वन्यजीव गणना के दौरान नजर नहीं आया पैंथर, रीछ के दिखाई दिए पगमार्क
Advertisement
trendingNow1/india/rajasthan/rajasthan1188738

वन्यजीव गणना के दौरान नजर नहीं आया पैंथर, रीछ के दिखाई दिए पगमार्क

क्षेत्रीय वन अधिकारी रघुवीरसिंह मीणा के अनुसार ब्यावर वन क्षेत्र में की गई वॉटर होल पद्धति से वन्यजीव गणना की गई. इस दौरान आठ पॉइंट पर गणना की गई. 

 वन्यजीव गणना के दौरान नजर नहीं आया पैंथर, रीछ के दिखाई दिए पगमार्क

Beawar: वन विभाग द्वारा मंगलवार को वन्य जीव गणना की प्रक्रिया पूरी कर ली गई. सोमवार को की गई वन्य जीव गणना के दौरान निर्धारित आठ पॉइंट पर कर्मचारियों को एक इस बार भी पैंथर नजर नहीं आया.

क्षेत्रिय वन अधिकारी रघुवीर मीणा ने बताया कि वन विभाग द्वारा ब्यावर वन क्षेत्र के पांच नाकों में मौजूद आठ अलग-अलग पॉइंट पर वॉटर हॉल गणना पद्धति से वन्यजीव गणना की गई. सोमवार सुबह आठ बजे से मंगलवार सुबह तक ब्यावर वन क्षेत्र के आठ पॉइंट पर गणना शुरु की गई. 

इस दौरान वन विभाग द्वारा खरवा नाके पर माना घाटी किराप, बाबूलाल कुमम्हार का कुआं, जवाजा नाके पर अकलपुरी धुणी, नया खेड़ा की कुईं, ब्यावर नाके पर सरवीना, कोटड़ा नाके पर कुंडाल व सेलीबेरी सहित मसूदा नाके पर रामगढ़ धानिखेड़ा पर वन्य जीव गणना की गई. वन्य जीव गणना के दौरान एसीएफ एनएस शेखावत भी मौजूद रहे. इस दौरान उन्होंने अलग-अलग पॉइंट पर जाकर निरीक्षण किया. वन्य जीव गणना के दौरान उपखंड अधिकारी राहुल जैन, एसीएफ एनएस शेखावत व क्षेत्रीय वन अधिकारी भी मौजूद रहे. इस दौरान उपखंड अधिकारी रात को वॉटर पॉइंट पर काफी देर तक ठहरे और कर्मचारियों से जानकारी ली. संभवतया यह पहला मौका है कि उपखंड अधिकारी ने भी गणना पॉइंट पर अपनी उपस्थिति दर्ज कराई.

ये भी पढ़ें- 7th Pay Commission : केंद्रीय कर्मचारियों का महंगाई भत्ता 38 फीसदी के पार, आने वाले दिनों मिलेगा बंपर फायदा

क्षेत्रीय वन अधिकारी रघुवीरसिंह मीणा के अनुसार ब्यावर वन क्षेत्र में की गई वॉटर होल पद्धति से वन्यजीव गणना की गई. इस दौरान आठ पॉइंट पर गणना की गई. परंतु किसी भी पॉइंट पर पैंथर नजर नहीं आया है. गणना के दौरान केवल रीछ के पगमार्क नजर आए. गणना के दौरान दिखाई दिए वन्यजीवों की रिपोर्ट बनाकर मुख्यालय भेज दी गई है.

Report-DILIP CHOUHAN

Trending news