'मन की बात' में बोले PM मोदी, 'वोकल फॉर लोकल को देना है बढ़ावा'
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'मन की बात' में बोले PM मोदी, 'वोकल फॉर लोकल को देना है बढ़ावा'

Mann Ki Baat Update: प्रधानमंत्री मोदी ने मन की बात कार्यक्रम में कोरोना, वैक्सीनेशन, खादी और नदियों के प्रदूषण के मुद्दे पर बात की. उन्होंने पंडित दीनदयाल उपाध्याय को भी नमन किया.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (फाइल फोटो) | फोटो साभार: PTI

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने आज (रविवार को) सुबह 11 बजे से मन की बात (Mann Ki Baat) के 81वें एपिसोड को संबोधित किया. मन की बात कार्यक्रम का प्रसारण आकाशवाणी और दूरदर्शन के सभी नेटवर्क पर किया गया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि एक Day ऐसा है जो हम सबको याद रखना चाहिए. ये भारत की परंपराओं से बहुत सुसंगत है. सदियों से जिन परंपराओं से हम जुड़े हैं ये Day उससे जोड़ने वाला है. ये विश्व नदी दिवस (World River Day) है.

  1. वैक्सीनेशन में देश ने बनाया रिकॉर्ड- पीएम मोदी
  2. युवा पीढ़ी खादी गौरव दे रही है- पीएम मोदी
  3. बापू की जयंती पर बनाएं रिकॉर्ड- पीएम मोदी

पीएम मोदी ने कहा कि हमारे यहां कहा गया है 'पिबन्ति नद्यः, स्वय-मेव नाम्भः'. मतलब नदियां अपना जल खुद नहीं पीती, बल्कि परोपकार के लिए देती हैं. हमारे लिए नदियां एक भौतिक वस्तु नहीं है, हमारे लिए नदी एक जीवंत इकाई है और तभी तो हम नदियों को मां कहते हैं.

उन्होंने कहा कि आप सब जानते ही हैं माघ का महीना आता है तो हमारे देश में बहुत लोग पूरे एक महीने मां गंगा या किसी और नदी के किनारे कल्पवास करते हैं. नदियों का स्मरण करने की परंपरा आज भले लुप्त हो गई हो या कहीं बहुत अल्प मात्रा में बची हो लेकिन एक बहुत बड़ी परंपरा थी जो सुबह स्नान करते समय ही विशाल भारत की एक यात्रा करा देती थी, मानसिक यात्रा.

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि गुजरात में बारिश की शुरुआत होती है तो गुजरात में जल-जीलनी एकादशी मनाते हैं. मतलब की आज के युग में हम जिसको कहते है ‘Catch the Rain’ वो वही बात है कि जल के एक-एक बिंदु को अपने में समेटना, जल-जीलनी. उसी प्रकार से बारिश के बाद बिहार और पूर्व के हिस्सों में छठ का महापर्व मनाया जाता है. मुझे उम्मीद है कि छठ पूजा को देखते हुए नदियों के किनारे, घाटों की सफाई और मरम्मत की तैयारी शुरू कर दी गई होगी.

पीएम मोदी ने कहा कि हम नदियों की सफाई और उन्हें प्रदूषण से मुक्त करने का काम सबके प्रयास और सबके सहयोग से कर ही सकते हैं. ‘नमामि गंगे मिशन’ भी आज आगे बढ़ रहा है तो इसमें सभी लोगों के प्रयास, एक प्रकार से जन-जागृति, जन-आंदोलन, उसकी बहुत बड़ी भूमिका है.

उन्होंने कहा कि आजकल एक विशेष E-ऑक्शन, ई-नीलामी चल रही है. ये इलेक्ट्रॉनिक नीलामी उन उपहारों की हो रही है, जो मुझे समय-समय पर लोगों ने दिए हैं.| इस नीलामी से जो पैसा आएगा, वो ‘नमामि गंगे’ अभियान के लिए ही समर्पित किया जाता है. आप जिस आत्मीय भावना के साथ मुझे उपहार देते हैं, उसी भावना को ये अभियान और मजबूत करता है.

