पीएम मोदी ने 'ऑपरेशन एंटेबे' को याद करते हुए कहा, 'मेरे दोस्त नेतन्याहू ने 41 साल पहले अपने भाई को खोया था'
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पीएम मोदी ने 'ऑपरेशन एंटेबे' को याद करते हुए कहा, 'मेरे दोस्त नेतन्याहू ने 41 साल पहले अपने भाई को खोया था'

मोदी ने नेतन्याहू से कहा, 'आपके नायक युवा पीढ़ियों के लिए प्रेरणा हैं.'

तेल अवीव : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू के बड़े भाई के बलिदान की सराहना की जो ठीक 41 साल पहले उंगाडा में इजरायली बंधकों की जिंदगी को बचाने के दौरान मारे गए थे. 

'41 साल पहले  मेरे दोस्त ने अपना भाई खो दिया'

मोदी ने बेन गुरियन हवाई अड्डे पर कहा, 'आज चार जुलाई है. एंटेबी आपरेशन से ठीक 41 साल. उस दिन, आपके प्रधानमंत्री और मेरे मित्र बीबी ने अपने बड़े भाई योनातान को खो दिया था जो बंधकों की जान बचाते हुए मारे गए थे.' जब मोदी ने इस घटना को याद किया तो नेतन्याहू शांत भाव से सुन रहे थे. 

'आपके नायक युवा पीढ़ियों के लिए प्रेरणा हैं'

मोदी ने नेतन्याहू से कहा, 'आपके नायक युवा पीढ़ियों के लिए प्रेरणा हैं.' प्रधानमंत्री नेतन्याहू भी सेरेत मत्काल के सदस्य रहे हैं. यहूदी राष्ट्र की यात्रा करने वाले मोदी पहले भारतीय प्रधानमंत्री हैं जो मंगलवार को यहां इस देश के दौरे पर पहुंचे हैं. 

1976 में हुआ था ऑपरेशन एंटेबे

उगांडा में 1976 में एंटेबे एयरपोर्ट पर रखे गए बंधकों को छुड़ाने के लिए चलाए गए आपरेशन एंटबी के दौरान लेफ्टिनेंट कर्नल योनातान (योनी) नेतन्याहू इजरायली रक्षा बलों की एलीट कमांडो यूनिट सेरेत मत्काल की कमान संभाल रहे थे. 

एयर फ्रांस की फ्लाइट का किया गया था अपहरण

तेल अवीव से पेरिस की एयर फ्रांस की फ्लाइट का अपहरण कर लिया गया था और इसका रूट बदल कर इसे एंटबी एयरपोर्ट पर ले जाया गया था. योनी की कमांड में एक आपरेशन चलाया गया जिसमें सभी सातों अपहर्ता मारे गए.  तीन बंधक भी इस दौरान मारे गए. 

योनी नेतन्याहू भी कार्रवाई के दौरान मारे गए थेे

यह मिशन काफी सफल रहा जिसमें 106 में से 102 बंधकों को बचा लिया गया लेकिन योनी नेतन्याहू भी कार्रवाई के दौरान मारे गए और वह इजरायली सुरक्षा बलों की ओर से शहीद होने वाले एकमात्र रक्षा अधिकारी थे. आपरेशन एंटेबे का नाम बदलकर बाद में उनके सम्मान में 'आपरेशन योनातन' रखा गया.

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