राजस्थान में मॉब लिंचिंग, भीड़ ने दलित को पीट-पीट कर उतारा मौत के घाट
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राजस्थान में मॉब लिंचिंग, भीड़ ने दलित को पीट-पीट कर उतारा मौत के घाट

भाजपा प्रदेश सतीश पूनिया (Satish Poonia) ने कहा, राजस्थान को एक बार फिर शर्मिंदगी महसूस हुई है. जिस निर्मम तरीके से योगेश जाटव को मौत के घाट उतारा गया है, वह राज्य में कानून-व्यवस्था के चरमराने को साबित करता है. राज्य में दलित, आदिवासी, बहनें और बेटियां सुरक्षित नहीं हैं.

ग्रामीणों ने अलवर-भरतपुर मार्ग पर शव रख कर धरना दिया.

जयपुर: राजस्थान में मॉब लिंचिंग (Mob lynching) का मामला सामने आया है. दलित युवक योगेश जाटव की दूसरे समुदाय के लोगों ने पीट-पीटकर हत्या कर दी. युवक योगेश जाटव अलवर (राजस्थान) में बाइक से जा रहा था इसी दौरान एक गड्ढे में गिरने से बचने के चक्कर में उसकी बाइक एक महिला टकरा गई. बस इसी 'गलती' के लिए भीड़ ने उसे बेरहमी से पीटा और वह कोमा में चला गया.

  1. मामूली बात पर युवक की ली जान
  2. भीड़ ने पीट-पीटकर उतारा मौत के घाट
  3. दूसरे समुदाय के 6 लोगों के खिलाफ FIR

सड़क पर शव रख कर लगाया जाम

तीन दिन तक अस्पताल में इलाज के बाद शनिवार को योगेश जाटव की मौत हो गई. आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी की मांग को लेकर ग्रामीणों ने अलवर-भरतपुर मार्ग पर शव रख कर धरना दिया. हालांकि प्रशासन के समझाने के बाद उन्होंने धरना समाप्त कर शव का अंतिम संस्कार कर दिया. गुस्साए ग्रामीणों ने प्रशासन से साफ कहा कि उनका गुस्सा अभी शांत नहीं हुआ है और पुलिस को तुरंत आरोपियों को गिरफ्तार करना चाहिए. 

6 लोगों के खिलाफ FIR

मृतक युवक के परिवार के भरण-पोषण के लिए 50 लाख रुपये की आर्थिक सहायता की मांग की गई. जानकारी के अनुसार 15 सितंबर को आक्रोशित भीड़ ने युवक की पिटाई की थी और तब से वह अस्पताल में था. परिजनों ने 16 सितंबर को ही 6 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कराया था. योगेश के पिता ने अपनी शिकायत में कहा कि उनके बेटे को राशिद, सजीत पठान, मुबीना और चार अन्य लोगों ने घेर लिया. इसके तुरंत बाद, उन्होंने उसे लाठी और डंडे से पीटना शुरू कर दिया. योगेश के कान से खून निकलने लगा और वह गंभीर रूप से घायल हो गया.

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एसएमएस अस्पताल में तोड़ा दम

योगेश को अलवर के एक प्राइवेट अस्पताल में ले जाया गया, जहां से उसे जयपुर रेफर कर दिया गया. 18 सितंबर को जयपुर एसएमएस अस्पताल में उसका निधन हो गया. अगले दिन 19 सितंबर को पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया. घटना के विरोध में मृतक के परिजनों ने अलवर-भरतपुर मार्ग जाम कर दिया. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने घटना की निंदा की और राज्य की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए. 

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