Romeo Helicopter : भारतीय नौसेना की ताकत आने वाले समय में अब और बढ़ने जा रही है. भारतीय नौसेना अब समंदर के अन्दर ही पनडुब्बियों को खोज कर उन्हें मार गिराने में सक्षम हो जाएगी. पानी के भीतर ही पनडुब्बियों को ढूंढ़ कर कर उन्हें नेस्तनाबूद करने वाले इस हेलीकाप्टर को एमएच 60 आर (MH-60R Seahawk) के नाम से जाना जाएगा. इसे रोमियो हेलीकाप्टर भी बुलाते हैं.
एमएच 60 आर (MH-60R Seahawk) के नाम का ये हेलीकाप्टर भारतीय नौसेना में 6 मार्च को शामिल होगा. अब भारतीय नौसेना पनडुब्बियों को खोज कर उन्हें मार गिराने में सक्षम हो जाएगी. रोमियो हेलीकॉप्टर का एमएच 60आर वर्जन आमतौर पर एंटी-सबमरीन वर्जन है.
भारतीय नौसेना की ताकत आने वाले समय में अब और बढ़ने जा रही है. भारतीय नौसेना अब समंदर के अन्दर ही पनडुब्बियों को खोज कर उन्हें मार गिराने में सक्षम हो जाएगी. पानी के भीतर ही पनडुब्बियों को ढूंढ़ कर कर उन्हें नेस्तनाबूद करने वाले इस हेलीकाप्टर को एमएच 60 आर (MH-60R Seahawk) के नाम से जाना जाएगा.
इसे रोमियो हेलीकाप्टर भी बुलाते हैं. इस हेलीकाप्टर के आने से समुद्रीतट पर भारत की ताकत और भी ज्यादा बढ़ जायेगी. MH-60 R Helicopter स्वदेशी विमानवाहक युद्धपोत IAC Vikrant की भी ताकत को और बढ़ाने का काम करेगा.
इस हेलीकाप्टर को अमेरिका की स्कोरस्की एयरक्राफ्ट कंपनी ने बनाया है. इस रोमियो हेलीकॉप्टर के कुल मिलाकर पांच वैरिएंट्स हैं. इसके अलावा इनके एक्सपोर्ट क्वालिटी के हिसाब से इनमें बदलाव किया जाता है. इनका उपयोग निगरानी, जासूसी, वीआईपी मूवमेंट, हमला, सबमरीन खोजना और उसे बर्बाद करने में काम आ सकता है.
रोमियो हेलीकॉप्टर पर दर्जनों प्रकार के सेंसर्स और रडार लगे हैं. ये सेंसर्स दुश्मन के हर हमले की जानकारी देते हैं. इसे उड़ाने के लिए 3 से 4 क्रू मेंबर्स की जरूरत होती है. इनके अलावा इसमें 5 लोग बैठ सकते हैं.
हथियारों, यंत्रों और सैनिकों के साथ, इसका अधिकतम टेकऑफ वजन 10,433 किलोग्राम है. इसकी लंबाई की बात करें तो 64.8 फीट है और ऊंचाई 17.23 फीट है. MH 60R Multi-Role Helicopter में दो जनरल इलेक्ट्रिक के टर्बोशैफ्ट इंजन लगे हैं. जो टेकऑफ के समय 1410×2 किलोवॉट की ताकत पैदा करते हैं. इसके मुख्य पंखे का व्यास 53.8 फीट है.
रोमियों हेलिकॉप्टर एक बार में 830 किलोमीटर तक की दूरी तय कर सकता है और अधिकतम 12 हजार फीट की ऊंचाई पर उड़ सकता है. इस हेलीकॉप्टर सीधे उठने की गति 1650 फीट प्रति मिनट है. रोमियोहेलीकॉप्टर अधिकतम 270 किलोमीटर की गति से उड़ सकता है. हालांकि जरूरत के मुताबिक हेलीकॉप्टर गति को बढ़ाकर 330 किलोमीटर प्रतिघंटा तक ले जाया जा सकता है.
बताया जा रहा है, कि इस पर कई तरह के हथियार भी लगाए जा सकते हैं. इस पर दो मार्क 46 टॉरपीडो या MK 50 या MK 54s टॉरपीडो लगाए जा सकते हैं. इसके अलावा 4 से 8 AGM-114 Hellfire Missile लगाए जा सकते हैं.
इस पर एडवांस्ड प्रेसिसिशन किल वेपन सिस्टम लगाया जा सकता है. इस हेलिकॉप्टर पर चार प्रकार की हैवी मशीन गन भी लगाई जा सकती हैं. जिससे दुश्मनों पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसाना आसान हो जाता है. इसके अलावा रैपिड एयरबॉर्न माइन क्लियरेंस सिस्टम और 30 मिमी की तोप भी लगाई जा सकती है.
इस हेलिकॉप्टर को अमेरिकी नौसेना, ऑस्ट्रेलियन नौसेना, तुर्की की नौसेना और हेलिएनिक नौसेना उपयोग कर रही हैं. 1979 से अब तक ऐसे 938 हेलिकॉप्टर बन चुके हैं.
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