Narottam Mishra Vs Digvijay Singh: 2000 रुपये के नोट पर राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने इंदौर में कहा कि कल को वो यह भी कहेंगे जब आदमी को मरना ही था तो पैदा ही क्यों हुए.
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शिव शर्मा/इंदौर: मध्यप्रदेश (MP News) के इंदौर (Indore News) जिले के प्रवास पर आए गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह के बयानों के जवाब दिए. बीजेपी नेता ने दिग्विजय सिंह द्वारा कॉलोनियों को वैध करने के नोटिफिकेशन जारी न करने के बयान पर कहा कि कांग्रेस व दिग्विजय सिंह ने आज तक हमारे द्वारा किए गए किसी काम की खुशी जाहिर नहीं की, लेकिन फिर भी 20 सालों से हमें उनसे ज्यादा वोट मिल रहे हैं. वहीं 2,000 के नोट बंद होने वाले दिग्विजय सिंह के बयान पर जिसमें उन्होंने कहा था कि 2000 नोट बन्द करने से पहले सरकार को ये बताना चाहिए कि वो इसे लाए क्यों थे? इस पर कटाक्ष करते हुए गृह मंत्री ने कहा कि कल को वो यह भी कहेंगे कि जब आदमी को मरना ही था तो पैदा ही क्यों हुए?
बैठक में शामिल होने इंदौर पहुंचे गृह मंत्री
गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा गृहमंत्री जनसेवा अभियान के तहत बैठक में शामिल होने इंदौर आए थे. उन्होंने बताया कि 6,000 नामांतरण इंदौर में हुए 35,000 जाति प्रमाण पत्र इंदौर में बनाए गए. इसके साथ ही उन्होंने बताया कि 4,735 ड्राइविंग लाइसेंस बनाए गए और 20,000 किसान क्रेडिट कार्ड और मुख्यमंत्री बाल हृदय योजना के 30 बच्चों को इलाज के लिए भेजा है.
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ड्रग्स को लेकर एक्शन
गौरतलब है कि ड्रग्स को लेकर सरकार पहले से ही एक्शन मोड में नजर आ रही है. गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बताया कि ड्रग पेडलर की जमानत जो भी व्यक्ति देगा. उस व्यक्ति का उसके मोहल्ले में नाम लिखकर लगाया जाएगा. इसका प्रथम चरण इंदौर से शुरू होगा.
इसके साथ जिला योजना समिति की बैठक में हुए निर्णय के बारे में भी जानकारी देते हुए गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बताया कि इंदौर में एक राजेन्द्र नगर में ऑडिटोरियम निर्माणाधीन है. जिसका प्रस्ताव इंदौर विकास प्राधिकरण ने दिया था और इसका नाम सुरकोकिला लता मंगेशकर ऑडिटोरियम के नाम दिया जाएगा एवं नवीन शासकीय महाविद्यालय नंदा नगर विधायक रमेश मेंदोला के प्रस्ताव पर मां कनकेश्वरी देवी शासकीय महाविद्यालय नंदा नगर के नाम से जाना जाएगा और इंदौर विकास प्राधिकरण द्वारा बनाया जा रहा ब्रिज का नाम सेवालाल ब्रिज के नाम से जाना जाएगा. ये तीन प्रस्ताव जिला योजना समिति की बैठक में किए गए हैं.