कोरोना वायरस के संक्रमण के मामलों में लगातार वृद्धि देखने को मिल रही है. देश में अब तक कोविड-19 के 173 मामले सामने आ चुके हैं.
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नई दिल्ली: भारत में कोरोना वायरस-कोविड 19 (Corona Virus) से निपटने के लिए उठाए गए कदमों और सरकार की तैयारियों को लेकर आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) देश को संबोधित किया. देश में अब तक कोविड-19 के 173 मामले सामने आ चुके हैं. पीएम मोदी ने आज देशवासियों को दिए अपने 30 मिनट के संबोधन में कोरोना को लेकर सतर्क रहने को कहा. पीएम मोदी ने अपील की है कि देशवासी 22 मार्च को 'जनता कर्फ्यू' का पालन करें. पीएम ने कहा यह मानना की भारत पर इसका कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा यह मानना गलता है. हमें इससे लड़ने के लिए संयम और संकल्प की जरूरत है.
पीएम मोदी ने कहा कि इस तरह की वैश्विक महामारी में एक ही नारा काम करता है, हम स्वस्थ तो जगत स्वस्थ. हम स्वस्थ रहेंगे तो हम दूसरे को भी स्वस्थ रख सकेंगे.
पीएम मोदी का भाषण
@8.30 PM कुछ दिन में नवरात्रि का पर्व आ रहा है. ये शक्ति उपासना का पर्व है. भारत पूरी शक्ति के साथ आगे बढ़े, यही शुभकामना है.
@8.28PM पिछले दो महीनों में, 130 करोड़ भारतीयों ने, देश के हर नागरिक ने, देश के सामने आए इस संकट को अपना संकट माना है, भारत के लिए, समाज के लिए उससे जो बन पड़ा है, उसने किया है. मुझे भरोसा है कि आने वाले समय में भी आप अपने कर्तव्यों का, अपने दायित्वों का इसी तरह निर्वहन करते रहेंगे. हां, मैं मानता हूं कि ऐसे समय में कुछ कठिनाइयां भी आती हैं, आशंकाओं और अफवाहों का वातावरण भी पैदा होता है.
@8.24 PM संकट के इस समय में मेरा देश के व्यापारी जगत, उच्च आय वर्ग से भी आग्रह है कि अगर संभव है तो आप जिन-जिन लोगों से सेवाएं लेते हैं, उनके आर्थिक हितों का ध्यान रखें. मैं देशवासियों को इस बात के लिए भी आश्वस्त करता हूं कि देश में दूध,खाने-पीने का सामान, दवाइयां, जीवन के लिए ज़रूरी ऐसी आवश्यक चीज़ों की कमी ना हो इसके लिए तमाम कदम उठाए जा रहे हैं.
@8.22 PM साथियों इस वैश्विक महामारी का अर्थव्यवस्था पर भी व्यापक प्रभाव पड़ रहा है. वित्त मंत्री के नेतृत्व में हमने एक टास्क फोर्स के गठन का फैसला किया है. कोरोना महामारी से उत्पन्न हो रही आर्थिक चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए, वित्त मंत्री के नेतृत्व में सरकार ने एक कोविड-19- इकोनोमिक रिस्पॉन्स टास्क फोर्स के गठन का फैसला लिया है. ये टास्क फोर्स,ये भी सुनिश्चित करेगी कि, आर्थिक मुश्किलों को कम करने के लिए जितने भी कदम उठाए जाएं,
उन पर प्रभावी रूप से अमल हो.
@8.20 PM हमें यह भी ध्यान रखना चाहिए कि हमारे अस्पतालों पर दबाव बढ़ना नहीं चाहिए. इसलिए मेरा सभी देशवासियों से आग्रह है कि रूटीन चेकअप के लिए अस्पताल जाने की जो हमारी आदत है उससे बचना चाहिए. आपको बहुत जरूरी लग रहा हो तो अपनी पहचान वाले डॉक्टरों से फोन पर सलाह ले लें. अगर आपने इलेक्टिव सर्जरी जो बहुत आवश्यक ना हो यदि उसकी कोई डेट ले रखी हैं. तो उसे आगे बढ़वा दें.
