सुपरमून एक दुर्लभ खगोलिया घटना है. जब लोगों को धरती पर सुपरमून दिखाई देता है, तब वह पृथ्वी के काफी करीब होता है. इस दौरान चांद काफी बड़ा और चमकीला दिखाई देता है. भारत में भी लोग इस नजारे का दीदार कर सकेंगे.
2022 का सबसे बड़ा सुपरमून आज रात दिखने वाला है. इस साल कुल चार पूर्ण सुपरमून दिखाई देने हैं, जिनमें से 2 दिख चुके हैं, जबकि तीसरा आज रात दिखाई देगा. नासा के अनुसार, अगला सुपरमून 12 अगस्त को दिखाई देगा.
सुपरमून को बक सुपरमून भी कहा जाता है, क्योंकि यह वह समय होता है जब हिरन या नर हिरण के नए सींग निकलते हैं. ये हिरण हर साल अपने सींगों को बहा देते हैं, जो फिर से उग आते हैं. वहीं, सुपरमून को थंडर मून भी कहा जाता है, क्योंकि इसकी शुरुआत गर्मियों में अक्सर बारिश के साथ होती है.
सुपरमून तब होता है जब एक पूर्ण चंद्रमा परिधि के 90 प्रतिशत के भीतर होता है या वह बिंदु जहां चंद्रमा अपनी कक्षा में पृथ्वी के सबसे करीब होता है. इस खगोलीय घटना के कारण चंद्रमा सामान्य से बड़ा और चमकीला दिखाई देता है.
नासा ने कहा कि सुपरमून 13 जुलाई को दिखाई देगा और अगले तीन दिनों तक देखा जा सकेगा. शुक्रवार तड़के तक दुनिया भर के लोग इसे देख सकेंगे. वहीं, भारत में यह आज रात 12 बजकर 8 मिनट पर देखा जाएगा. आज चांद पृथ्वी से लगभग 3,57,264 किलोमीटर की दूरी पर रहेगा.
सबसे पहले 1979 में एस्ट्रोलॉजर रिचर्ड नोल ने इसका नाम सुपरमून रखा था. सालभर में सुपरमून 3 से 4 बार होता है. सुपरमून को डीयर मून, थंडर मून, हे मून और विर्ट मून के नाम से भी जाना जाता है.
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