जब बाइक पर साथ घूमते थे PM मोदी और CM खट्टर, प्रधानमंत्री ने खुद सुनाई दिलचस्प कहानी
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जब बाइक पर साथ घूमते थे PM मोदी और CM खट्टर, प्रधानमंत्री ने खुद सुनाई दिलचस्प कहानी

PM Modi-CM Khattar Friendship: गुरुग्राम में द्वारका एक्सप्रेस-वे के उद्घाटन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर का एक पुराना किस्सा भी सुनाया, जब दोनों एक साथ बाइक पर घूमते थे.

जब बाइक पर साथ घूमते थे PM मोदी और CM खट्टर, प्रधानमंत्री ने खुद सुनाई दिलचस्प कहानी

PM Modi Manohar Lal Khattar Story: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हरियाणा के गुरुग्राम में द्वारका एक्सप्रेस-वे का लोकार्पण किया. एक्सप्रेसवे के उद्घाटन से पहले पीएम गुरुग्राम में भव्य रोड शो किया और इस दौरान उन्होंने गुरुग्राम में एक सभा को भी संबोधित किया. अपने संबोधन के दौरान पीएम मोदी ने हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर का एक पुराना किस्सा भी सुनाया.

खट्टर के साथ मोटर साइकिल पर घूमते थे पीएम मोदी

द्वारका एक्सप्रेस-वे के उद्घाटन के दौरान पीएम मोदी ने कहा, 'दिल्ली मुंबई एक्सप्रेस-वे से जब द्वारका एक्सप्रेस-वे जुड़ेगा तो एक नए चैप्टर की शुरुआत होगी. इसमें हरियाणा सरकार और सीएम मनोहर लाल जी की तत्परता रही है. हरियाणा के विकास के लिए मनोहर लाल जी दिन-रात काम करते रहे हैं.' उन्होंने आगे कहा, 'मनोहर लाल जी मेरे बहुत पुराने साथी हैं. दरी पर सोने का जमाना था तब भी हम साथ थे. उस समय इनके पास एक मोटर साइकिल थी. हमलोग भ्रमण करते थे. उस वक्त रास्ते छोटे थे तो बहुत दिक्कत होती थी. आज हम भी साथ हैं और आपका विकास भी.'

कभी शाम को इधर आने से डरते थे लोग: पीएम मोदी

गुरुग्राम में बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा, 'केवल सोच का फर्क होता है और समस्याओं को संभावनाओं में बदल देना मोदी की गारंटी है. द्वारका एक्सप्रेस वे इसका खुद उदाहरण है. इसका निर्माण हुआ है. एक समय शाम ढलने के बाद इधर आने से बचते थे. टैक्सी ड्राइवर भी इधर आने से मना कर देते थे. इस इलाके को भी असुरक्षित समझा जाता था. आज ये एनसीआर के सबसे तेजी से विकसित हो रहा इलाका है. ये आइजीआइ एयरपोर्ट तक कनेक्टिविटी को बेहतर बनाएगा.'

मैं मामूली सपने नहीं देखता: पीएम मोदी

पीएम मोदी ने कहा, 'मैं न छोटा सोच सकता हूं, न मैं मामूली सपने देखता हूं और न ही मैं मामूली संकल्प करता हूं. मुझे जो चाहिए... विराट चाहिए, विशाल चाहिए और तेज गति से चाहिए क्योंकि 2047 में मुझे देश को 'विकसित भारत' के रूप में देखना है. 21वीं सदी का भारत बड़े विजन का भारत है. ये बड़े लक्ष्यों का भारत है. आज का भारत प्रगति की रफ्तार से कोई समझौता नहीं कर सकता.' उन्होंने आगे कहा, '2024 के अभी तीन महीने भी पूरे नहीं हुए हैं, और इतने कम समय में 10 लाख करोड़ रुपये की परियोजनाओं का शिलान्यास व लोकार्पण हो चुका है. ये सिर्फ वो प्रोजेक्ट्स हैं, जिसमें मैं खुद शामिल हुआ हूं. इसके अलावा मेरे मुख्यमंत्रियों और मंत्रियों ने भी विकास परियोजनाओं का शिलान्यास व लोकार्पण किया है.'

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