PM Modi meeting with NDA MPs: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर बोलने से पहले एनडीए सांसदों के साथ बैठक की है और उन्हें संबोधित करते हुए एक खास मंत्र दिया है.
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PM Modi Mantra to NDA MPs: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में संसद भवन परिसर स्थित पार्लियामेंट लाइब्रेरी बिल्डिंग के जीएमसी बालयोगी ऑडिटोरियम में एनडीए सांसदों की बैठक हुई. बैठक के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एनडीए के सांसदों को संबोधित भी किया और एक खास मंत्र दिया. बता दें कि पीएम मोदी आज (2 जुलाई) शाम 4 बजे लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर बोलेंगे.
पीएम मोदी ने सांसदों को क्या दिया संदेश?
एनडीए सांसदों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2024 चुनाव के जनादेश के मायने के बारे में बताते हुए विपक्षी दलों के रवैये और संसद सत्र को लेकर अहम निर्देश दिया. संसदीय कार्यमंत्री किरेन रिजिजू ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी ने एनडीए सांसदों से संसदीय नियमों का पालन करने और अपने मुद्दे प्रभावी ढंग से उठाने को कहा है. पीएम मोदी ने एनडीए सांसदों से गैरजरूरी बयानबाजी से बचने की भी सलाह दी है. उन्होंने कहा कि सभी सांसद देशसेवा के लिए आए हैं और सभी सांसदों को देश सेवा को सर्वोपरि रखना है.
पीएम मोदी ने संसदीय दल की बैठक में कहा कि सांसदों का व्यवहार और आचरण ठीक रखना चाहिए. अपने अपने क्षेत्र के विषयों को ठीक से रखना चाहिए. सांसदों को संसद के नियम के अनुसार आचरण करना चाहिए. सांसदों को जिन विषयों में विशेष रुचि है, उसको शेयर करना चाहिए. हर एमपी को अपने जड़ से जुड़ा रहना चाहिए, इधर उधर भाषण की बजाए बेहतर ढ़ंग से अपनी बात उचित फोरम पर रखना चाहिए.
बैठक के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने कहा नेहरू के बाद कई पीएम रहे, कुछ प्रत्यक्ष तो कुछ रिमोट से. उनको ये बेचैनी है कि नेहरू के बाद तीन बार लगातार जीतने का काम जो वो नहीं कर पाए, वो एक चायवाले ने कैसे कर दिया. और उनकी ये छटपटाहट दिख भी रही है.
बैठक में कौन-कौन रहा मौजूद
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई एनडीए सांसदों की बैठक में केंद्रीय मंत्री अमित शाह, राजनाथ सिंह, नितिन गडकरी, शिवराज सिंह चौहान, धर्मेंद्र प्रधान, जेपी नड्डा, प्रल्हाद जोशी, चिराग पासवान, राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह, रामदास आठवले और जीतन राम मांझी सहित मोदी कैबिनेट के कई अन्य मंत्री बैठक में मौजूद थे. मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल के पहले संसद सत्र के दौरान पहली बार एनडीए संसदीय दल की बैठक हुई, जिसमें भाजपा और उसके सहयोगी दलों के दोनों सदनों (लोकसभा और राज्यसभा) के सांसद मौजूद रहे.