डिंडोरी के गढ़ी गांव में हैं पांडव काल के पत्थर, बजाने पर निकलती हैं 11 तरह की ध्वनियां
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डिंडोरी के गढ़ी गांव में हैं पांडव काल के पत्थर, बजाने पर निकलती हैं 11 तरह की ध्वनियां

क्या आपने कभी पत्थर के दो टुकड़ों को आपस में टकराने से कई प्रकार की ध्वनि निकलते सुना है, शायद आपका जवाब नहीं होगा.

डिंडोरी के गढ़ी गांव में हैं पांडव काल के पत्थर, बजाने पर निकलती हैं 11 तरह की ध्वनियां

संदीप मिश्रा/डिंडोरी: क्या आपने कभी पत्थर के दो टुकड़ों को आपस में टकराने से कई प्रकार की ध्वनि निकलते सुना है, शायद आपका जवाब नहीं होगा. लेकिन डिंडोरी जिले के वनग्राम गढ़ी में एक ऐसा अदभुत किस्म का पत्थर है जिसको आपस में टकराने से एक दो नहीं बल्कि 11 प्रकार की मधुर ध्वनि निकलती है. डिंडोरी जिले के शहपुरा तहसील मुख्यालय से करीब 30 किलोमीटर दूर स्थित वनग्राम गढ़ी में बाजन सिल्ली पत्थर मिलता है. 

क्षेत्रीय बोलचाल की भाषा में बाजन का मतलब बजने वाला एवं सिल्ली पत्थर के टुकड़े को कहते हैं. इसलिए स्थानीय लोग बजने वाले इस पत्थर के टुकड़े को बाजन सिल्ली के नाम से पहचानते हैं. गांव के लोग इस अद्भुत पत्थर को चमत्कारी बताते हुए उसकी पूजा भी करते हैं. 

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बाजन सिल्ली नाम से मशहूर इस अद्भुत पत्थर को देखने न सिर्फ जिले से बल्कि दूसरे जिलों से भी पर्यटकों का आना-जाना लगा रहता है. बाजन सिल्ली के प्रति लोगों की आस्था है. लिहाजा स्थानीय लोगों ने विधि विधान से उसे चबूतरे में स्थान दिया है. बाजन सिल्ली से करीब पचास मीटर की दूरी पर जंगल में काले पत्थरों का भंडार है जिसे लोग काला पहाड़ के नाम से जानते हैं. घने जंगलों के बीच तराशे हुए काले पत्थर ऐसे बिखरे पड़े हैं जैसे किसी निर्माण के लिए इन काले पत्थरों को एकत्र किया गया हो.

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मान्यता है की द्वापर युग में अज्ञातवास के दौरान पांडवों ने अपना गढ़ बनाने के लिए काले पत्थरों को तराश कर एकत्र किया था. वहीं गांव के लोगों का यह भी कहना है की गोड़कालीन राजा हृदयशाह ने शक्ति का प्रयोग कर किला बनाने के लिए मंडला जिले के रामनगर से इन काले पत्थरों को हवा में उड़ाकर जंगल में एकत्रित किया था. जिस वजह से इस गांव का नाम गढ़ी रखा गया है.

इसी प्रकार बाजन सिल्ली को लेकर भी तरह-तरह की मान्यताएं हैं. मान्यताएं अपनी जगह हैं, लेकिन बाजन सिल्ली नामक इस अद्भुत पत्थर के टुकड़ों को टकराने से जो संगीतमय ध्वनि सुनाई देती है उसे झुठलाया नहीं जा सकता है, इलाके के विधायक भूपेंद्र मरावी शहपुरा विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत बाजन सिल्ली समेत कई स्थानों को चिन्हित कर पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की बात कर रहे हैं.

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