@8.18 PM रविवार को शाम के ठीक पांच बजे हम अपने घर के दरवाजे, बालकनी, खिड़की या दरवाजे पर खड़े होकर पांच मिनट तक ऐसे लोगों का आभार व्यक्त करें. आभार कैसे व्यक्त करेंगे. थाली बजाकर, ढोलक बजाकर, ताली बजाकर आभार व्यक्त करें.
@8.15 PM इस दिन मैं आपसे एक और सहयोग चाहता हूं. पिछले दो महीनों से लाखों लोग अस्पतालों, एयरपोर्ट, सफाई कर्मचारी, एयरलाइन कर्मचारी, मीडियाकर्मी, रेलवे, बस, होम डिलीवरी ये लोग अपनी परवाह ना करते हुए दूसरों की सेवा में लगे हैं. आज की परिस्थितियां देखें तो ये सेवाएं सामान्य नहीं कही जा सकती है. आज इनके खुद के संक्रमित होने का खतरा है लेकिन फिर भी यह अपना कर्तव्य निभा रहे हैं. ये कोरोना महामारी और आपके बीच में एक शक्ति बनकर खड़े हैं. आप ऐसे सभी लोगों को धन्यवाद अर्पित करें.
@8.12 PM इस रविवार यानि 22 मार्च को सुबह 7 बजे रात 9 बजे तक सभी देशवासियों को जनता कर्फ्यू का पालन करना है. इस दौरान कोई भी नागरिक घर से बाहर ना निकले.
@8.10 PM इसलिए मेरा सभी देशवासियों से ये आग्रह है कि आने वाले कुछ सप्ताह तक, जब बहुत जरूरी हो तभी अपने घर से बाहर निकलें. जितना संभव हो सके,
आप अपना काम, चाहे बिजनेस से जुड़ा हो, ऑफिस से जुड़ा हो, अपने घर से ही करें:
@8.09 PM ऐसी स्थिति में,जब इस बीमारी की कोई दवा नहीं है,तो हमारा खुद का स्वस्थ बने रहना बहुत आवश्यक है. इस बीमारी से बचने और खुद के स्वस्थ बने रहने के लिए अनिवार्य है संयम. और संयम का तरीका क्या है- भीड़ से बचना, घर से बाहर निकलने से बचना. आजकल जिसे Social Distancing कहा जा रहा है, कोरोना वैश्विक महामारी के इस दौर में, ये बहुत ज्यादा आवश्यक है. आज हमें ये संकल्प लेना होगा कि हम स्वयं संक्रमित होने से बचेंगे और दूसरों को भी संक्रमित होने से बचाएंगे. साथियों, इस तरह की वैश्विक महामारी में, एक ही मंत्र काम करता है- “हम स्वस्थ तो जग स्वस्थ”
@8.08 PM इस वैश्विक महामारी का मुकाबला करने के लिए दो प्रमुख बातों की आवश्यकता है. पहला संकल्प और दूसरा संयम.
@8.07PM इन देशों में शुरुआती कुछ दिनों के बाद अचानक बीमारी का जैसे विस्फोट हुआ है. इन देशों में कोरोना से संक्रमित लोगों की संख्या बहुत तेजी से बढ़ी है. भारत सरकार इस स्थिति पर, कोरोना के फैलाव के इस ट्रैक रिकॉर्ड पर पूरी तरह नजर रखे हुए है.
@8.06 PM अभी तक विज्ञान, कोरोना महामारी से बचने के लिए, कोई निश्चित उपाय नहीं सुझा सका है और न ही इसकी कोई वैक्सीन बन पाई है. ऐसी स्थिति में चिंता बढ़नी बहुत स्वाभाविक है.
