अगवा हुए जुड़वा बच्चों की फिरौती लेने के बाद हत्या, शिवराज बोले- 'अपराध का महाद्वीप बन गया है MP'
मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भी इस पर दुख जताया है और उन्होंने कहा कि ''मुझे इस बात का दुख है कि हम बच्चों को सकुशल वापस लाने में नाकाम रहे.
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सतनाः मध्य प्रदेश के सतना में स्कूल बस से अगवा हुए जुड़वा बच्चों देवांश और प्रियांश की हत्या कर दी गई है. बता दें अपरहर्णकर्ताओं ने फिरौती लेने के बाद दोनों बच्चों की हत्या कर दी और शव को यमुना में फेंक दिया. जिसके बाद बच्चों के शव उत्तर प्रदेश के बांदा जिले से बरामद किए गए हैं. देवांश और प्रियांश के अपहरण के मामले में पुलिस ने 6 लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनसे पूछताछ की जा रही है. बता दें, देवांश और प्रियांश का 12 फरवरी को स्कूल बस से अपहरण कर लिया गया था, जिसके बाद अपहरणकर्ताओं ने बच्चे के माता-पिता से फिरौती की मांग रखी थी. वहीं फिरौती मिलने के बाद भी अपहरणकर्ताओं ने बच्चों को उनके माता-पिता के पास वापस नहीं भेजा और उनकी निर्ममता से हत्या कर दी.
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पुलिस के मुताबिक जिन 6 लोगों को गिरफ्तार किया गया है वह संपन्न घरों के लड़के हैं, जिन्होंने लालच में आकर बच्चों का किडनैप कर लिया और फिर पोल खुल जाने के डर से बच्चों की हत्या कर दी. वहीं बच्चों की हत्या के बाद लगातार मध्य प्रदेश सरकार पर सवाल उठ रहे हैं. पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार किए गए युवकों में एक स्कूल के सुरक्षा गार्ड का बच्चा है. वहीं इसके अलावा एक कोचिंग पढ़ाने वाला लड़का, एक बीटेक का छात्र और एक पुरोहित का बेटा भी इस पूरी शाजिश में शामिल बताए जा रहे हैं. वहीं देवांश और प्रियांश की मौत की खबर सामने आने पर मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भी इस पर दुख जताया है और मृतक बच्चों के माता -पिता से फोन पर बातचीत की है. उन्होंने कहा कि ''मुझे इस बात का दुख है कि हम बच्चों को सकुशल वापस लाने में नाकाम रहे. यह बेहद दुखद है. हम निश्चित ही दोषियों पर कार्रवाई करेंगे.''
वहीं घटना के सामने आने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस पूरे घटनाक्रम की निंदा की है और इसे बेहद दुखद घटना बताया है. देवांश और प्रियांश की मौत की खबर पर दुख जताते हुए पूर्व मुख्यमंत्री ने लिखा कि 'श्रेयांश और प्रियांश वे फूल थे जो खिलने के पहले ही डाल से तोड़ लिए गए. केवल शाब्दिक सहानुभूति से काम नहीं चलेगा. प्रदेश में आगे कानून व्यवस्था की स्थिति दुरुस्त हो, इसके लिए सरकार को कड़े कदम उठाने होंगे. मैं दोनों बच्चों को श्रद्धा के सुमन अर्पित करता हूं.
श्रेयांश और प्रियांश वे फूल थे जो खिलने के पहले ही डाल से तोड़ लिए गए। केवल शाब्दिक सहानुभूति से काम नहीं चलेगा। प्रदेश में आगे कानून व्यवस्था की स्थिति दुरुस्त हो, इसके लिए सरकार को कड़े कदम उठाने होंगे। मैं दोनों बच्चों को श्रद्धा के सुमन अर्पित करता हूँ।
— ShivrajSingh Chouhan (@ChouhanShivraj) February 24, 2019
मध्यप्रदेश शांति का टापू था,आज अपराध का महाद्वीप बन गया है।आज मन में ऐसी पीड़ा है कि शब्दों में बयान नहीं कर सकता।चित्रकूट में पिछले दिनों दो मासूम बेटे श्रेयांश और प्रियांश का दिन-दहाड़े अपहरण हुआ।उनके सुरक्षित वापस लौट आने की अपेक्षा थी लेकिन खबर ऐसी मिली कि मन वेदना से भर गया।
— ShivrajSingh Chouhan (@ChouhanShivraj) February 24, 2019
' वहीं एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा कि “मध्यप्रदेश शांति का टापू था, आज अपराध का महाद्वीप बन गया है. आज मन में ऐसी पीड़ा है कि शब्दों में बयान नहीं कर सकता. चित्रकूट में पिछले दिनों दो मासूम बेटे श्रेयांश और प्रियांश का दिन-दहाड़े अपहरण हुआ. उनके सुरक्षित वापस लौट आने की अपेक्षा थी लेकिन खबर ऐसी मिली कि मन वेदना से भर गया.”
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