MP Politics: महाकाल मंदिर में फोटोग्राफी बैन पर गरमाई सियासत, कलेक्टर ने दिया जवाब
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MP Politics: महाकाल मंदिर में फोटोग्राफी बैन पर गरमाई सियासत, कलेक्टर ने दिया जवाब

बाबा महाकाल के धाम में कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा के पहुंचने से पहले गर्भ गृह में फोटोग्राफी प्रतिबंध होने को लेकर काग्रेस के नेता सवाल खड़े कर रहे थे, जिसको लेकर उज्जैन कलेक्टर ने स्पष्टीकरण देते हुए कहा है कि फोटोग्राफी सिर्फ आम श्रदालुओं के लिए प्रतिबंधित है.

MP Politics: महाकाल मंदिर में फोटोग्राफी बैन पर गरमाई सियासत, कलेक्टर ने दिया जवाब

राहुल सिंह राठौड़/उज्जैन: कांग्रेस पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी कि भारत जोड़ो यात्रा 1 दिसंबर को बाबा महाकाल की नगरी उज्जैन में प्रवेश करने वाली है. उज्जैन में प्रवेश करते ही सबसे पहले राहुल गांधी बाबा महाकाल के दर्शन लाभ लेंगे. लेकिन मंदिर के गर्भ गृह में हाल ही में फोटोग्राफी पर लगे प्रतिबंध को लेकर सियासत गरमा गई है. कांग्रेस लगातार भाजपा सरकार को घेर रही है. लेकिन इस पूरे मुद्दे मैं कांग्रेस यह भूल गई कि यह प्रतिबंध सिर्फ आम श्रद्धालुओं पर लागू है, जो कि गर्भ गृह में दर्शन करते वक्त मोबाइल व कैमरा का प्रयोग नहीं कर सकते.

दर्शन से ज्यादा फोटग्राफी में लेते थे समय
बता दें कि इस प्रतिबंध की मुख्य वजह यह है कि जब 1500 रुपए कि रसीद लेकर श्रद्धालु भगवान को जल चढ़ाने मंदिर के गर्भ गृह में पहुंचते हैं तो साथ में मोबाइल व कैमरा भी लेकर चले जाते है और आधा समय फोटो खींचवाने में लगा देते हैं, जिससे गर्भ गृह में जगह कम होने से भीड़ बढ़ जाती है. ऐसे में गणेश मंडपम व कार्त्तिक मंडपमं से दर्शन करने वाले श्रद्धालु भगवान के दर्शन नहीं कर पाते. आइए आपको बताते हैं जिला कलेक्टर आशीष सिंह से इस पूरे मामले को लेकर क्या कहा?

जानिए क्यों बंद हुई फोटोग्राफी
दरअसल 12 नवंबर को जिला कलेक्टर व मंदिर समिति के अध्यक्ष आशीष सिंह ने जो प्रतिबंध के आदेश जारी किये थे. उसमें उन्होंने कहा था कि दो व्यवस्थाएं बदली है, एक तो मंदिर के गर्भ गृह में आम श्रद्धालुओं द्वारा मोबाइल कैमरा ले जाने पर प्रतिबंध लगाया गया है, क्योंकि श्रद्धालु गर्भ ग्रह में दर्शन कम फोटोग्राफी में ज्यादा समय बिताते है. जिसके कारण गर्भ ग्रह में भीड़ बढ़ जाती है और गणेश मंडपम व कार्तिक मंडपम से दर्शन करने वाले श्रद्धालु नाराज होते हैं, वे लंबी लाइन में लगने के बाद भी दर्शन नहीं कर पाते. ऐसे में सबको दर्शन हो सके इसलिए व्यवस्था बदली गई है, गर्भ गृह में मोबाइल व कैमरा आम श्रद्धालुओं के ले जाने पर प्रतिबंध इसलिए है कि श्रद्धालु अच्छे से दर्शन कर जल्दी बाहर निकल सके.

जानिए क्या कहा कलेक्टर ने
वहीं बुधवार को कलेक्टर आशीष सिंह ने कहा मैं स्पष्ट कर दूं जब कोई वीआईपी, वीवीआईपी मंदिर में आता है और गर्भ गृह में बाबा महाकाल के दर्शन करता है तो उस वक्त कैमरा व मोबाइल गर्भ गृह के द्वार पर साइड में खड़े होकर मीडिया कर्मी व मंदिर समिति के अधिकृत कैमरामैन कैमरा व मोबाइल का उपयोग कर सकते हैं, क्योंकि उस वक्त श्रद्धालु गर्भ गृह में नहीं होते हैं. सिर्फ वीआईपी वीवीआईपी मौजूद होते हैं ऐसे में भीड़ नहीं होती है तो आसानी से व्यवस्था बनी रहती है.

उज्जैन पहुंचे सज्जन वर्मा ने दिया बयान!
उज्जैन पहुंचे पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने कहा कि हम लोग लंबे समय से विपक्ष में बैठे है, राहुल गांधी के आने से पहले महाकाल मंदिर के गर्भगृह में फोटोग्राफी पर प्रतिबंध लगाना सरकार की मानसिकता दर्शाता है. इससे राहुल गांधी को कोई फर्क पड़ने वाला नहीं है. वे तीसरी बार महाकाल मंदिर में आ रहे हैं. वहीं आपको बता दे इससे पहले कांग्रेस विधायक ने भी आरोप लगाया था कि महाकालेश्वर मंदिर समिति ने भारत जोड़ो यात्रा को देखते हुए यह निर्णय लिया. हालांकि राहुल वर्ष 2010 नवंबर व अक्टूबर 2018 में भी महाकालेश्वर मंदिर आए थे.

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