5 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अयोध्या जाएंगे और राम मंदिर (Ram Temple) का शिलान्यास करेंगे. पीएम मोदी मंदिर की पहली ईंट रखेंगे और मंदिर निर्माण शुरू हो जाएगा.
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नई दिल्ली: अयोध्या (Ayodhya) में श्रीराम दरबार के सजने की शुभ घड़ी आ गई है. इंतजार 5 अगस्त का है. जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) अयोध्या जाएंगे और राम मंदिर (Ram Temple) का शिलान्यास करेंगे. पीएम मोदी मंदिर की पहली ईंट रखेंगे और मंदिर निर्माण शुरू हो जाएगा. 500 वर्ष हो गए. भगवान राम को उनकी जन्मभूमि पर उनका घर, उनका मंदिर नहीं मिला. जब श्रीराम ने रावण का वध करके लंका पर विजय पाई थी. तब लक्ष्मण ने उनसे पूछा था कि लंका सोने की है? हम विजयी हुए हैं, क्यों ना आप ही लंका के राजा बनें. तब श्रीराम ने कहा था.
अपि स्वर्णमयी लङ्का न मे लक्ष्मण रोचते।
जननी जन्मभूमिश्च स्वर्गादपि गरीयसी॥
जिसका अनुवाद है, ''लक्ष्मण! यद्यपि यह लंका सोने की बनी है, फिर भी इसमें मेरी कोई रुचि नहीं है. क्योंकि जननी और जन्मभूमि स्वर्ग से भी महान हैं''.
राम मंदिर के शिलान्यास का मुहुर्त तय हो चुका है. तैयारियां चल रही हैं. ज़ी न्यूज़ आपको राम मंदिर से जुड़ी हर एक खबर सबसे पहले पहुंचा रहा है. ज़ी न्यूज़ को मिली एक्सक्लूसिव जानकारी के मुताबिक अयोध्या में राम मंदिर के साथ रामकथा कुंज पार्क, खुदाई में मिले अवशेषों का संग्रहालय और शेषावतार मंदिर भी बनाया जाएगा.
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सूत्रों के मुताबिक राम मंदिर की नींव 15 फीट गहरी होगी. इसमें 8 परत होंगी और हर परत 2-2 फीट की होगी. नींव में लोहे का इस्तेमाल नहीं होगा. इसे सिर्फ कंक्रीट और मोरंग से तैयार किया जाएगा. रामलला का मंदिर 10 एकड़ में बनेगा. बाकी 57 एकड़ भूमि में राम मंदिर परिसर होगा. मंदिर परिसर में नक्षत्र वाटिका बनाई जाएगी. नक्षत्र वाटिका में 27 नक्षत्र के वृक्ष लगाए जाएंगे.
राम मंदिर में लगने वाली शिलाओं को तराशने के बाद अब धुलाई का काम शुरू हो गया है. मंदिर के पुराने नाप के हिसाब से 1 लाख 75 हजार स्क्वायर फीट पत्थरों की जरूरत थी. करीब एक लाख स्क्वाएर फिट पत्थर तराशे जा चुके हैं. बाकी बचे पत्थरों को राम मंदिर परिसर में ही तराशा जाएगा. अब सिर्फ अयोध्या ही नहीं पूरी दुनिया को उस तारीख का इंतजार है जब पीएम मोदी मंदिर की पहली ईंट रखेंगे.
उधर, श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास के सदस्य स्वामी गोविंद देवगिरि महाराज ने बुधवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अयोध्या में प्रस्तावित राम मंदिर के पांच अगस्त को भूमि पूजन समारोह में शामिल होंगे. उन्होंने कहा कि इस समारोह में सभी मुख्यमंत्रियों को भी अवश्य ही आमंत्रित किया जाना चाहिए. स्वामी गोविंद देवगिरि महाराज ने कहा, ‘प्रधानमंत्री राम मंदिर के भूमि पूजन के लिए पांच अगस्त को अयोध्या आने को सहमत हो गए हैं. वह वहां करीब डेढ़ घंटे रूकेंगे. इससे पहले, ये अटकलें थी कि वह डिजिटल माध्यम से समारोह में शामिल होंगे, लेकिन मैंने आग्रह किया कि यह व्यक्तिगत रूप से उपस्थित होकर किया जाना चाहिए.’
स्वामी गोविंद को किशोरजी व्यास के नाम से भी जाना जाता है. यह पूछे जाने पर कि क्या महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को भूमि पूजन समारोह के लिए आमंत्रित किया जाएगा, उन्होंने कहा, ‘उन्हें अवश्य ही आमंत्रित किया जाना चाहिए.’
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उन्होंने कहा, ‘मुख्यमंत्री ठाकरे को आमंत्रित नहीं करने का कोई सवाल ही नहीं उठता है. उन्हें अवश्य आमंत्रित किया जाना चाहिए. मुझे लगता है कि किसी को आमंत्रित नहीं करने का कोई मतलब नहीं है. हमें सभी मुख्यमंत्रियों, प्रख्यात संतों और सामाजिक नेताओं को अवश्य ही आमंत्रित करना चाहिए.’
उन्होंने कहा, ‘लेकिन कोविड-19 के चलते पैदा हुई कुछ व्यावहारिक समस्याओं पर विचार करते हुए और चूंकि प्रधानमंत्री वहां आ रहे हैं, ऐसे में सिर्फ वे लोग वहां आ सकते हैं जो लखनऊ (हवाईअड्डा पर) उतर सकें और सड़क मार्ग से अयोध्या आ सकें क्योंकि वहां हेलीकॉप्टर नहीं उतर सकता.