एमईए ने कहा कि दोनों पक्षों ने भारत-चीन सीमा मामलों पर वर्किंग मेकैनिज्म फॉर कंसल्टेशन एंड कोआर्डिनेशन (डब्ल्यूएमसीसी) की 13 वीं बैठक के दौरान मंगलवार को सीमा पर हालात की समीक्षा की.
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नई दिल्ली: भारत ने समग्र द्विपक्षीय संबंधों के "सुचारू" विकास के लिए कम्युनिस्ट देश के साथ सीमा पर शांति बनाए रखने के महत्व पर एक बार फिर से जोर दिया है.
विदेश मंत्रालय (एमईए) ने कहा कि दोनों पक्षों ने भारत-चीन सीमा मामलों पर वर्किंग मेकैनिज्म फॉर कंसल्टेशन एंड कोआर्डिनेशन (डब्ल्यूएमसीसी) की 13 वीं बैठक के दौरान मंगलवार को सीमा पर हालात की समीक्षा की.
दोनों पक्षों ने सीबीएम को लागू किए जाने में हुए प्रगति की समीक्षा की
मंत्रालय ने कहा कि दोनों पक्षों ने पारस्परिक विश्वास और समझ को बढ़ावा देने के लिये विभिन्न विश्वास बहाली के उपायों (सीबीएम) को लागू किये जाने में हुई प्रगति की समीक्षा की. मंत्रालय ने कहा,'भारतीय पक्ष ने समग्र द्विपक्षीय संबंधों के सुचारू विकास के लिये सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति कायम रखने के महत्व को दोहराया.’
डब्ल्यूएमसीसी को 2012 में भारत-चीन सीमा क्षेत्रों के प्रबंधन के लिए परामर्श और समन्वय के साथ-साथ दोनों पक्षों के सीमा सुरक्षा कर्मियों के बीच संचार को मजबूत करने पर विचारों का आदान-प्रदान करने के लिये संस्थागत तंत्र के रूप में स्थापित किया गया था.
मंत्रालय ने बताया कि पिछले साल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच वुहान शिखर वार्ता के दौरान दिए गए रणनीतिक दिशा-निर्देश के अनुरूप शांति सुनिश्चित करने के उद्देश्य से सीमावर्ती क्षेत्रों में हालात की समीक्षा की.
(इनपुट - भाषा)