भारत को जल्द ही एयर इंडिया वन (Air India One) बोइंग 777-300ERs मिलने जा रहे हैं.
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नई दिल्ली: भारत को जल्द ही एयर इंडिया वन (Air India One) बोइंग 777-300ERs मिलने जा रहे हैं. अत्याधुनिक तकनीकों से लैस यह विमान प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति सहित VVIP उड़ानों के लिए इस्तेमाल किया जाएगा.
इस विमान का डिफेंस अभेद्य होगा, साथ ही इसमें सभी तरह की अत्याधुनिक सुविधाएं भी होंगी. इसके केबिन को पूरी तरह से बदला गया है, जिसमें लार्ज एयरक्राफ्ट इन्फ्रारेड काउंटरमेशर्स (LAIRCM) और सेल्फ-प्रोटेक्शन सूट (एसपीएस) शामिल हैं. विमान में उन्नत इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर सूट भी होगा, जो न केवल विमान की जमीन से हवा में होने वाले किसी भी तरह के हमले से रक्षा करेगा, बल्कि माकूल जवाबी कार्रवाई करने में सक्षम होगा.
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40 एयर इंडिया पायलटों की एक टीम को भारतीय वायुसेना के पायलटों के साथ-साथ इस अत्याधुनिक वीवीआईपी विमान को उड़ाने के लिए प्रशिक्षित किया जा रहा है. इससे पहले, भारत के वीवीआईपी 747 बोइंग जेट में उड़ान भरते रहे हैं, जिनका उपयोग आम जनता के साथ-साथ एयर इंडिया के बेड़े से संबंधित विमानों के लिए भी किया जाता था.
वीवीआईपी उड़ानों के लिए नए और अत्याधुनिक विमानों को शामिल करने की तैयारी काफी समय से चल रही थी. क्योंकि 747 बोइंग लंबी यात्रा के लिए ज्यादा उपयुक्त नहीं हैं. ये विमान एक बार ईंधन भरने के बाद 10 घटे से अधिक ही उड़ान भर सकते हैं, लेकिन नए विमान लगातार 17 घंटों से अधिक का सफर तय कर पाएंगे.
विमान की उन्नत संचार प्रणाली के चलते प्रधानमंत्री या राष्ट्रपति बिना किसी ट्रैप के वीडियो या ऑडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संबंधित ग्राउंड स्टाफ से संवाद करने में सक्षम होंगे. साथ ही एयर इंडिया वन में लैब, डाइनिंग रूम, बड़ा ऑफिस और कॉन्फ्रेंस रूम है. इतना ही नहीं, मेडिकल इमरजेंसी के लिए विमान में मेडिकल सुइट भी उपलब्ध रहेगा.
आइये देखते हैं कि दूसरे देशों के प्रमुख कौन से विमान इस्तेमाल करते हैं:
अमेरिकी राष्ट्रपति:
अमेरिकी राष्ट्रपति ‘एयर फोर्स वन’ का इस्तेमाल करते हैं, जो बोइंग 747-200B श्रृंखला का विमान है. इस विमान में हवा में भी ईंधन भरा जा सकता है. एयर फोर्स वन एडवांस सिक्योर कम्युनिकेशन उपकरणों से लैस है, जिससे विमान संयुक्त राज्य अमेरिका पर हमले की स्थिति में मोबाइल कमांड सेंटर के रूप में कार्य कर सकता है.
रूसी राष्ट्रपति:
रूसी राष्ट्रपति का IL-96-300PU जेट किसी अभेद्य किले से कम नहीं है. उन्नत संचार प्रणाली से लैस यह विमान अप्रत्याशित हमले की स्थिति में सैनिकों को आदेश देने में सक्षम प्रबंधन केंद्र के रूप में भी कार्य कर सकता है. विमान में बड़ा ऑफिस, बेडरूम और एक जिम है. हालांकि, यह अंतिम समय तक ज्ञात नहीं होता कि राष्ट्रपति पुतिन किस विमान से उड़ान भरने वाले हैं.
चीनी राष्ट्रपति:
चीन के राष्ट्रपति बड़े बोइंग 747-400 में उड़ान भरते हैं, जो अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस है. इसमें लिविंग रूम, बेडरूम और ऑफिस है. आपको यह जानकर ताज्जुब होगा कि राष्ट्रपति का अपना कोई विमान नहीं है और जब विमान उनकी सेवा में नहीं होता तो एयर चाइना द्वारा उसे आम यात्रियों के लिए इस्तेमाल किया जाता है.
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