Maharashtra Politics: 'शिवसेना के लिए फडणवीस ने छोड़ दिया था BMC महापौर का पद', शिंदे ने किया बड़ा खुलासा
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Maharashtra Politics: 'शिवसेना के लिए फडणवीस ने छोड़ दिया था BMC महापौर का पद', शिंदे ने किया बड़ा खुलासा

Eknath Shinde Disclosure: साल 2017 में बीजेपी (BJP) ने बीएमसी (BMC) महामौर का पद क्यों छोड़ दिया था, सीएम एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) ने इससे जुड़ा बड़ा खुलासा किया है.

Maharashtra Politics: 'शिवसेना के लिए फडणवीस ने छोड़ दिया था BMC महापौर का पद', शिंदे ने किया बड़ा खुलासा

Maharashtra Political News: महाराष्ट्र (Maharashtra) के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) ने डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) और शिवसेना (Shiv Sena) को लेकर बड़ा खुलासा किया है. सीएम शिंदे ने बताया कि देवेंद्र फडणवीस ने साल 2017 के निकाय चुनाव के बाद उनके कहने पर शिवसेना के लिए बीएमसी में बीजेपी का महापौर बनाने का मौका छोड़ दिया था. मुख्यमंत्री शिंदे ने आगे कहा कि उद्धव ठाकरे ने 2 साल बाद बीजेपी से गठबंधन तोड़कर इसका कर्ज चुकाया. मुख्यमंत्री शिंदे ने कुछ दिन पहले ही अजित पवार की अगुवाई में एनसीपी के एक गुट के उनकी सरकार में शामिल होने के बाद अपने दल के सहकर्मियों को किसी बात की फिक्र नहीं करने का आश्वासन दिया.

सीएम शिंदे ने दिया ये आश्वासन

सीएम एकनाथ शिंदे ने कहा कि पॉलिटिक्स में कुछ समीकरण बनाने पड़ते हैं. आप देखिए कि अजित पवार ने भी हमारी सरकार का समर्थन किया है. बता दें कि बृहन्मुंबई महानगरपालिका (BMC) पर साल 1997 से 2022 तक शिवसेना का कब्जा रहा. भारत के सबसे अमीर नगर निकाय के चुनाव पिछले 1 साल से लंबित हैं.

BJP का हो सकता था BJP महापौर का पद

मुख्यमंत्री शिंदे ने कहा कि बीजेपी साल 2017 के निकाय चुनाव में बीएमसी करीब जीत चुकी थी. उस वक्त देवेंद्र फडणवीस सीएम थे. हमारे प्रमुख (उद्धव ठाकरे) ने कहा कि बीएमसी पर हमारा कंट्रोल रहा है और ये हमारे हाथ से नहीं जानी चाहिए. फिर शिंदे ने आगे कहा कि अगर देवेंद्र फडणवीस ठान लेते, तो महापौर बीजेपी का ही होता.

उद्धव ने इसका कर्ज कैसे चुकाया?

सीएम शिंदे ने आगे कहा कि लेकिन जब मैंने फणडवीस से कहा कि हम सरकार में हैं, एक साथ मिलकर काम कर रहे हैं. और हमारे बॉस का दिल मुंबई में है, इसलिए आप शिवसेना के लिए मुंबई छोड़ दीजिए. तब मेरे अनुरोध पर देवेंद्र फडणवीस ने मुंबई छोड़ दी थी, लेकिन उद्धव ने इसका कर्ज कैसे चुकाया?

मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने ये भी बताया कि उद्धव ठाकरे ने 2019 के महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के बाद सरकार बनाने की प्रक्रिया शुरू होने पर ‘40 से 50 फोन कॉल’ इग्नोर किए और आखिरकार एनसीपी और कांग्रेस के साथ मिलकर सरकार बना ली.

सीएम शिंदे ने उद्धव पर निशाना साधते हुए कहा कि पिछले 7 साल में देवेंद्र फडणवीस ने एक बार भी इसका जिक्र नहीं किया कि वे चाहते तो बीएमसी जीत सकते थे और बीजेपी का महापौर बना सकते थे, लेकिन उन्होंने ये पद शिवसेना को दे दिया था. ऐसे में एहसान फरामोश कौन है?

(इनपुट- भाषा)

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