पाकिस्तानी गोलाबारी से वीरान हुआ अरनिया कस्बा, LoC के पास 40000 से अधिक लोगों ने छोड़ा घर
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पाकिस्तानी गोलाबारी से वीरान हुआ अरनिया कस्बा, LoC के पास 40000 से अधिक लोगों ने छोड़ा घर

जम्मू के उपायुक्त कुमार राजीव रंजन ने कहा कि जम्मू जिले के अरनिया और सुचेतगढ़ सेक्टर के 58 गांव पाकिस्तान की ओर से होने वाली गोलाबारी में प्रभावित हुए हैं.

आर.एस. पुरा सेक्टर में पाकिस्तानी गोलीबारी से क्षतिग्रस्त मकान से एक महिला अपना सामान निकालती हुई. (PTI/21 Jan, 2018)

आर एस पुरा (जम्मू): भारत-पाकिस्तान सीमा पर स्थित अरनिया कस्बे और अन्य सीमावर्ती बस्तियों में अब वीरानी छा गई है, क्योंकि पाकिस्तानी बलों की ओर से की जा रही भारी गोलाबारी के चलते करीब 40,000 ग्रामीण अपने घर खाली कर जा चुके हैं. 18,000 की आबादी वाला अरनिया कस्बा वीरान नजर आता है क्योंकि आसपास की बस्तियों में अब केवल कुछ लोग ही बचे हैं जो अपने जानवरों एवं घरों की रक्षा करने के लिए वहां रुके हैं. खेती, स्कूली शिक्षा, मवेशी पालन और बाकी सभी कार्य जिन पर सीमा पर रहने वाले लोग निर्भर हैं वे सभी गोलाबारी के चलते बाधित हो गए हैं.

  1. सीमा पर रहने वाले 36,000 से अधिक लोगों को उनके घरों से हटा दूसरी जगह भेजा गया.
  2. 131 जानवर मारे गए हैं और 93 जानवर घायल हैं. 
  3. इसके अलावा हमलों में 74 इमारतें और मकान भी क्षतिग्रस्त हुए हैं.

जमीन पर खून के निशानों, टूटी खिड़िकयों, घायल जानवरों और दीवारों पर छर्रे के निशानों से बस्तियों में तबाही का मंजर साफ नजर आता है. आर एस पुरा के उप-विभागीय पुलिस अधिकारी (एसडीपीओ) सुरिंदर चौधरी ने कहा, ‘‘अरनिया कस्बा खाली करा लिया गया है. हमने बड़ी संख्या में अरनिया और सीमावर्ती बस्तियों से लोगों को हटाया है...अधिकतर बस्तियां खाली करा ली गई हैं.’’

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आर एस पुरा और अरनिया सेक्टर से लोगों को हटाने के पुलिस के इस अभियान का नेतृत्व करने वाले चौधरी ने कहा कि गोलाबारी का असर घरों एवं मवेशियों पर भी हुआ है. जम्मू के उपायुक्त कुमार राजीव रंजन ने कहा कि जम्मू जिले के अरनिया और सुचेतगढ़ सेक्टर के 58 गांव पाकिस्तान की ओर से होने वाली गोलाबारी में प्रभावित हुए हैं.

डीसी ने कहा, ‘‘सीमा पर रहने वाले 36,000 से अधिक लोगों को उनके घरों से हटा दूसरी जगह भेज दिया गया है.’’ उन्होंने कहा कि 131 जानवर मारे गए हैं और 93 जानवर घायल हैं. इसके अलावा हमलों में 74 इमारतें और मकान भी क्षतिग्रस्त हुए हैं.’’ सांबा जिले के सांबा और रामगढ़ सेक्टर से 5000 से अधिक लोगों और कठुआ जिले के हीरानगर सेक्टर से 3000 से अधिक लोगों को उनके स्थानों से हटा सुरक्षित स्थान पर भेजा गया है.

जम्मू क्षेत्र के जम्मू, सांबा, कठुआ, राजौरी और पुंछ जिलों में अंतरराष्ट्रीय सीमा और नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तानी सैनिकों की ओर से बुधवार को गोलाबारी शुरू हुई थी और अभी तक छह नागरिकों सहित नौ लोग और चार जवान मारे गए हैं और करीब 60 लोग घायल हुए हैं.

जवान की शहादत के साथ तीन दिन में सीमा पार से गोलीबारी में जान गंवाने वालों की संख्या हुई 11
पाकिस्तान की ओर से किये गए संघर्ष विराम उल्लंघन में घायल सेना के एक जवान के शनिवार (20 जनवरी) की रात जिंदगी की जंग हार जाने के कारण सीमा पार से गोलीबारी में बृहस्पतिवार (18 जनवरी) से अब तक जान गंवाने वालों की संख्या 11 हो गयी है. पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि पुंछ जिले के मानकोट सेक्टर की एक अग्रिम चौकी पर तैनात सिपाही सी के रॉय कल पाकिस्तान की ओर से की गई गोलीबारी में जख्मी हो गए थे और रात एक सैन्य अस्पताल में उनका निधन हो गया.

उनकी शहादत के साथ ही नियंत्रण रेखा और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर पाकिस्तान की ओर से की गयी गोलीबारी में बृहस्पतिवार (18 जनवरी) से अब तक जम्मू, कठुआ, सांबा, पुंछ और राजौरी जिले में मरने वालों की संख्या बढ़कर 11 हो गयी है. मृतकों में सेना के तीन जवानों, बीएसएफ के दो कर्मियों के अलावा छह नागरिक भी शामिल हैं.

(इनपुट एजेंसी से भी)

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