@8.04 PM साथियों, आपसे मैंने जब भी, जो भी मांगा है, मुझे कभी देशवासियों ने निराश नहीं किया है. ये आपके आशीर्वाद की ताकत है कि हमारे प्रयास सफल होते हैं. मैं आप सभी देशवासियों से, आपसे, कुछ मांगने आया हूं. मुझे आपके आने वाले कुछ सप्ताह चाहिए, आपका आने वाला कुछ समय चाहिए.
@8.00 PM पीएम मोदी ने कहा कि पिछले दो महीने से हम निरंतर दुनियाभर से आ रही कोरोना से जुड़ी खबरों को देख रहे हैं. सुन रहे हैं. इन दो महीनों में हमारे देश के नागरिकों ने कोरोना जैसी वैश्विक महामारी का डटकर मुकाबला किया है.लेकिन पिछले कुछ दिनों से हमें ऐसा लग रहा है कि सब ठीक है. लेकिन यह तरीका ठीक नहीं है. हम चाहते हैं कि प्रत्येक भारतवासी का सजग रहना जरूरी है.अभी तक विज्ञान, कोरोना महामारी से बचने के लिए कोई निश्चित उपाय नहीं सुझा सका है और न ही इसकी कोई वैक्सीन बन पाई है. ऐसी स्थिति में चिंता बढ़नी बहुत स्वाभाविक है.
आपको बताते हैं कि इससे पहले किन 6 अहम मौकों पर प्रधानमंत्री मोदी देशवासियों को संबोधित कर चुके हैं.
पहली बार
8 नवंबर 2016 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कालेधन पर लगामा लगाने के लिए 500 रुपए और 1000 रुपए के नोटों को बंद करने का ऐलान किया था.
दूसरी बार
31 दिसंबर 2016 को पीएम मोदी ने दूसरी बार राष्ट्र को संबोधित करते हुए विमुद्रीकरण और काले धन पर बात कर बात की. बैंक गरीबों को ध्यान में रखकर काम करें. बैंक लोकहित में उचित निर्णय लें.
तीसरी बार
27 मार्च 2019 को पीएम मोदी ने मिशन शक्ति की सफलता के अवसर पर देशावासियों को संबोधित किया. पीएम मोदी ने कहा, ‘हमारे वैज्ञानिकों ने अंतरिक्ष में 300 किमी दूर पृथ्वी की निचली कक्षा (एलईओ) में एक लाइव सेटेलाइट को मार गिराया है. यह लाइव सेटेलाइट एक पूर्व निर्धारित लक्ष्य था, जिसे एंटी-सेटेलाइट मिसाइल द्वारा मार गिराया गया. यह अभियान तीन मिनट में सफलतापूर्वक पूरा किया गया.’
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चौथी बार
8 अगस्त 2019 को पीएम मोदी ने राष्ट्र के नाम संबोधन में जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद पहली बार देशवासियों से बात की. उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर के युवाओं को राज्य के एक खूबसूरत कल का ख्वाब दिखाया. नरेंद्र मोदी ने युवाओं को मुख्यधारा में लाने के साथ साथ करप्शन से निजात दिलाने और रोजगार से जोड़ने के वादे भी किए.
पांचवीं बार
7 सितंबर 2019 को चंद्रयान-2 का चांद पर उतरने से ठीक पहले संपर्क टूट गया जिसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वैज्ञानिकों का हौसला बढ़ाया. पीएम ने इसरो के कंट्रोल सेंटर से शनिवार सुबह इसरो के वैज्ञानिकों को और देश को संबोधित किया. इस दौरान प्रधानमंत्री ने कहा कि हम निश्चित रूप से सफल होंगे.
छठी बार
9 नवंबर 2019 को पीएम मोदी ने अयोध्या विवाद पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले और पंजाब में करतारपुर कॉरिडोर के उद्घाटन के बाद देश के नाम संबोधन दिया. अपने संबोधन में उन्होंने देश की जनता से शांति, सौहार्द और सद्भाव का महौल बनाने की अपील की.