Congress ask 3 Questions to PM Modi: लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव (No Confidence Motion) पर चर्चा के दौरान गौरव गोगोई (Gaurav Gogoi) ने पीएम नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) से 3 सवाल किए.
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No Confidence Motion Lok Sabha: अविश्वास प्रस्ताव पर लोकसभा में चर्चा शुरू हो गई है, जो 10 अगस्त तक चलेगी. चर्चा के अंत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) अपना जवाब देंगे. इससे पहले अविश्वास प्रस्ताव पर आज (8 अगस्त) दोपहर 12 बजे कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई (Gaurav Gogoi) चर्चा शुरू की, जिसके बाद भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने इस पर सवाल उठाया. संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि हम राहुल गांधी को सुनने के लिए आए थे.
गौरव गोगोई ने सीधा पीएम मोदी पर साधा निशाना
अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान गौरव गोगोई (Gaurav Gogoi) ने सीधा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) पर निशाना साधा और कहा कि अविश्वास प्रस्ताव लाना हमारी मजबूरी थी. हम मणिपुर के इंसाफ के लिए अविश्वास प्रस्ताव लेकर आए. हम सिर्फ मणिपुर पर पीएम मोदी का बयान चाहते हैं. उन्होंने कहा, 'प्रधानमंत्री को स्वीकार करना होगा कि मणिपुर में उनकी डबल इंजन सरकारविफल हो गई है. इसलिए वहां 150 लोगों की मौत हुई, लगभग 5 हजार घर जला दिए गए, लगभग 60 हजार लोग राहत शिविरों में हैं, जबकि 6500 एफआईआर दर्ज की गई हैं.' गौरव गोगोई ने आगे कहा, 'मुख्यमंत्री को बातचीत का, शांति और सद्भाव का माहौल बनाना चाहिए था, लेकिन उन्होंने पिछले 2-3 दिनों में भड़काऊ कदम उठाए हैं जिससे समाज में तनाव पैदा हो गया है.'
गौरव गोगोई ने पीएम मोदी से पूछे 3 सवाल
लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान गौरव गोगोई (Gaurav Gogoi) ने पीएम नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) से 3 सवाल किए. उन्होंने पूछा, 'पीएम मोदी आज तक मणिपुर क्यों नहीं गए? उन्होंने 80 दिनों के बाद इस मुद्दे पर क्यों बात की? पीएम मोदी ने मणिपुर के सीएम को क्यों नहीं हटाया?'
छवि से लगाव की वजह से चुप हैं पीएम मोदी: गौरव गोगोई
चर्चा के दौरान गौरव गोगोई (Gaurav Gogoi) ने कहा, 'प्रधानमंत्री को अपनी छवि से लगाव है, इसलिए वह मौन हैं. मणिपुर में भारत सरकार का गृह विभाग फेल हुआ है, इस वजह से प्रधानमंत्री मौन हैं.' उन्होंने आगे कहा, 'मणिपुर में 6 लाख गोलियां और हजारों हथियार छीन लिए गए. ऐसे में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) कहां हैं? क्या यह राष्ट्रीय सुरक्षा का मामला नहीं है. ये गोलियां मणिपुर पुलिस, निहत्थे लोगों और सेना के जवानों पर बरसाई जाएंगी.'