केंद्रीय राज्य मंत्री रेणुका सिंह ने छत्तीसगढ़ में हो रही ईडी की कार्रवाई को लेकर बयान दिया है. इसके अलावा उन्होंने नंदकुमार साय पर भी अपनी प्रतिक्रिया दी है.
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शैलेंद्र सिंह राठौर/बिलासपुर: छत्तीसगढ़ में इस साल विधानसभा चुनाव होने वाले हैं, लेकिन इससे पहले प्रदेश में आयकर विभाग और ईडी (ED) की कार्रवाई तेज हो गई है. इस पर केंद्रीय राज्य मंत्री रेणुका सिंह ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि सेंट्रल एजेंसी पूरी तरीके से स्वतंत्र है और जहां पर कुछ गलत होता है, प्रमाण के साथ ऐसा काम करती हैं. जहां गड़बड़ी होती है शिकायतों के आधार पर ही एजेंसी काम करती है.
बता दें कि शुक्रवार को ईडी ने कांग्रेस नेता और आईएएस अफसर के यहां दबिश दी थी. इससे पहले मंगलवार से आयकर विभाग की टीम ने राज्य के कई जिलों में दबिश दी थी. इस पर केंद्रीय राज्य मंत्री रेणुका सिंह का बयान सामने आया है.
केंद्रीय राज्य मंत्री रेणुका सिंह ने कहा कि सेंट्रल एजेंसी पूरी तरीके से स्वतंत्र है और जहां पर कुछ गलत होता है, प्रमाण के साथ ऐसा काम करती हैं. यदि यहां पर कुछ गलत हुआ है, वहां गिरफ्तारियां हुई है. जहां गड़बड़ी होती है शिकायतों के आधार पर ही एजेंसी काम करती है.
देख रहे हैं कि चाहे रेत माफिया है, कोल घोटाला हुआ है, चावल घोटाला हुआ है और आबकारी विभाग में भी शराब घोटाला हुआ है. यदि इस प्रकार के घोटाले हुए हैं और यदि इसमें कोई नेता हो व्यापारी अधिकारी संलिप्त हो तो उस पर कार्यवाही स्वभावी है. केवल छत्तीसगढ़ में ही नहीं अन्य प्रदेशों में भी इस प्रकार की गड़बड़ी और शिकायतों के आधार पर एजेंसी स्वतंत्र रूप से कार्रवाई कर रही है.
नंदकुमार साय पर दिया बड़ा बयान
वहीं केंद्रीय राज्य मंत्री रेणुका सिंह ने भारतीय जनता पार्टी के पूर्व नेता व वर्तमान में कांग्रेसी CSIDC के अध्यक्ष नंदकुमार साय के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि नंदकुमार साय भारतीय जनता पार्टी में बहुत सम्मानीय नेता रहे हैं. वह अभी जिस पार्टी में है उस पार्टी की चिंता करें. छत्तीसगढ़ प्रदेश के आदिवासी वरिष्ठ नेताओं में उनका नाम और भारतीय जनता पार्टी ने उनको एक नहीं अनेक अवसर दिए और जिस जनजाति कार्य मंत्रालय में मैं आज मंत्री के रूप में काम कर रही हूं, उसमें जो कमीशन है वह कमीशन के चेयरमैन रहे हैं. उनको कैबिनेट मंत्री का दर्जा प्राप्त था और देश के 12 करोड़ लोगों की सेवा करने का अवसर की भारतीय जनता पार्टी ने और हमारे देश के प्रधानमंत्री ने उनको दिया था.
मैं नंदकुमार के लिए एक लाइन कहूंगी उन्हें भारतीय जनता पार्टी के बारे में कुछ नहीं कहना चाहिए. जिस दल में वह गए हैं, बहुत सारी उम्मीदों के साथ संभावनाओं के साथ उन्हें अपने दल की चिंता करनी चाहिए और जिस कारण से उनकी नाराजगी होती रहेगी के छत्तीसगढ़ में ट्राइबल मुख्यमंत्री होना चाहिए तो जिस दिल में है उस दल में इस बात को उनको उठाना चाहिए और मुझे लगता है कि इस बात की ही पीड़ा है. उन्हें इसलिए उस दल में गए हैं और उन्हें अब भाजपा के बारे में कुछ नहीं बोलना चाहिए कि भाजपा कमजोर हो रही है कि मजबूत हो रही है. 2023 और 2024 में नंदकुमार साय देखेंगे कि भारतीय जनता पार्टी का रिजल्ट क्या रहता है.