न हो.

रिपोर्ट - आकाश द्विवेदी

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