Punjab: Congress विधायकों के बेटों को सरकारी नौकरी देने पर विवाद, CM Amarinder Singh ने दी सफाई
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Punjab: Congress विधायकों के बेटों को सरकारी नौकरी देने पर विवाद, CM Amarinder Singh ने दी सफाई

Govt Job To Congress MLA's Son: कांग्रेस के दो विधायकों के बेटों को सरकारी नौकरी देने के मुख्यमंत्री के कदम पर सवाल उठाते हुए पंजाब कांग्रेस प्रमुख जाखड़ ने भी इस फैसले को वापस लेने की मांग की है.

पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह (फाइल फोटो) | फोटो साभार: PTI

चंडीगढ़: कांग्रेस (Congress) के 2 विधायकों के बेटों को सरकारी नौकरी देने के मामले में विपक्ष की आलोचनाओं का सामना कर रहे पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह (Captain Amarinder Singh) की शनिवार को उनकी ही पार्टी के प्रमुख सुनील जाखड़ और पार्टी के 2 विधायकों ने इस कदम को लेकर आलोचना की. हालांकि सीएम अमरिंदर सिंह ने सरकार के इस फैसले का बचाव किया और कहा कि उनके दादा ने देश के लिए जो कुर्बानियां दी हैं, यह उसके सम्मान में है.

  1. विपक्षी पार्टियों ने की पंजाब सरकार की आलोचना
  2. पार्टी के अंदर भी कैप्टन अमरिंदर सिंह का विरोध
  3. शहीदों का बलिदान नहीं भुलाया जा सकता- कैप्टन

कांग्रेस विधायकों के बेटों को नौकरी मिलने पर घमासान

दरअसल पंजाब सरकार (Punjab Govt) ने ‘अनुकंपा’ के आधार पर ‘विशेष मामले’ के तहत अर्जुन प्रताप सिंह बाजवा को पंजाब पुलिस (Punjab Police) में निरीक्षक और भीष्म पांडेय को राजस्व विभाग में नायब तहसीलदार के पद पर नियुक्त करने का शुक्रवार को फैसला किया था.

नौकरी देने पर पंजाब सरकार की दलील

बता दें कि अर्जुन प्रताप सिंह, विधायक फतेहजंग सिंह बाजवा के बेटे हैं जबकि भीष्म पांडेय, लुधियाना से विधायक राकेश पांडेय के बेटे हैं. सरकार ने शुक्रवार को कहा था कि अर्जुन, पंजाब के पूर्व मंत्री सतनाम सिंह बाजवा के पोते हैं जिन्होंने 1987 में राज्य में शांति के लिए अपने प्राण न्योछावर कर दिए थे. वहीं भीष्म पांडेय, जोगिंदर पाल पांडेय के पोते हैं जिनकी 1987 में आतंकवादियों ने हत्या कर दी थी.

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पार्टी के अंदर भी हो रही कैप्टन की आलोचना

कांग्रेस के दो विधायकों के बेटों को पुलिस निरीक्षक और नायब तहसीलदार बनाने के मुख्यमंत्री के कदम पर सवाल उठाते हुए पंजाब कांग्रेस प्रमुख जाखड़ ने भी इस फैसले को वापस लेने की मांग की है. कांग्रेस के दो विधायकों कुलजीत नागरा और अमरिंदर सिंह राजा वारिंग ने भी बाजवा और पांडेय के बेटों को नौकरी देने पर नाराजगी जताई.

शुक्रवार को हुई मंत्रिमंडल की बैठक में भी राज्य के पांच मंत्रियों- सुखजिंदर रंधावा, तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा, रजिया सुल्ताना, चरनजीत सिंह चन्नी और सुखबिंदर सरकारिया ने इस कदम का विरोध किया था.

कैप्टन अमरिंदर सिंह ने क्या कहा?

मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने कहा कि देश के लिए बलिदान देने वालों को न तो कभी भुलाया जा सकता है और न ही कभी उन्हें भुलाया जाना चाहिए. महान रेसर मिल्खा सिंह के आवास के बाहर मीडिया से बात करते हुए उन्होंने ये कहा. मिल्खा सिंह का शुक्रवार देर रात निधन हो गया था.

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विधायकों के बेटों को नौकरी देने के निर्णय की आलोचना करने के लिए उन्होंने शिरोमणि अकाली दल और आम आदमी पार्टी की निंदा की और कहा कि अगर ये दल ऐसे किसी युवा के नाम का प्रस्ताव दे, जिनके पिता या दादा ने देश के लिए इसी प्रकार का बलिदान दिया है तो उन्हें भी राज्य सरकार में नौकरी दी जाएगी. सीएम ने कहा कि उन्होंने अन्य दलों में ऐसे लोगों की तलाश की कोशिश की थी लेकिन उन्हें कोई नहीं मिला.

इस बीच शिरोमणि अकाली दल ने पंजाब के राज्यपाल से स्वत: संज्ञान लेते हुए कांग्रेस सरकार को बर्खास्त करने की अपील की है. पार्टी के नेता विक्रम सिंह मजीठिया ने युवाओं से मुख्यमंत्री और मंत्रियों का घेराव करने की अपील की. इसके अलावा पात्र और मेधावी छात्रों को नौकरियां दिलाने की मांग भी की. उन्होंने कहा कि अगर राज्यपाल कदम नहीं उठाते तो राष्ट्रपति को ‘असंवैधानिक’ नियुक्तियों पर गौर करना चाहिए और अमरिंदर सिंह सरकार को बर्खास्त करना चाहिए.

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