Omicron से आने वाली तीसरी लहर से कैसे रहें सावधान? जानिए कितनी खतरनाक होगी
Advertisement

Omicron से आने वाली तीसरी लहर से कैसे रहें सावधान? जानिए कितनी खतरनाक होगी

Omicron Coronavirus New Variant: कोरोना वायरस का नया वैरिएंट दुनियाभर के 38 देशों में दस्तक दे चुका है. अमेरिका के 15 राज्य Omicron की चपेट में आ चुके हैं. भारत में जनवरी से फरवरी के बीच कोरोना के मामले बढ़ने की आशंका है.

Omicron.

PODCAST

  1. महाराष्ट्र में हैं Omicron के सबसे ज्यादा 10 मामले
  2. राजस्थान में मिल चुके हैं Omicron के 9 केस
  3. कोविड प्रोटोकॉल का पालन है जरूरी

नई दिल्ली: इस समय तक Omicron के भारत में 23 मामले आ चुके हैं और पूरी दुनिया में ये अब तक 38 से ज्यादा देशों में फैल चुका है. हम ये स्पष्ट कर देना चाहते हैं कि आपको Omicron से डरने की जरूरत नहीं है क्योंकि अभी तक Omicron से पूरी दुनिया में एक भी मौत नहीं हुई लेकिन इससे सावधान रहने की जरूरत है. अगर आप सावधानी बरतेंगे तो ना सिर्फ आप इसके खतरे से बच जाएंगे बल्कि पूरा भारत भी Omicron से जन्म लेने वाली तीसरी लहर से बच जाएगा.

भारत में Omicron के पाए गए अभी तक इतने केस

भारत में Omicron पर ताजा Update ये है कि अब भारत में इससे संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 23 हो गई है. कुछ देर पहले ही दो नए मामले मुंबई में रिकॉर्ड किए गए हैं और महाराष्ट्र में अब Omicron से संक्रमित लोगों की संख्या कुल मिलाकर 10 हो गई है. राजस्थान में Omicron के जो 9 मामले आए हैं उनमें से कुछ लोग दक्षिण अफ्रीका से आए थे, जिन्होंने जयपुर में एक शादी Attend की थी जिसमें 100 से ज्यादा लोग मौजूद थे. अब इन मेहमानों की लिस्ट निकलवाकर सबकी Contact Tracing कराई जा रही है. भारत में इस समय शादियों का सीजन चल रहा है और बड़ी संख्या में लोग इनमें हिस्सा ले रहे हैं इसलिए हम आपसे कहना चाहते हैं कि अगर आपके घर-परिवार में भी शादी जैसा कोई आयोजन है तो आप Social Distancing के नियमों का पालन जरूर करें.

ये भी पढ़ें- देश को संविधान देने वाला उसी 'व्यवस्था' से क्यों हारा? जानें, देश विभाजन पर 'वो' सच

IMA की 5 महत्वपूर्ण सिफारिशें

इसके अलावा वैक्सीनेशन पर सोमवार को दिल्ली में National Technical Advisory Group on Immunisation की अहम बैठक हुई जिसमें Indian Medical Association यानी IMA ने 5 महत्वपूर्ण सिफारिशें की. पहली बच्चों का वैक्सीनेशन जल्द शुरू किया जाए. दूसरी ZyCoV-D (ज़ॉयकोव डी) वैक्सीन 18 वर्ष से ज्यादा उम्र के लोगों को देनी शुरू की जाए. ये भारत की पहली Needle-free वैक्सीन है जिसमें सुई की जगह एक Injector का इस्तेमाल होता है. तीसरी स्वास्थ्य कर्मियों को बूस्टर डोज दी जाए. चौथी यात्राओं पर रोक ना लगाई जाए और पांचवी भीड़-भाड़ वाले आयोजन रोके जाएं ताकि नए वैरिएंट के फैलने की रफ्तार कम की जा सके.

तीसरी लहर की वजह बन सकता है Omicron!

इस बीच IIT Kanpur की एक Study के मुताबिक, Omicron भारत में तीसरी लहर की वजह बन सकता है और ये लहर अगले साल जनवरी से फरवरी के बीच आ सकती है. ये वही समय है जब पंजाब और उत्तर प्रदेश समेत भारत के कई राज्यों में चुनाव होने हैं. ये Study करने वाले प्रोफेसर्स के मुताबिक, संक्रमण की संख्या जरूर बढ़ेगी लेकिन पहले की तरह लोगों को अस्पतालों में भर्ती होने की जरूरत नहीं पड़ेगी और ना ही ऑक्सीजन की कमी जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ेगा. लेकिन अगले साल के शुरुआती महीनों में जब संक्रमण अपने Peak पर होगा तो हर रोज इसके 1 से सवा लाख मामले दर्ज किए जा सकते हैं.

इस Study का सार ये है कि तीसरी लहर आ जरूर सकती है लेकिन इसका प्रभाव दूसरी लहर की तरह तबाही लाने वाला नहीं होगा. अगर हल्के Lockdown और Night Curfew लगाए जाएं और भीड़-भाड़ वाले आयोजनों पर रोक लगा दी जाए तो Omicron को बढ़ने से रोका जा सकता है.

ये भी पढ़ें- 6 प्‍वाइंट में जानिए रूसी राष्‍ट्रपति पुतिन के 6 घंटे वाले भारत दौरे के मायने

वैसे इस समय Omicron दुनिया के 38 देशों में पहुंच चुका है और यूरोपीय देशों में इसके मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है जबकि अमेरिका के 50 में से 15 राज्य इसकी चपेट में आ चुके हैं. लेकिन अच्छी बात ये है कि अभी तक इस वैरिएंट की वजह से एक भी मौत रिकॉर्ड नहीं की गई है. इसलिए अब भारत समेत पूरी दुनिया में ये मांग हो रही है कि बच्चों के लिए वैक्सीनेशन जल्द शुरू किया जाए क्योंकि बच्चों के पास अभी कोई Immunity नहीं है और ये किसी को नहीं पता कि ये नया वैरिएंट उन पर कैसा असर डालेगा.

लेकिन कुल मिलाकर आपको ये ध्यान रखना है कि जो गलतियां आपने पहली और दूसरी लहर के दौरान की थी वो आपको इस बार नहीं करनी है और Covid प्रोटोकॉल का हर कीमत पर पालन करना है. Omicron की वजह से देश के अलग-अलग शहरों के एयरपोर्ट्स पर विदेशों से आने वाले यात्रियों की सख्ती से जांच की जा रही है, जिस वजह से Airports पर लोगों की लंबी-लंबी लाइनें लग गई हैं.

Trending news