तीन दिनों से नक्सलियों के कब्जे में है DRG जवान, पत्नी की अपील- मेरे पति को रिहा कर दो
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तीन दिनों से नक्सलियों के कब्जे में है DRG जवान, पत्नी की अपील- मेरे पति को रिहा कर दो

 बीजापुर में बुधवार को अगवा हुए DRG के SI मुरली ताती को तीन दिन से भी ज्यादा समय बीत जाने के बावजूद कोई सुराग नहीं लगा है. 

DRG जवान SI मुरली ताती

बीजापुर: बीजापुर में बुधवार को अगवा हुए DRG के SI मुरली ताती को तीन दिन से भी ज्यादा समय बीत जाने के बावजूद कोई सुराग नहीं लगा है. हालांकि बताया जा रहा है कि जवान पूरी तरह सुरक्षित है. वहीं दूसरी ओर मुरली की पत्नी अपने 3 बच्चों को लेकर पालनार गांव मे डटी है. मैंनू ताती ने कहा कि जबतक उसके पति की सकुशल रिहाई नक्सली नहीं करते तबतक वो पालनार गांव छोड़कर नहीं जाएगी.

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शाम तक लग रहा था जवान को छोड़ा जाएगा
इधर परिजन भी मुरली ताती की तलाशी में जंगल जंगल भटक रहे हैं. सूत्रों के मुताबिक, नक्सली गुरुवार शाम तक अपहृत जवान को लेकर फैसला लेने वाले थे, लेकिन इस संबंध में अभी कोई जानकारी सामने नहीं आई. संभावना जताई जा रही है कि जवान को जनअदालत लगाकर सुरक्षित छोड़ा जा सकता है. 

नक्सलियों के ठिकाने पर पहुंचा जा रहा
नक्सलियों के कब्जे में SI को लेकर तरह तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं. SI के परिजन आज फिर पालनार, सावनार कोरचोली तोड़का के जंगलों में SI की खोजबीन में जाने की तैयारी कर रहे हैं. परिजनों को डर है कि खोजबीन में देरी से कहें मुरली को लेकर दुखद खबर न मिले इसीलिए जल्द से जल्द नक्सलियों के ठिकाने तक पहुंचकर मुरली को छोड़ने की गुहार लगा सकें.

प्रेसनोट जारी कर किया आजाद
गौरतलब है कि 3 अप्रैल को टेकुलगुडम मुठभेड़ के बाद बेहोशी की हालात में राकेश्वर सिंह मनहास का नक्सलियों ने अपहरण कर लिया था. अपहरण के 2 दिन बाद प्रेसनोट जारी करके जवान के सकुशल होने के फोटो भी जारी कर दिया था. फिर अगले दिन प्रेसनोट जारी करते हुए मध्यस्त दल को जवान को सौंपने की पेशकश की थी. जिसके 6 दिन बाद राकेश्वर नक्सलियों के चुंगल से आजाद हुआ था.

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मुरली की रिहाई का कोई जिक्र नहीं
वहीं SI मुरली के अपहरण के 3 दिन बाद भी नक्सलियों के ओर से कोई प्रेसनोट जारी नहीं किया गया है. कल नक्सलियों ने अलग मामले में 2 घंटो में 4 प्रेसनोट जारी किया था, लेकिन कहीं भी मुरली की रिहाई के जिक्र नहीं था. हालांकि SI की रिहाई के लिए समाजसेवी, पत्रकार और ग्रामीण भी प्रयासरत हैं. राकेश्वर सिंह की तरह बस्तर के बेटे मुरली की रिहाई की मांग अब बढ़ने लगी है.

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