जम्मू-कश्मीर: गिलानी की रैली में लहराया पाक झंडा, अमरनाथ यात्रा सिर्फ 30 दिन की करने की मांग
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जम्मू-कश्मीर: गिलानी की रैली में लहराया पाक झंडा, अमरनाथ यात्रा सिर्फ 30 दिन की करने की मांग

कट्टरपंथी हुर्रियत नेता सैयद अली शाह गिलानी ने आज कहा कि दक्षिण कश्मीर में हिमालय में होने वाली सालाना अमरनाथ यात्रा को श्रद्धालुओं की सुरक्षा और पर्यावरण की रक्षा की खातिर 30 दिन की कर देना चाहिए। गिलानी ने पुलवामा जिले में यहां से 35 किमी दूर त्राल में एक रैली में कहा ‘हम सरकार को उत्तराखंड की गंगोत्री यात्रा की समय सारणी की तरह ही इसे एक माह की करने की सलाह देते हैं। यह श्रद्धालुओं और पर्यावरण दोनों के लिए सही रहेगा।’’ पवित्र अमरनाथ गुफा के लिए इस साल यह यात्रा दो जुलाई से शुरू हो कर 59 दिन चलेगी। गिलानी ने घाटी में शराब की बिक्री पर पूर्ण प्रतिबंध का आह्वान भी किया।

जम्मू-कश्मीर: गिलानी की रैली में लहराया पाक झंडा, अमरनाथ यात्रा सिर्फ 30 दिन की करने की मांग

जम्मू: कट्टरपंथी हुर्रियत नेता सैयद अली शाह गिलानी ने आज कहा कि दक्षिण कश्मीर में हिमालय में होने वाली सालाना अमरनाथ यात्रा को श्रद्धालुओं की सुरक्षा और पर्यावरण की रक्षा की खातिर 30 दिन की कर देना चाहिए। गिलानी ने पुलवामा जिले में यहां से 35 किमी दूर त्राल में एक रैली में कहा ‘हम सरकार को उत्तराखंड की गंगोत्री यात्रा की समय सारणी की तरह ही इसे एक माह की करने की सलाह देते हैं। यह श्रद्धालुओं और पर्यावरण दोनों के लिए सही रहेगा।’’ पवित्र अमरनाथ गुफा के लिए इस साल यह यात्रा दो जुलाई से शुरू हो कर 59 दिन चलेगी। गिलानी ने घाटी में शराब की बिक्री पर पूर्ण प्रतिबंध का आह्वान भी किया।

उन्होंने कहा ‘हम शराब की सभी दुकानें बंद करने और शराब पर पूर्ण प्रतिबंध की मांग करते हैं। हम पर्यटकों और यात्रियों का स्वागत करते हैं लेकिन हम किसी को भी सदियों पुराने धर्मों, संस्कृति, नैतिक मूल्यों और हमारे पर्यावरण को नुकसान नहीं पहुंचाने देंगे।’ उग्रवाद प्रभावित शहर में अलगावादी नेता की सात साल में यह पहली रैली थी। इस रैली में पाक समर्थक नारे लगे और पाकिस्तानी झंडे लहराए गए।

गिलानी की 15 अप्रैल को आयोजित रैली में भी समर्थकों ने पाकिस्तानी झंडे लहराए थे जिसके बाद उनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। गिलानी के करीबी सहायक मसर्रत आलम भट और अन्य के खिलाफ राजद्रोह तथा अन्य मामले दर्ज किये गये थे। अगले दिन भट को गिरफ्तार कर लिया गया और एक सप्ताह बाद उसके खिलाफ जनसुरक्षा कानून के तहत मामला दर्ज किया गया था।

कश्मीर जोन के महानिरीक्षक एस जे एम गिलानी ने आज कहा कि पुलिस मामले की जांच करेगी। उन्होंने कहा ‘अब तक हमे (आज की घटना के बारे में ) ऐसी कोई रिपोर्ट नहीं मिली हैं। आगे देखें..।’ हिंदू, सिखों और ईसाइयों को कश्मीरी समाज का हिस्सा बताते हुए गिलानी ने कहा ‘हम पंडितों की वापसी का स्वागत करते हैं लेकिन उनके लिए अलग टाउनशिप न तो पंडितों के लिए अच्छा है और न ही मुस्लिमों के लिए।’ गिलानी ने कहा ‘अलग कालोनी की स्थापना करना धर्म के आधार पर समाज को बांटने जैसा है जिससे हमारे बरसों पुराने सह अस्तित्व और भाईचारे को नुकसान होगा।’ उन्होंने कहा कि पंडितों को उनके मुस्लिम भाइयों से कोई खतरा नहीं होगा। उन्होंने कहा ‘आपको हम यह आश्वासन देना चाहते हैं कि हम आपकी जान और सम्मान की सुरक्षा सुनिश्चित करेंगे।’ गिलानी ने आरोप लगाया कि स्कूल स्तर पर स्थायी निवासी प्रमाणपत्र देना पश्चिम पाकिस्तान के शरणार्थियों को ‘पिछले दरवाजे’ से बसाने का एक षड्यंत्र है।

उन्होंने कहा ‘हम इसका पूरी तरह विरोध करेंगे।’ गिलानी ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद जम्मू कश्मीर में आरएसएस का ‘मुस्लिम विरोधी’ एजेंडा चला रहे हैं। उन्होंने कहा कि कई लोग कहते हैं कि पीडीपी अन्य दल से कहीं ज्यादा खतरनाक है। मुफ्ती तो केवल कुर्सी पर हैं लेकिन अधिकार नागपुर में हैं और राज्य को (प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह चला रहे हैं।

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