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DNA with Sudhir Chaudhary: अगर आपके बच्चे राजस्थान में पढ़ते हैं और अगर उन्हें कांग्रेस का इतिहास नहीं पता तो वो परीक्षा में पास नहीं हो सकते. राजस्थान में इस समय 12वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षाएं चल रही हैं. इसी कड़ी में 21 अप्रैल यानी कल वहां Political Science की परीक्षा हुई. इस परीक्षा का जो Question Paper बच्चों को मिला, उसमें 23 में से सबसे ज्यादा छह सवाल कांग्रेस पार्टी को लेकर पूछे गए थे. राजस्थान में कांग्रेस पार्टी की ही सरकार है. इससे आप समझ सकते हैं कि ये प्रश्न पत्र कम, कांग्रेस पार्टी का प्रशंसा पत्र ज्यादा था.
ये प्रश्न पत्र राजस्थान के शिक्षा बोर्ड ने तैयार किया था. यानी ये परिक्षाएं केन्द्रीय बोर्ड की नहीं थी. ये परिक्षाएं, राज्य के शिक्षा बोर्ड के अन्तर्गत पढ़ने वाले बच्चों की थी. राज्य का शिक्षा बोर्ड, राजस्थान की कांग्रेस सरकार को रिपोर्ट करता है. यानी राजस्थान में अगर 12वीं कक्षा अच्छे नम्बरों से पास करनी है तो कांग्रेस की तारीफ करना जरूरी है. इस Question Paper में कांग्रेस पार्टी को लेकर कुल 6 सवाल पूछे गए हैं.
इनमें पहला सवाल छात्रों से ये पूछा गया कि.. वो कांग्रेस की सामाजिक और विचारधारात्मक गठबन्धन के रूप में संक्षिप्त विवेचना करें. दूसरा सवाल ये पूछा गया कि 1984 के लोक सभा चुनाव में कांग्रेस ने कुल कितनी सीटें जीती थीं? 1984 के लोक सभा चुनाव में कांग्रेस ने अपने इतिहास की सबसे ज्यादा 404 लोक सभा सीटें जीती थीं. इस प्रश्न पत्र में 1984 में कांग्रेस के प्रदर्शन को लेकर तो सवाल पूछा गया. लेकिन इसमें 2014 और 2019 का जिक्र नहीं किया गया. इस प्रश्न पत्र में कांग्रेस को लेकर तीसरा सवाल ये था कि आजादी के बाद भारत में जो पहले तीन लोक सभा चुनाव हुए, उनमें किस दल का प्रभुत्व रहा? इन तीनों चुनावों में कांग्रेस पार्टी जीती थी. यानी ये सवाल भी कांग्रेस पार्टी को लेकर था. चौथा सवाल ये था कि.. कांग्रेस ने 1967 का आम चुनाव किन परिस्थितियों में लड़ा और इसका क्या जनादेश मिला? पांचवा सवाल ये था कि गरीबी हटाओ का नारा किसने दिया था. इस सवाल के चार विकल्प दिए गए थे, जवाहर लाल नेहरु, लाल बहादुर शास्त्री, इंदिरा गांधी और मोरारजी देसाई. इस सवाल का सही जवाब है इंदिरा गांधी. इंदिरा गांधी ने ही 1971 के लोक सभा चुनाव में गरीबी हटाओ का नारा दिया था.
इसी Question Paper में एक सवाल 1971 के लोक सभा चुनाव को लेकर भी पूछा गया. ये सवाल था कि आम चुनाव 1971, कांग्रेस की पुनर्स्थापना का चुनाव साबित हुआ. इस कथन की व्याख्या कीजिए. यानी इस प्रश्न पत्र में ना सिर्फ कांग्रेस पार्टी को लेकर सवाल पूछे गए. बल्कि वही सवाल पूछे गए, जो कांग्रेस और नेहरु गांधी परिवार का महिमामंडन करते हैं. मतलब ये कि इन सवालों के जवाब में छात्रों को कांग्रेस पार्टी की विचारधारा और उसके चुनावी प्रदर्शन की तारीफ करनी ही पड़ेगी. बड़ी बात ये है कि इसमें कहीं भी छात्रों ये नहीं पूछा गया कि इंदिरा गांधी ने Emergency के दौरान कितने लोगों को भारत की जेलों में कैद कर दिया था. इसमें वर्ष 1962 के भारत चीन युद्ध में जवाहर लाल नेहरु द्वारा लिए गए गलत फैसलों के बारे में कोई सवाल नहीं पूछा गया. इसमें 1984 के सिख दंगों से जुड़ा भी कोई सवाल शामिल नहीं किया गया. जिससे पता चलता है कि ये प्रश्न पत्र कम, कांग्रेस का प्रशंसा पत्र ज्यादा था.
ये सवाल 12वीं कक्षा के छात्रों से पूछे गए, जो इस परीक्षा को पास करने के बाद उच्च शिक्षा हासिल करने के लिए कॉलेज में दाखिला लेंगे. समझने वाली बात ये है कि इन बच्चों ने पूरे साल स्कूलों में जो पढ़ा और परीक्षा में इन सवालों के जो जवाब लिखे, वो हमेशा इनके साथ रहेंगे. इनके मन में कांग्रेस पार्टी की एक अच्छी छवि बनी रहेगी. जैसे ही ये 18 साल के होंगे और इन्हें वोट देने का अधिकार मिल जाएगा तो ये एक पार्टी के वोटर बन जाएंगे. यानी इस मामले को जितना कम करके आंका जा रहा है, ये उससे भी ज्यादा गम्भीर है. असल मायनों में ये इन बच्चों को अपना वोटर बनाने का एक बिजनेस मॉडल है. जिसमें शिक्षा का इस्तेमाल किया जा रहा है.