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नई दिल्ली: दुनिया का कोई भी देश हो, कितना भी बड़ा संकट हो और युद्ध (War) की स्थितियां कैसी भी रही हों, भारत हमेशा अपने नागरिकों के साथ खड़ा रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) के नेतृत्व में अब तक भारत सरकार ऐसे 9 ऑपरेशन चला चुकी है, जिनमें 2014 से 2022 के बीच अलग-अलग देशों से 60 लाख 11 हजार भारतीय नागरिकों को Evacuate किया गया है. जबकि इन्हीं संकट के दौरान अमेरिका (US) और पश्चिमी देशों ने अपने नागरिकों को बचाने के लिए कभी गंभीर प्रयास नहीं किए.
अगस्त 2014 में जब Libya में गृह युद्ध चल रहा था, तब भारत सरकार ने अपने 1200 नागरिकों को Evacuate किया था. इसी तरह वर्ष 2015 में जब नेपाल में भूकंप आया था, तब वहां फंसे पांच हजार भारतीयों को वायु सेना के ऑपरेशन मैत्री के तहत सुरक्षित भारत लाया गया था.
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और वर्ष 2015 में ही जब यमन में लड़ाई चल रही थी, तब भारत सरकार ने 'ऑपरेशन राहत' के तहत 4 हजार 640 भारतीय नागरिकों को Evacuate किया था. इसके अलावा तब 41 देशों के 960 नागरिकों की जान भी भारत ने बचाई थी.
वर्ष 2016 में अफ्रीकी देश Sudan में गृह युद्ध के हालात थे, तब भारत सरकार खतरनाक हालात में अपने 153 नागरिकों को देश वापस लेकर आई थी. जबकि बड़ी-बड़ी महाशक्तियों ने उस समय अपने नागरिकों को मदद भेजने से इनकार कर दिया था.
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और कोरोना काल में तो भारत सरकार ने वंदे भारत मिशन के तहत 60 लाख भारतीय नागरिकों को Evacuate किया था. ये भारत के इतिहास का सबसे बड़ा Evacuation ऑपरेशन था. और इसमें भारत सरकार चीन के वुहान में फंसे भारतीय छात्रों को भी सुरक्षित देश लाने में कामयाब रही थी.
अब यूक्रेन में युद्ध के बीच ऑपरेशन गंगा के तहत हजारों छात्रों को भारत लाया जा रहा है. और भारत के चार सीनियर मंत्री इस समय यूक्रेन के पड़ोसी देशों में रहकर ऑपरेशन गंगा पर काम कर रहे हैं.
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