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि तमिलनाडु के वेल्लोर और तिरुवन्नामलाई जिले का एक उदाहरण देना चाहता हूं. यहां एक नदी बहती है, नागानधी. अब ये नागानधी बरसों पहले सूख गई थी. इस वजह से वहां का जलस्तर भी बहुत नीचे चला गया था. लेकिन वहां की महिलाओं ने बीड़ा उठाया कि वो अपनी नदी को पुनर्जीवित करेंगी. फिर क्या था, उन्होंने लोगों को जोड़ा, जनभागीदारी से नहरें खोदी, चेकडैम बनाए, री-चार्ज कुएं बनाएं. आपको भी जानकर के खुशी होगी साथियों कि आज वो नदी पानी से भर गई है और जब नदी पानी से भर जाती है न तो मन को इतना सुकून मिलता है मैंने प्रत्यक्ष से इसका अनुभव किया है.

पीएम मोदी ने कहा कि आप में से बहुत लोग जानते होंगे कि जिस साबरमती के तट पर महात्मा गांधी ने साबरमती आश्रम बनाया था पिछले कुछ दशकों में ये साबरमती नदी सूख गई थी. साल में 6-8 महीने पानी नजर ही नहीं आता था, लेकिन नर्मदा नदी और साबरमती नदी को जोड़ दिया, तो अगर आज आप अहमदाबाद जाओगे तो साबरमती नदी का पानी मन को प्रफुल्लित करता है.

उन्होंने कहा कि मेरे प्यारे देशवासियों कभी भी छोटी बात को, छोटी चीज को छोटी मानने की गलती नहीं करनी चाहिए. अगर महात्मा गांधी जी के जीवन की तरफ हम देखेंगे तो हम हर पल महसूस करेंगे कि छोटी-छोटी बातों की उनके जीवन में कितनी बड़ी अहमियत थी और छोटी-छोटी बातों को ले करके बड़े-बड़े संकल्पों को कैसे उन्होंने साकार किया था. छोटे-छोटे प्रयासों से कभी कभी तो बहुत बड़े-बड़े परिवर्तन आते हैं!

प्रधानमंत्री ने कहा कि आज आजादी के 75वें साल में हम जब आजादी के अमृत महोत्सव को मना रहे हैं, आज हम संतोष से कह सकते हैं कि आजादी के आंदोलन में जो गौरव खादी को था आज हमारी युवा पीढ़ी खादी को वो गौरव दे रही है. आज खादी और हैंडलूम का उत्पादन कई गुना बढ़ा है और उसकी मांग भी बढ़ी है. आप भी जानते हैं ऐसे कई अवसर आए हैं जब दिल्ली के खादी शोरूम में एक दिन में एक करोड़ रूपये से ज्यादा का कारोबार हुआ है.

पीएम मोदी ने कहा कि मैं भी फिर से आपको याद दिलाना चाहूंगा कि 2 अक्टूबर को पूज्य बापू की जन्म-जयंती पर हम सब फिर से एक बार एक नया रिकॉर्ड बनाएं. दिवाली का त्योहार सामने है, त्योहारों के मौसम के लिए खादी, हैंडलूम, कुटीर उद्योग से जुड़ी आपकी हर खरीददारी ‘Vocal For Local’ इस अभियान को मजबूत करने वाली हो, पुराने सारे रिकॉर्ड तोड़ने वाली हो.

उन्होंने कहा कि Medicinal Plant के क्षेत्र में Start-Up को बढ़ावा देने के लिए Medi-Hub TBI के नाम से एक Incubator, गुजरात के आनंद में काम कर रहा है. Medicinal और Aromatic Plants से जुड़ा ये Incubator बहुत कम समय में ही 15 Entrepreneurs के Business Idea को Support कर चुका है.

प्रधानमंत्री ने कहा कि आने वाले 2 अक्टूबर को लाल बहादुर शास्त्री जी की भी जन्म जयंती होती है. उनकी स्मृति में ये दिन हमें खेती में नए-नए प्रयोग करने की शिक्षा देता है.

पीएम मोदी ने कहा कि मेरे प्यारे देशवासियों, 25 सितंबर को देश की महान संतान पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी की जन्म जयंती होती है. दीनदयाल जी पिछली सदी के सबसे बड़े विचारकों में से एक हैं. उनका अर्थ-दर्शन, समाज को सशक्त करने के लिए उनकी नीतियां, उनका दिखाया अंत्योदय का मार्ग, आज भी जितना प्रासंगिक है, उतना ही प्रेरणादायी भी है.

उन्होंने कहा कि Vaccination में देश ने कई ऐसे रिकॉर्ड बनाए हैं जिसकी चर्चा पूरी दुनिया में हो रही है. इस लड़ाई में हर भारतवासी की अहम भूमिका है. हमें अपनी बारी आने पर Vaccine तो लगवानी ही है पर इस बात का भी ध्यान रखना है कि कोई इस सुरक्षा चक्र से छूट ना जाए.

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