कालिंदी कुंज थाना क्षेत्र में यमुना नदी के एक घाट पर बुधवार को खेलते-खेलते चार बच्चे नदी में चले गए और गहरे पानी में जाने के कारण डूब गए. जैतपुर खड्डा कॉलोनी के पास ये दुखद हादसा हो गया.
हादसे की सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने पांच गोताखोरों को बच्चों की तलाश में लगाया गया.
नदी के किनारे बच्चों के कपड़े और चार जोड़ी चप्पलें तो दिखीं लेकिन बच्चे नहीं मिले. पुलिस ने मौके पर गोताखोर, फायर ब्रिगेड के साथ एंबुलेंस बुलाई और बच्चों की तलाश शुरू की.
जिस बच्चे की लाश बचाव दल को मिली है उसकी पहचान 13 साल के फरहान के रूप में हुई है.
पुलिस के अनुसार, बुधवार शाम यमुना के किनारे खेल रहे चार बच्चों के गायब होने की काल मिली थी. मौके पर पहुंची पुलिस को फोन करने वाले कॉलर ने बताया कि उनका बेटा मोहम्मद अली अपने तीन साथियों के साथ यमुना के किनारे विश्वकर्मा घाट पर खेलने आया था, लेकिन काफी देर से नहीं लौटा है. देर रात तक बच्चों की तलाश की गई. अभी तक मोहम्मद अली, साहिल और रेहान का कुछ पता नहीं चल पाया है.
दिल्ली पुलिस, दिल्ली फायर सर्विस, NDRF की टीम इस ऑपरेशन में लगी हुई है. वहीं प्राइवेट गोताखोरों का एक दल भी बच्चों को खोज रहा है. गोताखोर बारी बारी से नदी में जा रहे है और बच्चो को ढूंढने का प्रयास कर रहे हैं.
NDRF की नाव भी नदी में दूर तक जाकर देख रही है कि बच्चे कहीं बहकर दूर न निकल गए हो.
चारों बच्चों के गहरे पानी में डूबने की खबर जिसने भी सुनी वो फौरन मौके पर पहुंचा. सभी की उम्र 15 साल से कम है. सभी बच्चे आपस में रिश्तेदार हैं. जो आस पड़ोस में रहते हैं. हादसे के इतने घंटे बीतने के बाद अब परिजनों की आस टूटने लगी है.
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