ज्योतिरादित्य सिंधिया कांग्रेस में रहने के दौरान मनमोहन सरकार में भी अहम मंत्रालयों की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं.
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नई दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कैबिनेट में जल्द ही विस्तार किया जा सकता है. माना जा रहा है कि संसद के मानसून सत्र से पहले ही कैबिनेट विस्तार संभव है. संसद का मानसून सत्र जुलाई से शुरू हो रहा है. पीएम मोदी ने शुक्रवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात भी की थी.
सिंधिया को मिल सकती है बड़ी जिम्मेदारी
मध्य प्रदेश में कमलनाथ सरकार का तख्तापलट कराने में अहम भूमिका निभाने वाले ज्योतिरादित्य सिंधिया को मोदी सरकार में बड़ी जिम्मेदारी मिल सकती है. दरअसल सिंधिया के करीबी एक वरिष्ठ नेता के हवाले से मीडिया रिपोर्ट्स में बताया जा रहा है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया को रेल मंत्री बनाया जा सकता है. इसके साथ ही सिंधिया को शहरी विकास या मानव संसाधन जैसे अहम मंत्रालय भी दिए जा सकते हैं. सिंधिया भी इन दिनों खासे एक्टिव दिखाई दे रहे हैं और भाजपा के नेताओं से मुलाकात कर रहे हैं.
मनमोहन सरकार में भी संभाल चुके हैं अहम जिम्मेदारी
ज्योतिरादित्य सिंधिया कांग्रेस में रहने के दौरान मनमोहन सरकार में भी अहम मंत्रालयों की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं. सिंधिया ने मनमोहन सरकार में टेलीकॉम, आईटी इंडस्ट्रीज जैसे अहम मंत्रालय संभाले थे. यही वजह है कि मोदी सरकार भी उन्हें कोई बड़ी जिम्मेदारी दे सकती है. मोदी कैबिनेट का विस्तार जून के अंत में या फिर अगले महीने की शुरुआत में संभव है.
इन नेताओं को भी मिल सकती है जगह
केंद्र सरकार के कैबिनेट विस्तार में ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ ही असम के पूर्व सीएम सर्वानंद सोनोवाल, ओडिशा से आने वाले नेता बैजयंत पांडा, महाराष्ट्र के पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस सहित कई युवा चेहरों को भी मंत्री बनाया जा सकता है. माना जा रहा है कि भाजपा युवा नेतृत्व को विकसित करने पर फोकस कर रही है. यही वजह है कि कई युवा नेताओं को जिम्मेदारी दी जा सकती है.
कई मंत्री संभाल रहे अतिरिक्त प्रभार
मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में पीएम मोदी के साथ 57 मंत्रियों ने पद और गोपनीयता की शपथ ली थी. उसके बाद दो मंत्री रामविलास पासवान और सुरेश अंगाड़ी का निधन हो गया. वहीं शिअद की मंत्री हरसिमरत कौर और शिवसेना के अरविंद सावंत ने भाजपा के साथ उनकी पार्टी का गठबंधन टूटने के बाद इस्तीफा दे दिया था. ऐसे में केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल, नरेंद्र सिंह तोमर, प्रकाश जावड़ेकर और किरण रिजिजू कई मंत्रालयों की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं.