छात्रसंघ अध्यक्ष भाटी कि छात्र और विश्वविद्यालयों के हितों में जायज मांगों को मानना तो दूर कि बात है, लोकतांत्रिक तरीके से विरोध करने पर उन्हें झूठे मुकदमों में फंसाने और उनके खिलाफ षडयंत्र रचा जा रहा है.
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Ajmer: राज्यपाल के नाम उपखंड अधिकारी को दिए गए ज्ञापन में टीम रविंद्र सिंह भाटी के पदाधिकारियों ने प्रदेश में भर्ती परीक्षाओं में हो रही धांधाली, जेएनवाईयू विश्वविद्यालय मे व्याप्त भष्ट्राचार, विश्वविद्यालय और राज्य सरकार के छात्र विरोधी रवैया, शैक्षणिक कार्य में लापरवाही, फिजूल खर्ची, रिजल्ट में घपले, छात्र-छात्राओं और रिटायर्ड कर्मचारियों के आर्थिक और मानसिक शौषण, बार-बार विश्वविद्यालय कि जमीन बेचने और लोकतंत्र विरोधी माहौल को बंद करवाने की मांग की है.
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ज्ञापन में बताया गया कि राजस्थान के विश्वविद्यालयों और प्रतियोगी परीक्षाओं में पिछले कुछ समय से विभिन क्षेत्रों में भारी अनियमितताएं सामने आ रही, चाहे शैक्षणिक गतिविधियों की बात हो, फिर प्रतियोगी परीक्षा परिणाम हों या चाहे वो खेल गतिविधियों का मामला हो. इन सब में व्याप्त अनियमितताओं से प्रदेशभर के युवा परेशान हैं. ज्ञापन में बताया गया कि हाल ही में ऐसा ही एक मामला जेएनवाईयू जोधपुर में आयोजित दीक्षांत समारोह के दौरान सामने आया. जिसमे शांतिप्रिय तरीके से अपनी जायज मांगों को रखने आए छात्रों और सेवानिवृत्त कर्मचारियों के साथ कुछ प्रोफेसरो द्वारा धक्का-मुक्की की गई. उन पर लाठियां भी बरसाई गई.
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साथ ही लोकतांत्रिक तरीके से चुने छात्रसंघ अध्यक्ष भाटी कि छात्र और विश्वविध्यालय के हितों में जायज मांगों को मानना तो दूर कि बात है, लोकतांत्रिक तरीके से विरोध करने पर उन्हें झूठे मुकदमों में फंसाने और उनके खिलाफ षडयंत्र रचा जा रहा है. ज्ञापन में प्रदेशभर में छात्र हितों के लिए संघर्ष कर रहे छात्र पदाधिकारियों पर दर्ज मुकदमें वापस लेने, छात्र नेता सिंह को रिहा करने, प्रदेश में विगत दिनों हुई समस्त प्रतियोगी परीक्षाओं की सीबीआई जांच करवाने और राज्य के समस्त विश्वविद्यालय में मौखिक परीक्षाओं की वीडियो रिकॉर्डिंग करवाने सहित अन्य मांगों को पूरा करने की मांग की है. ज्ञापन देने वालें में शिवदास सिंह राठौड़, बलवान सिंह चौहान, सुधीर सिंह तोमर, रोहित सिंह नाथावत, श्याम सिंह राठौड़, शेर सिंह जैतावत, विकास माली और गुरुदेव यादव आदि शामिल थे.
Report: Dilip Chouhan