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पुणे: महाराष्ट्र (Maharashtra) में सत्ताधारी महा विकास आघाड़ी (MVA) को झटका देते हुए BJP उम्मीदवार समाधान आवताड़े ने सोलापुर जिले की पंढरपुर-मंगलवेढ़ा विधान सभा सीट पर हुए उपचुनाव में जीत हासिल की है. आवताड़े ने अपने निकतटम प्रतिद्वंद्वी NCP उम्मीदवार को 3,700 से ज्यादा वोटों के अंतर से शिकस्त दी है.
क्यों हुआ उपचुनाव?
आवताड़े ने एमवीए उम्मीदवार भागीरथ भालके को हराया जो दिवंगत NCP नेता भरत भालके के पुत्र हैं. प्रदेश में NCP, शिवसेना व कांग्रेस गठबंधन की सरकार है. इस सीट पर NCP और विपक्षी BJP के बीच 17 अप्रैल को हुए उपचुनाव में सीधा मुकाबला था. NCP विधायक भरत भालके का बीते वर्ष नवंबर में Covid-19 के कारण निधन होने से इस सीट पर उपचुनाव कराने की आवश्यकता पड़ी.
किसे कितने वोट मिले?
जिला निर्वाचन अधिकारियों के मुताबिक आवताड़े ने भालके को 3,733 मतों के अंतर से हराया है. अवताड़े को जहां 109450 मत मिले, वहीं भालके को 105717 वोट मिले. उन्होंने कहा कि Postal votes समेत कुल 2,27,421 मतों की गिनती हुई. बीजेपी की जीत पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने एक बयान में कहा, 'नतीजों ने भ्रष्ट एमवीए सरकार को आइना दिखा दिया है.' प्रदेश भाजपा अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने कहा, 'मैं इस जीत पर समाधान आवताड़े को बधाई देना चाहता हूं.'
लोगों में गुस्सा है: BJP
राजनीतिक पर्यवेक्षकों का मानना है कि आवताड़े को परिचारक का समर्थन प्राप्त हुआ जिनके चाचा सुधाकर परिचारक ने भरत भालके के खिलाफ 2019 का विधान सभा चुनाव लड़ा था लेकिन हार गए थे. पिछले साल Covid-19 के कारण सुधाकर परिचारक का निधन हो गया था. आवताड़े ने निर्दलीय के तौर पर 2019 में विधान सभा चुनाव लड़ा था. पाटिल ने कहा कि इस जीत से संकेत मिलता है कि लोगों में गुस्सा है जो उन्होंने अपने मतों के जरिये व्यक्त किया.
क्या कहना है NCP का
दूसरी तरफ NCP की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष जयंत पाटिल ने कहा कि वे पंढरपुर और मंगलवेढ़ा तहसीलों की दो टीमों के बीच अच्छा संवाद स्थापित नहीं कर सके, ऐसे में मामूली अंतर से पार्टी उम्मीदवार को हार का सामना करना पड़ा. उन्होंने कहा, “प्रचार के दौरान MVA के सभी कार्यकर्ताओं और नेताओं ने सहयोग दिया, लेकिन हम दोनों तहसीलों से सभी को साथ लाने में विफल रहे और इसके फलस्वरूप हमें हार का सामना करना पड़ा.'
क्या कहना है शिवसेना का
इस बीच, उपचुनाव में एमवीए उम्मीदवार की हार के बारे में पूछे जाने पर शिवसेना नेता संजय राउत (Sanjay Raut) ने कहा कि यह झटका है, लेकिन इसका सरकार पर कोई असर नहीं होगा. नतीजों के बाद कोविड नियमों तथा धारा-144 के उल्लंघन पर पुलिस ने पंढरपुर-मंगलवेढ़ा से करीब 40 लोगों को हिरासत में लिया है.
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