Ajmer: ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह में रात 8 बजे बाद प्रवेश बंद, यहां जानें नई गाइडलाइन
Advertisement
trendingNow1/india/rajasthan/rajasthan1068431

Ajmer: ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह में रात 8 बजे बाद प्रवेश बंद, यहां जानें नई गाइडलाइन

हजरत ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह में रात 8 बजे बाद प्रवेश बंद कर दिया गया है. बुधवार सुबह 5 बजे से दरगाह खुल गई है.

Ajmer: ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह में रात 8 बजे बाद प्रवेश बंद, यहां जानें नई गाइडलाइन

Ajmer: विश्व प्रसिद्ध महान सूफी संत हजरत ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती (Hazrat Khwaja Moinuddin Chishti) की दरगाह में लोगों का प्रवेश बंद किया गया. मंगलवार रात 8 बजे के बाद दरगाह को जायरिनों के लिए बंद किया गया. बुधवार सुबह 5 बजे से दरगाह खुल गई है. ख्वाजा साहब की दरगाह पर जियारत जायरिन अब कर पाएंगे. 

रात 8 बजे के बाद नहीं होगी जियारत 

दरगाह कमेटी ने दरगाह परिसर में इसके लिए अनाउंसमेंट भी करवाया. जिला प्रशासन ने भी दरगाह इलाके का का दौरा किया. इस दौरान जिला कलेक्टर , पुलिस अधीक्षक , एडिशनल एसपी , दरगाह थाना अधिकारी मौजूद रहे. जिला प्रशासन ने दरगाह में जाकर दरगाह परिसर की व्यवस्था भी देखी.  जिला कलेक्टर प्रकाश राज पुरोहित ने बताया, '' राज्य सरकार ने 11 जनवरी से नई  कोरोना गाइडलाइन (Corona Guideline) लागू की हैं. जिसमें शहर के सभी बाजार मार्केट ,मॉल और धार्मिक स्थलों का समय रात 8 बजे से सुबह 5 बजे तक कर दिया गया है.  शहर के सभी बाजार मार्केट ,मॉल और धार्मिक स्थल रात 8 बजे से सुबह 5 बजे तक बंद रहेंगे. जिसकी पालना के लिए जिला प्रशासन पूरे शहर का दौरा कर रहा है.''

ये भी पढ़ें- Bhilwara Municipal Council: जांच के लिए डीडीआर की ओर से गठित चार सदस्यीय टीम अजमेर से भीलवाड़ा पहुंची

पुलिस अधीक्षक विकास शर्मा ने बताया, '' राज्य सरकार ने कई पाबंदियां भी जारी की हैं. जिसके तहत नाइट कर्फ्यू (Night Curfew) और रविवार को वीकेंड कर्फ्यू (Weekend Curfew) भी लागू रहेगा.'' खदिमों की संस्था अंजुमन कमेटी के सदर हाजी सैयद मोईन हुसैन ने सरकार की नई गाइडलाइन को लेकर विरोधभास किया. मोईन हुसेन का कहना है कि सरकार ने वीकेंड कर्फ्यू लगाया हैं. नाइट कर्फ्यू लागू किया है इससे क्या होगा?  कोविड़ 19 महामारी जैसी बीमारी दिन में नहीं आएगी? सिर्फ रात में ही बीमारी आएगी ऐसा लगता है. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार को कोई दूसरा विकल्प निकाल लेना चाहिए. गरीब आदमी का ख्याल भी रखना जरूरी है. करीब 20 हजार से ज्यादा लोग दरगाह शरीफ से आने वाले जायरिनों पर निर्भर रहते हैं.

Report- MANVEER SINGH

Trending news