उज्जैन में नौतपा ने दिखाया अपना विकराल रूप, पारा पहुंचा 44 के पार
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उज्जैन में नौतपा ने दिखाया अपना विकराल रूप, पारा पहुंचा 44 के पार

बुधवार को शहर के लोगों को बेहाल कर दिया. दो साल के अंतराल बाद पारा 44 डिग्री पहुंच गया, जो इस मौसम का सबसे अधिक है. इसके पहले सिंहस्थ 2016 में पारा 44.5 डिग्री पर पहुंचा था.

सांकेतिक तस्वीर

नई दिल्लीः नौतपा की गर्मी ने बुधवार को उज्जैन के लोगों को बेहाल कर दिया. दो साल के अंतराल बाद पारा 44 डिग्री पहुंच गया, जो इस मौसम का सबसे अधिक है. इसके पहले सिंहस्थ 2016 में पारा 44.5 डिग्री पर पहुंचा था. नौतपा लगते ही पारा लगातार बढ़ रहा है. आग उगलने वाली गर्मी के कारण लोग परेशान हैं और कामकाज पर भी इसका असर पड़ रहा है. जीवाजी वेधशाला में बुधवार का दिन इस मौसम का सबसे गर्म दिन रहा. सुबह से तेज गर्मी रही. दोपहर के वक्त लोगों का घरों से निकलना मुश्किल हो गया.

वेधशाला में दिन का तापमान 44 डिग्री और रात का तापमान (27 व 28 मई की दरमियानी रात) 28.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. मंगलवार को भी तेज गर्मी रही. इस दिन पारा 43.5 डिग्री पहुंच गया था। 29 डिग्री के साथ रात का मौसम भी गर्म रहा. वेधशाला के रिकॉर्ड के मुताबिक अब तक का सबसे गर्म दिन 21 मई 2010 था. तब अधिकतम तापमान 46 डिग्री पहुंच गया था. मई- 2016 को भी तापमान 45.5 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया था. नौतपा लगते ही सूरज के तीखे तेवर देखने को मिल रहे हैं.

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तापमान 41 डिग्री से लगातार ऊपर की ओर बढ़ रहा है. बुधवार को 44 डिग्री तापमान में लोगों को ऐसा महसूस हुआ मानो आसमान से अंगारे बरस रहे हैं. गर्म थपेड़ों के कारण जरूरी काम करना दूभर हो गया. लोगों को कूलर व एसी का सहारा लेना पड़ रहा है. तेज गर्मी के कारण जल स्तर पर भी लगातार असर पड़ रहा है. भू-जल स्तर कम हो रहा है, जिसके कारण हैंडपंप जवाब दे रहे हैं. 

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अब तक के गर्म दिन
- 21 मई 2010 में अधिकतम तापमान 46 डिग्री रहा
- 18 मई 2016 को अधिकतम तापमान 44.5 डिग्री रहा
- 21 जून 2014 को 43.3 डिग्री सेल्सियस तापमान रहा
- 29 जून 2019 44 डिग्री सेल्सियस  तापमान दर्ज किया गया

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