New Parliament: मंगलवार को पीएम मोदी पुरानी संसद से नई संसद का सफर पैदल तय करेंगे और उनके हाथ में संविधान की कॉपी होगी. पीएम के साथ-साथ सभी सांसद पैदल नई संसद की बिल्डिंग में जाएंगे. इससे पहले नए संसद भवन के उद्घाटन के समय भी कुछ ऐसा ही नजारा देखने को मिला था जब पीएम मोदी ने सेंगोल को स्थापित किया था.
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Indian Constitution Copy: नई संसद को लेकर ना सिर्फ राजनेताओं बल्कि देश भर के लोगों के बीच उत्सुकता है. इसी बीच विशेष सत्र का वह समय आ गया है जब सत्र के दूसरे दिन मंगलवार को नई संसद का संचालन शुरू हो जाएगा. इसी बीच मंगलवार का दिन काफी महत्वपूर्ण होने वाला है. मंगलवार को सभी सांसदों का फोटो सेशन होगा. सुबह 9.15 बजे ये फोटो सेशन होगा. इसके बाद 11 बजे दोनों सदनों के सांसदों की सेंट्रल हॉल में जॉइंट मीटिंग होगी. इसके बाद का नजारा देखने लायक होगा जब प्रधानमंत्री पुरानी संसद से नई संसद की तरफ जाएंगे. इससे पहले नए संसद भवन के उद्घाटन के समय भी कुछ ऐसा ही नजारा देखने को मिला था जब पीएम मोदी ने सेंगोल को स्थापित किया था.
संविधान की कॉपी लेकर पैदल जाएंगे
दरअसल, बताया गया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पुराने संसद से नए संसद की तरफ जब जाएंगे , तब उनके हाथों में संविधान की कॉपी होगी. इस कॉपी की तस्वीरें भी सामने आई हैं जिसमें मंगलवार की ही तारीख अंकित की हुई है. इसका मलतब यह हुआ कि मंगलवार सुबह प्रधानमंत्री मोदी पुराने संसद भवन से नए संसद भवन के लिए संविधान की कॉपी लेकर पैदल जाएंगे. इतना ही नहीं पुराने संसद भवन से नए संसद भवन के लिए जाते समय सभी सांसद पीएम मोदी के पीछे पैदल चलेंगें.
देखने लायक होगा नई संसद का नजारा
यह सब तब होगा जब संसद का विशेष सत्र कल से नए भवन में लगेगा. इस नई संसद की पहली कार्यवाही के दिन सभी सांसदों को एक विशेष उपहार बैग दिया जाएगा. इस बैग में भारत के संविधान की प्रति, स्मारक सिक्के और नई संसद पर टिकट और पुस्तिका शामिल रहेंगीं. इससे पहले सोमवार को लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही कल तक के लिए स्थगित हो गई है. पुरानी संसद में यह आखिरी कार्यवाही थी. अब कल से संसद की कार्यवाही नए भवन में शुरू होगी.
सत्र के पहले दिन क्या हुआ?
इससे पहले संसद सत्र के पहले दिन प्रधानमंत्री समेत कई नेताओं ने ऐतिहासिक क्षणों को याद किया है. पहले दिन लोकसभा और राज्यसभा में 75 सालों में संसद की यात्रा पर चर्चा हुई. इस दौरान संविधान सभा से लेकर आज तक संसदीय यात्रा पर चर्चा हुई. इसके बाद शाम को कैबिनेट मीटिंग भी हुई. बताया जा रहा है कि संसद के पांच दिवसीय सत्र में कई चौंकाने वाले कदम उठाए जा सकते हैं. हालांकि सत्र के लिए सूचीबद्ध एजेंडे का एक मुख्य विषय संविधान सभा से शुरू हुई संसद की 75 वर्ष की यात्रा पर एक विशेष चर्चा है.