महाराष्ट्र (Maharashtra) में गुरुवार को 129 दिनों का रिकार्ड टूटा और कोरोना के 8,807 नए केस सामने आए. मुंबई में भी तीन महीनों का रिकार्ड टूटा और 1,167 केस देखने को मिले. अब राज्य में कोरोना के कुल मामले 21.21 लाख हो चुके हैं.
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मुंबई: महाराष्ट्र (Maharashtra) में कोरोना वायरस (Coronavirus) का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है. कोरोना संक्रमण की रफ्तार भी बेकाबू है. ऐसे हालातों में भी प्रभावी कदम उठाने में नाकाम दिख रही महाराष्ट्र विकास अघाड़ी सरकार (MVA Government) के नेताओं ने बचाव के लिए अजीब बहाना तलाश किया है. दरअसल महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष नाना पटोले (Nana Patole) के मुताबिक, 'सरकार पारदर्शिता से काम कर रही है और आंकड़े नहीं छिपा रही है. बीजेपी शासित प्रदेशों में कोरोना के आंकड़ों को लेकर पारदर्शिता नहीं है इसलिए वहां कम केस सामने आ रहे हैं.' इस बीच वाशिम के एक स्कूल में 229 कोरोना केस मिलने से हड़कंप मच गया. इस स्कूल में कई शहरों के बच्चे पढ़ते हैं, इसलिए चिंता वहां भी बढ़ गई है.
बीजेपी ने कांग्रेस अध्यक्ष के इस बयान पर पलटवार करते हुए उन्हें आईना दिखाया है. बीजेपी का कहना है कि राज्य सरकार में शामिल पार्टियों के नेताओं को विपक्ष पर ठीकरा फोड़ने की जगह आपस में तालमेल बढ़ाने की जरूरत है ताकि कोरोना संक्रमण पर समय रहते काबू पाया जा सके. बीजेपी नेता रामकदम ने भी राज्य के आंकड़ों और स्थिति पर चिंता जताई है.
महाराष्ट्र में गुरुवार को 129 दिनों का रिकार्ड टूटा और कोरोना के 8,807 नए केस सामने आए. वहीं मुंबई में भी तीन महीनों का रिकार्ड टूटा और 1,167 केस देखने को मिले. अब राज्य में कोरोना के कुल मामले 21.21 लाख हो चुके हैं. मुंबई (Mumbai) का आंकड़ा अब 3.22 लाख हो गया है. महाराष्ट्र में डेथ रेट 2.45 % और मुंबई में 3.5% है. ताजा आंकड़े ना सिर्फ डराने वाले हैं बल्कि किसी की भी चिंता बढ़ा सकते हैं.
महाराष्ट्र के वाशिम में एक जगह एक साथ 229 कोरोना केस सामने आने से हड़कंप मच गया. इस आंकड़े में सभी छात्रों के अलावा 4 टीचर भी शामिल हैं. आदिवासी बच्चों का ये स्कूल हास्टल की तरह है. बच्चे यहीं पर पढ़ाई करने के साथ रहते भी हैं. स्कूल में कुल 327 छात्र रजिस्टर्ड हैं. कोरोना संक्रमित पाए गए बच्चे में 151 अमरावती (Amravati), यवतमाल (Yavatmal) के 55, वाशिम (Washim) के 11, बुलढाणा के 3, अकोला से एक और हिंगोली के 8 बच्चे शामिल हैं. अब पूरे स्कूल को कंटेनमेट जोन मे बदल दिया गया है. वहीं बाकी बच्चों और शिक्षकों की सेहत पर भी नजर रखी जा रही है.
महाराष्ट्र के कोल्हापुर (Kolhapur) के कसबा तारले गांव में बालू मामा संत की यात्रा निकाली गई. यात्रा में लोग गाजे-बाजे के साथ हजारों की संख्या मे शामिल हुए. बताया जा रहा है कि ये पालकी उत्सव था, कोरोना के खतरे को देखते हुए जिला प्रशासन की तरफ से बंदी का आदेश था. यहां प्रशासनिक आदेश को ना मानते हुए, डीजे लगाकर यात्रा निकाली गई. वहां सोशल डिस्टेसिंग की धज्जियां उड़ीं और किसी ने मास्क भी नहीं लगाया था.
भगवान के भक्तों को भी कोरोना संक्रमण से बचाने के लिए बप्पा के मंदिर में विशेष इंतजाम किए गए हैं. सिद्धविनायक मंदिर ट्रस्ट ने 2 मार्च को पड़ने वाली अंगारकी चतुर्थी (Ganesh Angarki Chaturthi) के अवसर पर दर्शनों के लिए नए नियम बनाए हैं. जिनका पालन जरूरी है. अगर भक्त इन नियमों का पालन नहीं करते हैं तो उन्हें मंदिर में प्रवेश की इजाजत नहीं दी जाएगी. ट्रस्ट ने ऑनलाइन बुकिंग की शुरुआत की है. जो भक्त दर्शन के लिए पहले से ही ऑनलाइन बुकिंग कराएंगे उन्हें ही बप्पा के दर्शन मिलेंगे. इसके अलावा मंदिर पहुंचने पर क्यूआर कोड स्कैन होने पर ही उन्हें भीतर प्रवेश दिया जाएगा. फिलहाल एक घंटे में कितने भक्तों को दर्शन करने दिया जाएगा. इस पर अभी मंदिर प्रशासन ने फैसला नहीं लिया है.
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